चेन्नई/बेंगलुरु: लोकसभा इलेक्शन 2024 के मतदान से पहले देश में राजनीति काफी गर्म है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है. इस बीच केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता शोभा करंदलाजे ने अपने उस बयान पर माफी मांगी है जिसमें उन्होंने कहा था कि एक शख्स तमिलनाडु से आता है और रामेश्वरम कैफे में बम रख जाता है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले पर अपने विवादास्पद बयान के लिए माफी मांगी है. माफी मांगते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने शब्द वापस लेती हैं और तमिल भाइयों और बहनों से माफी मांगती हैं.
'एक्स' पर एक पोस्ट में शोभा करंदलाजे ने कहा कि मैं अपने तमिल भाइयों और बहनों को स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरे शब्द प्रकाश डालने के लिए थे, छाया डालने के लिए नहीं. फिर भी मैं देख रही हूं कि मेरी टिप्पणियों से कुछ लोगों को दुख पहुंचा है और इसके लिए मैं माफी मांगती हूं. मेरी टिप्पणियां पूरी तरह से कृष्णगिरि जंगल में प्रशिक्षित उन लोगों के लिए थीं, जो रामेश्वरम कैफे विस्फोट से जुड़े थे. मेरे बयान से आहत तमिलनाडु के सभी व्यक्तियों से मैं अपने दिल की गहराइयों से क्षमा मांगती हूं. इसके अलावा, मैं अपनी पिछली टिप्पणियों को वापस लेती हूं.
दरअसल, रविवार को बेंगलुरु में अजान के दौरान हनुमान चालीसा बजाने पर कथित तौर पर हमला करने वाले एक दुकानदार के समर्थन में एक विरोध प्रदर्शन में करंदलाजे ने कहा था कि तमिलनाडु के लोग यहां आते हैं और राज्य में बम लगाते हैं. बता दें, शोभा करंदलाजे ने कर्नाटक में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि 'कर्नाटक में कानून-व्यवस्था खराब हो गई है.
तमिलनाडु से आए लोग राज्य में बम लगाते हैं, दिल्ली से आए लोग 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाते हैं और केरल से आए लोग एसिड हमलों में शामिल होते हैं. जिसके बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के. स्टालिन ने केंद्रीय मंत्री की इस टिप्पणी की आलोचना की. स्टालिन ने करंदलाजे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग की और मांग की कि भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) इस 'घृणास्पद बयान' का जवाब दें.