मुजफ्फरपुर: भारत में बिना वीजा घुसे चीनी नागरिक ली जियाकि की इलाज के दौरान मौत हो गई. उसने मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम केंद्रीय कारा में आत्महत्या का प्रयास किया था. इस दौरान उसने अपना प्राइवेट पार्ट भी काटने की कोशिश की थी. जिसके बाद आनन-फानन में उसे श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज के जेल वार्ड में भर्ती कराया गया था. जहां आज मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई. केंद्रीय कारा के जेल सुप्रिडेंटेंट ने इसकी पुष्टि की है.
खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश: बता दें कि मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंद चीनी नागरिक ली जियाकि ने शौचालय में खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी. उसने अपने ही चश्मे के शीशे से प्राइवेट पार्ट काटने की कोशिश की थी. फिर, शौचालय में ही बेहोश हो गया था. खून से लथपथ हालत में दूसरे बंदियों ने जब उसे देखा तो मामला सामने आया था. जेल के शौचालय में वह बेहोश पड़ा था. जिसके बाद जेल प्रशासन द्वारा उसे इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था.
अस्पताल में कराया भर्ती: पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज चल रहा था. इधर, अस्पताल में भर्ती कराने के बाद जेल प्रशासन ने जेल में बंद अन्य बंदियों से घटना के संबंध में पूछताछ की थी. इसमें बंदियों ने जेल प्रशासन को बताया कि उसने अपने ही चस्मे के शीशे से प्राइवेट पार्ट काटने की कोशिश की थी. इसमें वह जख्मी हो गया था. खून अधिक निकलने लगा था.
नेपाल बार्डर से भारत में एंट्री: उन्हें शहर के ब्रह्मपुरा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके पास से वीजा व अन्य दस्तावेज नहीं मिले थे. उसने नेपाल बार्डर से भारत में एंट्री ली थी. उसके पकड़े जाने की सूचना पर जिला पुलिस के साथ खुफिया विभाग की टीम पूछताछ की थी. पूछताछ के बाद उसे जेल के हॉस्पिटल वार्ड में डाला गया था. जहां उसकी जांच की जा रही थी.
तीन छोटी मूर्तियां बरामद की गई: उसके पास से तीन देशों के मुद्रा मिलें थे. इसमें चीनी करेंसी युआन के 100 के नौ नोट, बीस और पांच के दो, 10 के आठ व एक युआन के अलावा नेपाली और इंडियन रुपए मिले थे. साथ ही, चीन का एक मैप भी जब्त किया गया है. इसके वा, ली जियाकी के पास से पत्थर के बने तीन छोटी मूर्तियां भी बरामद की गई थी.