हैदराबाद : हैदराबाद में सात करोड़ रुपये की ठगी का एक मामला सामने आया है. इनकम टैक्स में छूट दिलाने का दावा कर कुछ लोगों ने एक कारोबारी से 8 महीने में 7.18 करोड़ रुपये ठग लिए. ठगों के इस गिरोह ने एडवांस टैक्स के नाम पर पैसे ऐंठ लिए.
पुलिस की जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद के कोंडापुर में रहने वाला एक (42) नलगोंडा जिले के देवरकोंडा मंडल में एक हार्डवेयर स्टोर चलाता है. वह 2019 में उसी इलाके के घंटा यादया उर्फ गिरी नाम के एक व्यक्ति के संपर्क में आया. दोनों ने मिलकर रियल स्टेट का बिजनेस शुरू किया. अगस्त 2023 में गिरी ने बिजनेसमैन के सामने एक नया प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि वह नलगोंडा जिले के हलिया मंडल के अनुमुला गांव के स्वामीजी केतावत देवसिंह नाइक राठौड़ को जानते हैं, 40 देशों में बसे उनके शिष्य करोड़ों का दान भेजते हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि यदि वह एडवांस टैक्स का भुगतान करते हैं तो 30 प्रतिशत हिस्सा उपलब्ध होगा.
गिरि ने उन्हें आरबीआई के दस्तावेज होने का दावा करते हुए कुछ कागजात दिखाए. उसने विश्वास दिलाया उनके जानकार, जिनसे वह विदेश से डील करता है, 19.5 करोड़ रुपये जारी करने के लिए तैयार थे. गिरि ने बताया कि यूके से एक विदेशी प्रतिनिधि ऑगस्टीन हैदराबाद के रेडिसन ब्लू होटल में आ रहे थे. लेकि, बाद में उसने कहा कि ऑगस्टीन को कस्टम विभाग ने हैदराबाद एयरपोर्ट ही पर रोक लिया. क्योंकि सीमा शुल्क अधिकारियों ने 15 करोड़ रुपये मूल्य के अमेरिकी डॉलर उससे जब्त कर लिए, जो वह अपने बैग में राठौड़ (स्वामीजी) के लिए ला रहे थे.
पिछले साल 16 सितंबर को ऑगस्टीन ने कारोबारी को फोन किया. उन्होंने उसके सामने मॉर्गन को एक वकील के रूप में पेश किया और पैसे ट्रांसफर करने के लिए बैंक अकांउट नंबर दिए. ऑगस्टीन ने जॉर्जी को बिजनेसमैन से अपने मैनेजर के रूप में परिचित कराया. जॉर्जी ने फोन करके कारोबारी से जल्द पैसे ट्रांसफर करने को कहा. पिछले महीने राठौड़ (स्वामी जी) ने फोन कर कारोबारी को दिल्ली आने की सलाह दी.
उस वक्त किरण, जिसे उनका पीए बताया गया, ने कारोबारी से कई बार फोन पर बात की. उधर, मोर नाम के एक शख्स ने भी खुद को स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक का मैनेजर बताकर कारोबारी से बात की. उन्होंने उनसे कहा कि 2 करोड़ रुपये रिलीज के लिए तैयार हैं. कारोबारी ने राठौड़ के लिए पांच किश्तों में 3-4 लाख रुपये की दर से टैक्स के तहत पैसा जमा कर दिया. कई दिन बीत जाने के बाद भी जब दान की रसीद नहीं मिली तो कारोबारी इसी महीने की 13 तारीख को दिल्ली गया और गिरि को अपने साथ लेकर राठौड़ से मिला.
चंदे के बारे में पूछे जाने पर राठौड़ ने कहा कि उन्हें 7 लाख रुपये टैक्स और देना होगा. राठौर ने कारोबारी से कहा कि उन्हें जल्द ही राष्ट्रीय जूट बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नामित किया जा रहा है. इसमें सुनील कुमार नाम का शख्स योगदान दे रहा है. उनके पद मिलने के बाद, दान जारी करना आसान हो जाएगा'. उन्होंने व्यवसायी को सुनील कुमार के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश दिया. अब तक कारोबारी ने 14 किस्तों में सुनील कुमार को 40 लाख रुपये भेज दिए हैं.
इस प्रकार, पिछले साल 16 अगस्त से इस महीने की 3 तारीख तक 280 लेन देन के माध्यम से, कारोबारी द्वारा गिरि और राठौड़ के उक्त गिरोह को कुल 7,18,11,016 रुपये ट्रांसफर किए जा चुके है. गिरोह से उचित प्रतिक्रिया नहीं मिलने के कारण, कारोबारी ने साइबर सुरक्षा ब्यूरो पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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