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माओवादियों के पास से अमेरिका और सर्बिया की गोलियां बरामद, चुनाव के दौरान बड़ी वारदात की थी योजना

पुलिस कार्रवाई के दौरान माओवादियों के हथियार बरामद हुए हैं. अमेरिका और सर्बिया में बनी गोलियां भी बरामद हुई हैं.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 3 hours ago

Maoist weapon recovered
बरामद हथियार के साथ पलामू पुलिस (ईटीवी भारत)

पलामू: पुलिस ने विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी घटना को अंजाम देने की माओवादियों की योजना को विफल कर दिया है. पुलिस की कार्रवाई में माओवादियों के हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है. हथियारों का यह जखीरा पलामू के पिपरा थाना क्षेत्र के झरना पहाड़ी से बरामद किया गया है. माओवादियों ने हाल ही में हथियारों को साफ कर उन पर ऑयल लगाया था, ताकि उनमें जंग न लगे.

जानकारी के अनुसार माओवादी विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. घटना को अंजाम देने के लिए माओवादी अमेरिका और सर्बिया में निर्मित गोलियों का इस्तेमाल करने वाले थे. हमले को अंजाम देने के लिए माओवादियों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक जुटाए थे. पलामू पुलिस की कार्रवाई में माओवादियों के हथियारों का यह बड़ा जखीरा बरामद किया गया है. मौके से एक 303 राइफल, 54 एसपीआरजी पीपीयू लिखा हुआ, 26 एसपीआरजी एसएंडजी लिखा हुआ, 914 0.22 एमएम की गोलियां बरामद की गई हैं.

पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि बरामद हथियारों का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव के दौरान माओवादियों द्वारा किया जा सकता था. बरामद राइफलें पुलिस से लूटी गई थीं, हथियारों का यह जखीरा 15 लाख रुपये के इनामी माओवादी नितेश यादव, 10 लाख रुपये के इनामी माओवादी संजय गोदराम और इंताज अंसारी उर्फ ​​ठेंगन ने इकट्ठा किया था.

अमेरिका और सर्बिया में बनी थीं गोलियां

पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि बरामद गोली पर कुछ नंबर लिखे हैं. जब इस नंबर और कोड की जांच की गई तो पता चला कि यह नंबर अमेरिका और सर्बिया में बनी गोलियों पर लिखा जाता है. मामले की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी. बरामद राइफल पर नंबर भी लिखे हैं, जिससे पता लगाया जा रहा है कि बरामद राइफल कहां से लूटी गई थी.

माओवादियों से बरामद 0.22 एमएम की गोली को पुलिस अहम मान रही है. एसपी ने बताया कि इस गोली का इस्तेमाल लैंडमाइंस और मोर्टार बनाने में होता था. पुलिस की छापेमारी अभियान में एसडीपीओ अवध किशोर यादव, इंस्पेक्टर द्वारिका राम, थाना प्रभारी विमल कुमार और जगुआर टीम शामिल थी.

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जानकारी के अनुसार माओवादी विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. घटना को अंजाम देने के लिए माओवादी अमेरिका और सर्बिया में निर्मित गोलियों का इस्तेमाल करने वाले थे. हमले को अंजाम देने के लिए माओवादियों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक जुटाए थे. पलामू पुलिस की कार्रवाई में माओवादियों के हथियारों का यह बड़ा जखीरा बरामद किया गया है. मौके से एक 303 राइफल, 54 एसपीआरजी पीपीयू लिखा हुआ, 26 एसपीआरजी एसएंडजी लिखा हुआ, 914 0.22 एमएम की गोलियां बरामद की गई हैं.

पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि बरामद हथियारों का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव के दौरान माओवादियों द्वारा किया जा सकता था. बरामद राइफलें पुलिस से लूटी गई थीं, हथियारों का यह जखीरा 15 लाख रुपये के इनामी माओवादी नितेश यादव, 10 लाख रुपये के इनामी माओवादी संजय गोदराम और इंताज अंसारी उर्फ ​​ठेंगन ने इकट्ठा किया था.

अमेरिका और सर्बिया में बनी थीं गोलियां

पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि बरामद गोली पर कुछ नंबर लिखे हैं. जब इस नंबर और कोड की जांच की गई तो पता चला कि यह नंबर अमेरिका और सर्बिया में बनी गोलियों पर लिखा जाता है. मामले की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी. बरामद राइफल पर नंबर भी लिखे हैं, जिससे पता लगाया जा रहा है कि बरामद राइफल कहां से लूटी गई थी.

माओवादियों से बरामद 0.22 एमएम की गोली को पुलिस अहम मान रही है. एसपी ने बताया कि इस गोली का इस्तेमाल लैंडमाइंस और मोर्टार बनाने में होता था. पुलिस की छापेमारी अभियान में एसडीपीओ अवध किशोर यादव, इंस्पेक्टर द्वारिका राम, थाना प्रभारी विमल कुमार और जगुआर टीम शामिल थी.

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