मुजफ्फरपुर : बिहार का मुजफ्फरपुर सिर्फ लीची के लिए ही नहीं बल्कि उसकी पहचान आईटी हब के रूप में कराने का सपना देखने वाले चंदन राज इन दिनों अपने फैसले से पछता रहे हैं. चंदन राज वो शख्स हैं जो विदेशों में नोकिया, सैमसंग, बेल जैसी कंपनियों की नौकरी छोड़कर बिहार के लिए कुछ करने की ठानी थी. उन्होंने उसे करके भी दिखाया. उनके काम की तारीफ भी खूब हुई. प्रशासन से लेकर सरकार ने सराहना की. लेकिन बुनियादी जरूरतें पूरी न होने से चंदन राज भीतर से फ्रस्टेट हो गए और फिर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने दिल की बात लिख डाली.
'बिहार में कंपनी खोलना जीवन का बुरा फैसला' : सुरेश चिप्स के सीईओ चंदन राज ने लिखा ''एक सेमीकंडक्टर कंपनी के रूप में यहां बहुत समस्याएं और संघर्ष है. बिहार में कंपनी शुरू करना मेरे जीवन का सबसे बुरा फैसला था.'' यह ट्वीट सामने आते ही जिला प्रशासन में खलबली मच गई. चंदन राज साल 2020 से शेरपुर ग्रामीण इलाके में एक सेमीकंडक्टर बनाने की IT कंपनी चलाते हैं. उनकी कंपनी में 70 लोग काम करते हैं. लेकिन कंपनी के आसपास की बुनियादी कमियों की वजह से उनको क्लाइंट मिलने बंद हो गए हैं.
एक साल पहले भी प्रशासन को चेताया : चंदन ने अपनी इस समस्या को 2023 में भी सोशल प्लेटफॉर्म पर रखा था. तब उन्होंने पोस्ट करके लिखा था कि ''जहां उनकी ये सेमीकंडक्टर की कंपनी है, उस जगह बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं है, सड़कें नहीं हैं, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा भी कई समस्याएं हैं.'' यही वजह है कि उन्होंने कई क्लाइंट हाल फिलहाल में खो दिए हैं. क्योंकि इन सब दिक्कतों की वजह से उनके विदेशी ग्राहक रुचि नहीं ले रहे थे. चंदन के मुताबिक उनकी कंपनी के सर्वाइवल टाइम के लिए इन क्लाइंट की बेहद जरूरत थी.
DM के आश्वासन पर डिलीट किया पोस्ट : हालांकि तब डीएम के आश्वासन के बाद उन्होंने उस पोस्ट को डिलीट कर दिया. लेकिन इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी उनकी कंपनी तक आने-जाने के सड़क के इंतजाम नहीं किए गए. आखिर में जब उनके क्लाइंट बुनियादी सुविधाओं को देखकर बिदक गए और इंटरेस्ट नहीं लिया तो उनका फ्रस्टेशन हाई हो गया. इसी तनाव में आकर उन्होंने ट्वीट कर दिया. जिसमें उन्होंने बिहार ऊपर से मुजफ्फरपुर में IT कंपनी खोलने के फैसले को सबसे बुरा बताया.
मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में उक्त पथ के निर्माण कार्य की प्रशासनिक स्वीकृति पूर्व में ही दी जा चुकी है। दशहरा के तुरंत बाद उक्त पथ का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा।
— जिला प्रशासन मुजफ्फरपुर (@DM_Muzaffarpur) October 11, 2024
"बिहार का रहने वाला हूं, बिहार में प्लांट लगाएंगे और अपने लोगों को रोजगार देंगे. इसी सोच के साथ चंदन राज ने मुजफ्फरपुर में सेमीकंडक्टर का प्लांट लगा दिया. कई देशों की नौकरी छोड़ मुजफ्फरपुर के बेला औद्योगिक क्षेत्र के शेरपुर ग्राम पंचायत में आईटी कंपनी खोल दी. चार साल चक्कर लगाने के बाद भी मेरे दफ्तर तक सड़क और नाला नहीं बन सका है. मेरे की क्लाइंट इस कारण हट गए. इसी फ्रस्टेशन में आकर मैने ट्वीट किया था.''- चंदन राज, सीईओ, सुरेश चिप्स
जिला प्रशासन की सफाई : इस ट्वीट के आते ही हड़कंप मचना स्वाभाविक था. जिला प्रशासन ने उसी ट्वीट पर सफाई दी और लिखा कि उस इलाके में मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना 2024-25 के मद में प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है. दशहरा के तुरंत बाद पथ निर्माण विभाग द्वारा काम लगा दिया जाएगा.
— Chandan Raj (@ChandanRaj_ASIC) March 18, 2023
''मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत उस सड़क डेवलप करने की योजना पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है. दशहरा खत्म हो चुका है और हम लोग को उम्मीद है कि 2 महीने के अंदर सड़क को डेवलप कर दिया जाएगा. सोलर स्ट्रीट लाइट योजना भी मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना में शामिल है. हर गांव के हर वार्ड में स्ट्रीट लाइट लगाना है और हम लोगों को उम्मीद है जल्द ही उस ग्राम पंचायत में और उस कंपनी के पास स्ट्रीट लाइट को लगा दिया जाएगा.''- सुब्रत कुमार सेन, डीएम, मुजफ्फरपुर
कौन हैं चंदन राज : चंदन ओडिशा के बीजू पटनायक यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉडी से इलेक्ट्रॉनिक और कम्यूनिकेशन में ग्रेजुएट हैं. कई देशों की बड़ी कंपनी जैसे सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, इंटेल, सिलिकाल सर्विस SRL और नोकिया, बेल जैसी कंपनियों में सीनियर पोस्ट पर काम किया और फिर नौकरी छोड़कर 2020 में बिहार लौट आए और उन्होंने मुजफ्फरपुर में सुरेश चिप्स एंड सेमीकंडक्टर कंपनी को स्थापित किया.
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