ETV Bharat / bharat

छत्तीसगढ़ में पीरियड्स लीव, महीने में एक दिन मासिक धर्म अवकाश नीति की घोषणा, 1 जुलाई से लागू - Menstrual Leave

Menstrual Leave, Menstrual Leave Policy छत्तीसगढ़ में हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचएनएलयू) ने छात्राओं के लिए पीरियड्स लीव की घोषणा की है. HNLU फीमेल छात्राओं के लिए मुश्किल दिनों में लीव देने की घोषणा करने वाला प्रदेश का पहला सरकारी विश्वविद्यालय बन गया है. PERIODS LEAVE, Hidayatullah National Law University, Chhattisgarh News

Menstrual Leave Policy
छत्तीसगढ़ में पीरियड्स लीव (ETV Bharat GFX)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 25, 2024, 7:23 AM IST

Updated : Jul 25, 2024, 2:12 PM IST

रायपुर: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कार्यक्षेत्र और स्कूल कॉलेजों में छात्राओं को छुट्टी देने पर संसद में भले ही मासिक धर्म अवकाश नीति लागू नहीं हो पाई लेकिन छत्तीसगढ़ में इसे लागू किया गया है. छत्तीसगढ़ में विधि विश्वविद्यालय ने मासिक धर्म अवकाश नीति शुरू करने की घोषणा की है. हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचएनएलयू) ने महिला छात्राओं को महीने के मुश्किल दिनों में आराम देने के लिए ये ऐलान किया. यह नीति 1 जुलाई से प्रभावी होगी.

छत्तीसगढ़ में पीरियड्स लीव: विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया "शिक्षण दिवस के दौरान छात्राएं प्रति कैलेंडर माह एक दिन पीरियड्स लीव ले सकती है. इस समय आम टीचिंग डे के दौरान छात्राओं को इसका लाभ दिया जा रहा है. आगे परीक्षा के दिनों में भी ऐसी विशेष आवश्यकताओं के कारण छात्राओं को छुट्टी देने पर विचार किया जा रहा है. अनियमित मासिक धर्म सिंड्रोम या पीसीओएस जैसे कारणों से पीड़ित छात्राएं प्रति सेमेस्टर प्रति विषय छह कक्षाओं में उपस्थिति का दावा कर सकते हैं."

HNLU यूनिवर्सिटी ने मासिक धर्म अवकाश नीति की घोषणा की: एचएनएलयू के कुलपति प्रोफेसर वी सी विवेकानंदन ने छात्राओं के लिए पीरियड्स लीव की घोषणा करने पर एकेडमी काउंसिल का धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा "मासिक धर्म अवकाश नीति का कार्यान्वयन युवा महिला छात्राओं की विशेष जरूरतों को समझने और उन्हें सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया है. इस तरह की नीति को समर्थन देने के लिए एकेडमी काउंसिल को धन्यवाद देते हैं."

मासिक धर्म अवकाश नीति क्या है(MENSTRUAL LEAVE POLICY ): किसी भी महिला या छात्राओं को वर्किंग प्लेस या स्कूल कॉलेज में पीरियड्स के दौरान एक दिन छुट्टी देने के लिए बनाई जाने वाली नीति है. लेकिन संसद में ये पास नहीं हो सका है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को राज्यों और अन्य पक्षों के साथ मिलकर महिलाओं के लिए मासिक धर्म अवकाश पर एक मॉडल तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

SOURCE- PTI

युवा दिवस पर मिलिए सरगुजा के पैड मैन से, माहवारी स्वच्छता के लिए घर घर बांट रहे सेनेटरी नैपकिन
Hygiene-Nutrition बालिकाओं के स्वस्थ बचपन-भविष्य के लिए जरूरी
सरगुजा की पैड वुमन मुनीता, महिलाओं को मौत से बचाने के साथ दे रही नई जिंदगी

रायपुर: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कार्यक्षेत्र और स्कूल कॉलेजों में छात्राओं को छुट्टी देने पर संसद में भले ही मासिक धर्म अवकाश नीति लागू नहीं हो पाई लेकिन छत्तीसगढ़ में इसे लागू किया गया है. छत्तीसगढ़ में विधि विश्वविद्यालय ने मासिक धर्म अवकाश नीति शुरू करने की घोषणा की है. हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचएनएलयू) ने महिला छात्राओं को महीने के मुश्किल दिनों में आराम देने के लिए ये ऐलान किया. यह नीति 1 जुलाई से प्रभावी होगी.

छत्तीसगढ़ में पीरियड्स लीव: विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया "शिक्षण दिवस के दौरान छात्राएं प्रति कैलेंडर माह एक दिन पीरियड्स लीव ले सकती है. इस समय आम टीचिंग डे के दौरान छात्राओं को इसका लाभ दिया जा रहा है. आगे परीक्षा के दिनों में भी ऐसी विशेष आवश्यकताओं के कारण छात्राओं को छुट्टी देने पर विचार किया जा रहा है. अनियमित मासिक धर्म सिंड्रोम या पीसीओएस जैसे कारणों से पीड़ित छात्राएं प्रति सेमेस्टर प्रति विषय छह कक्षाओं में उपस्थिति का दावा कर सकते हैं."

HNLU यूनिवर्सिटी ने मासिक धर्म अवकाश नीति की घोषणा की: एचएनएलयू के कुलपति प्रोफेसर वी सी विवेकानंदन ने छात्राओं के लिए पीरियड्स लीव की घोषणा करने पर एकेडमी काउंसिल का धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा "मासिक धर्म अवकाश नीति का कार्यान्वयन युवा महिला छात्राओं की विशेष जरूरतों को समझने और उन्हें सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया है. इस तरह की नीति को समर्थन देने के लिए एकेडमी काउंसिल को धन्यवाद देते हैं."

मासिक धर्म अवकाश नीति क्या है(MENSTRUAL LEAVE POLICY ): किसी भी महिला या छात्राओं को वर्किंग प्लेस या स्कूल कॉलेज में पीरियड्स के दौरान एक दिन छुट्टी देने के लिए बनाई जाने वाली नीति है. लेकिन संसद में ये पास नहीं हो सका है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को राज्यों और अन्य पक्षों के साथ मिलकर महिलाओं के लिए मासिक धर्म अवकाश पर एक मॉडल तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

SOURCE- PTI

युवा दिवस पर मिलिए सरगुजा के पैड मैन से, माहवारी स्वच्छता के लिए घर घर बांट रहे सेनेटरी नैपकिन
Hygiene-Nutrition बालिकाओं के स्वस्थ बचपन-भविष्य के लिए जरूरी
सरगुजा की पैड वुमन मुनीता, महिलाओं को मौत से बचाने के साथ दे रही नई जिंदगी
Last Updated : Jul 25, 2024, 2:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.