नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया आज बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन में सरकार के कई मंत्री-विधायक मौजूद हैं. कर्नाटक सरकार का आरोप है कि केंद्र सरकार हमें न तो टैक्स का हिस्सा दे रही है और न ही आर्थिक मदद कर रही है. प्रदर्शन को चलो दिल्ली नाम दिया गया है. वहीं, कर्नाटक के अलावा केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना सरकार भी केंद्र सरकार पर फंड्स के बंटवारे में भेदभाव का आरोप लगा चुके हैं.
केंद्र सरकार पर आरोप
प्रदर्शन के दौरान सिद्धारमैया ने कहा, "जहां तक टैक्स कलेक्शन की बात है तो कर्नाटक दूसरे नंबर पर है, महाराष्ट्र नंबर एक पर है. दरअसल इस साल कर्नाटक टैक्स के रूप में 4.30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का योगदान दे रहा है...अगर हम टैक्स के रूप में 100 रुपए इकट्ठा करते हैं और इसे भारत सरकार को देते हैं, तो हमें केवल 12-13 रुपए ही वापस मिल रहे हैं.."
सीएम सिद्धारमैया बोलें, 'ये कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं है, यह कर्नाटक के हित के लिए है. केंद्र सरकार फंड वितरण में राज्यों के बीच भेदभाव कर रही है. हमारे साथ बहुत बड़ा अन्याय हुआ है. हमें अपने कर का कम से कम 40 से 45 प्रतिशत हिस्सा मिलना चाहिए.'
सिद्धारमैया ने केंद्र पर 15वें वित्त आयोग द्वारा अपनी अंतरिम रिपोर्ट में अनुशंसित 5,300 करोड़ रुपये की धनराशि जारी नहीं करने का आरोप लगाया. केंद्र पर पिछले पांच वर्षों में राज्य के साथ 'अन्याय' करने का आरोप लगाया, जिससे 1.87 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.