हजारीबागः नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम हजारीबाग के ओएसिस स्कूल जांच करने के लिए पहुंची है. आठ सदस्यीय टीम पिछले दो दिनों से हजारीबाग में है. सीबीआई पेपर लीक कांड से जुड़े मामले की तह में जाने के प्रयास में है.
जांच के क्रम में सीबीआई पहले एसबीआई की मुख्य शाखा गई. वहां बैंक के पदाधिकारी से पूछताछ की गई और आज सीबीआई ओएसिस स्कूल गई है. जहां स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक से पूछताछ कर रही है. सीबीआई की दो गाड़ी कैंपस के अंदर है जिसमें सीबीआई के आधा दर्जन प्राधिकारियों के होने की बात कही जा रही है.
बता दें कि इससे पहले 22 जून को बिहार से पांच सदस्यीय जांच टीम हजारीबाग आई थी. टीम ने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में पूछताछ की थी. पूछताछ में काफी जानकारी इकट्ठा की गई थी. कई लोगों के बयान भी दर्ज किए गए थे. गौरतलब है कि नीट की परीक्षा के लिए हजारीबाग में चार सेंटर बनाए गए थे. जिसमें से एक सेंटर के लड़के ने टॉप किया है.
बता दें कि हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में जांच टीम के आने की वजह यह है कि जो एक जला हुआ प्रश्न पत्र बुकलेट मिला था उसका सीरियल नंबर इसी ओएसिस स्कूल के बूकलेट से मैच किया था. हालांकि स्कूल के प्रिंसिपल ने इस बात का खंडन किया था कि स्कूल से किसी तरह की गड़बड़ी हुई थी. एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर और ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसान उल हक ने कहा है कि स्कूल में सभी नियमों को पालन किया गया था, स्कूल से प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ था.
उन्होंने कहा था कि जिस प्रश्नपत्र के लीक होने की बात कही जा रही है, उसके पैकेट से छेड़छाड़ हुई थी. लिफाफे को बड़ी बारीकी से काटा गया था.उन्होंने आशंका जताई थी कि लिफाफे से प्रश्नपत्र निकाला गया था. उन्होंने कूरियर सर्विस की भूमिका पर भी संदेह जाहिर किया था. प्रश्नपत्र को नेटवर्क की एक गाड़ी से लाया गया था. उन्होंने कहा कि कूरियर वालों ने ई-रिक्शा से प्रश्न पत्र को हजारीबाग बैंक तक पहुंचाया था.
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