रायपुर: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी और आरएसएस के बीच का मतभेद अब खुलकर सामने आ रहा है. मोहन भागवत के बयान के बाद आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, "जो अहंकारी हो गए हैं, उन्हें 241 पर रोक दिया." इंद्रेश कुमार के बयान पर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने पलटवार किया है.
जानिए क्या है इंद्रेश कुमार का बयान: लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा , "जो अहंकारी हो गए हैं, उन्हें 241 पर रोक दिया, जिनकी राम के प्रति आस्था नहीं थी, अश्रद्धा थी, उन सबको मिलकर 234 पर रोक दिया. यही प्रभु का न्याय है., लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया गया. जिन लोगों को राम में कोई आस्था नहीं थी, उन्हें भी 234 पर रोक दिया गया. लोकतंत्र में रामराज्य का विधान देखिए, जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, वह पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन जो वोट और सत्ता मिलनी चाहिए थी. वह उनके अहंकार के कारण भगवान ने रोक दिया. जो लोग राम का विरोध करते थे, उनमें से किसी को भी सत्ता नहीं दी गई. यहां तक कि सभी को मिलाकर नंबर दो बना दिया गया. भगवान का न्याय सच्चा और आनंददायक है.
सीएम साय ने किया पलटवार: आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि, "अगर हम तीन चुनावों में कांग्रेस द्वारा जीती गई. सीटों की संख्या भी गिन लें, तो भी वे उस अंक तक नहीं पहुंच पाए हैं, जहां भाजपा चुनावों में खड़ी है. तो वो ऐसी बातें न करें तो बेहतर है."
बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन बहुत अच्छा न रहने पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था, " एक सच्चे 'सेवक' में अहंकार नहीं होता और वह 'गरिमा' बनाए रखते हुए लोगों की सेवा करता है. आरएसएस कार्यकर्ताओं के लगातार बयानों से साफ है कि आरएसएस और बीजेपी के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है.