छतरपुर : पुलिस पर 3 राउंड फायर करने वाले 30 हजार के इनामी बदमाश का पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर किया है. पुलिस द्वारा की गई फायरिंग से इनामी बदमाश के पैर में गोली लगी है, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया है. विशेष पुलिस टीम ने छतरपुर के मातगुवां के पास एक वेयरहाउस के सामने ये शॉर्ट एनकाउंटर किया. पुलिस की टीम को रात 12 बजे इनामी बदमाश की सटीक लोकेशन मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
पुलिस ने पैर में मारी गोली, हड्डी में फंसी
छतरपुर एसपी अगम जैन के मुताबिक इनामी बदमाश रविंद्र सिंह पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है और वह इस मामले में 20 दिनों से फरार था. शॉर्ट एनकाउंटर से पहले आरोपी ने पुलिस पर 3 राउंड फायर किए थे, जिसके बाद IG सागर ने बदमाश रविंद्र सिंह पर 30 हजार का इनाम रखा था. रविवार-सोमवार रात मुठभेड़ के दौरन बदमाश रविंद्र सिंह के पैर में गोली मारी गई, जो उसके दाएं पैर की हड्डी में फंसी है. जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.
कुख्यात बदमाश पर 11 मामले दर्ज
छतरपुर एसपी के मुताबिक विशेष पुलिस टीम ने मातगुवां के पास एक वेयरहाउस के सामने रविंद्र को घेरा था. आरोपी ओरछा रोड थाना क्षेत्र के देरी गांव का है रहने वाला है. उसके ऊपर 11 मामले पहले से दर्ज हैं. छतरपुर एसपी अगम जैन ने कहा, " घटना के बाद से ही पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी. बीती रात करीब 12 बजे से 1 बजे के बीच सूचना लगी थी कि मातगुवां के पास आरोपी कहीं रुका है. इसके बाद विशेष पुलिस जब उसे गिरफ्तार कर ला रही थी तभी लघुशंका के बहाने आरोपी ने गाड़ी रुकवाई और पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने लगा. इस दौरान पुलिस ने 4 राउंड फायर किए. इसमें से एक गोली आरोपी के पैर में लगी है, जिसका इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है.'' वहीं जिला हॉस्पिटल में पदस्थ डॉक्टर रवि सोनी ने के मुताबिक, '' एक मरीज को पुलिस लेकर आई थी, जिसके पैर में गोली लगी है, इलाज चल रहा है.''
कौन है बदमाश रविंद्र सिंह?
दरअसल, छतरपुर के बदमाश रविंद्र सिंह का पुराना क्राइम रिकॉर्ड है. हालांकि, उसका नाम तब सुर्खियों में आया जब उसने पिछले दिनों छतरपुर जिले में 5 थानों की पुलिस पर फायर कर दिया था. इस घटना को अंजाम देने बाद से ही कुख्यात अपराधी रविन्द्र सिंह फरार था और पुलिस ने उसपर 30 हजार का इनाम रख दिया था. दरअसल, 29 अक्टूबर को पुरानी रंजिश में रविन्द्र सिंह परिहार ने गांव के ही वीरू चंदेल पर फायरिंग कर दी थी लेकिन वीरू बच गया. वीरू ने 2 साल पहले मकर संक्रांति के मेले में सबके सामने रविन्द्र से मारपीट की थी, जिसके बाद रविन्द्र उससे बदला लेने के लिए उसकी तलाश में घूम रहा था. हत्या के प्रयास के मामले में जब पुलिस रविंद्र सिंह के गांव पहुंची तो उसने 5 थानों की पुलिस पर गोली चला दी और जंगल की ओर भाग गया था. बता दें कि शॉर्ट एनकाउंटर की कार्रवाई में ओरछा थाना प्रभारी पुष्पेंद्र यादव, धर्मेंद्र रोहित व दीपक यादव की अहम भूमिका रही.