विकासनगर: बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल इन दिनों अपने इलाके में धार्मिक यात्रा में व्यस्त हैं. जुबिन के परिवार ने देव डोली यात्रा निकाली है. जुबिन इस धार्मिक यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. सिमोग मंदिर से चली देव डोली यात्रा आज शनिवार सुबह जुबिन के पैतृक गांव क्यारी के लिए रवाना हुई.
सिंगर जुबिन नौटियाल के परिवार की धार्मिक यात्रा: बैराटखाई में रात्रि विश्राम के बाद सुबह प्रस्थान से पहले भंडारे का आयोजन किया गया. इसके बाद तीनों देव डोलियों को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल और बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल के पैतृक क्यारी गांव के लिए किया प्रस्थान हुआ. देव डोलियों के आगे झुक कर जुबिन नौटियाल ने दंडवत प्रणाम का दर्शन किए.
60 किलोमीटर की पैदल धार्मिक यात्रा: सिमोग मंदिर से चली तीन देवताओं चूड़ेश्वर, शिलगुर और बिजट महाराज की डोलियों और हजारों श्रद्धालुओं ने बैराटखाई मे शुक्रवार को रात्रि विश्राम किया. शनिवार सुबह को विधि विधान से पूजा अर्चना के उपरांत जुबिन नौटियाल और उनके पिता रामशरण नौटियाल ने देवताओं की पिटारियों को अपने पीठ पर रखकर पैदल धार्मिक यात्रा शुरू की. हजारों की संख्या में श्रद्धालु देवताओं के जयकारे लगाते हुए यात्रा में पैदल आगे बढ़ते चले गए. ढोल दमाऊं, रणसिंघे की गूंज से सारा वातावरण भक्तिमय हुआ. यह धर्मिक यात्रा सिमोग मंदिर से क्यारी गांव तक करीब 60 किलोमीटर है. बुजुर्ग युवा बच्चे और महिलाएं देव डोलियों के साथ जयकारे लगाते चल रहे थे.
जुबिन नौटियाल के कंधे पर देव डोली: जुबिन नौटियाल ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत सौभाग्य की बात है कि पहली बार तीन देवता हमारे घर आ रहे हैं. सारे काम का छोड़ करके मुझे आज सौभाग्य मिले है कि देवता की पालकी को कंधा लगा सकूं. अपने परिवार के साथ पूरे जौनसार बाबर को मैं अपना परिवार मानता हूं. आज प्यार का दिन है. आज मेल मिलाप का दिन है. मैं पूरे जौनसार बावर क्षेत्र को अपने परिवार को बहुत-बहुत शुक्रिया कहना चाहूंगा. बहुत-बहुत प्यार देना चाहूंगा कि इतना बड़ा दिन हम सब साथ में देख रहे हैं.
जुबिन के परिजनों ने मांगी मनौती: पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल ने कहा कि तीनों देव डोलियां आज मेरे गांव के लिए प्रस्थान कर रही हैं. सभी श्रद्धालुओं के लिए नाश्ते की व्यवस्था की गई है. हम ईष्टदेव देवताओं से प्रार्थना करते हैं कि हमारा गांव, कुटुंब तमाम पूरा क्षेत्र सब की खुशहाल रहें. हमारी यह मन्नत भगवान पूरी करें, यही हमारी प्रार्थना है. हमारा गांव 60 किलोमीटर दूर है. 60 किलोमीटर की पैदल यात्रा एक तरफ दोनों ओर करीब 120 किलोमीटर पैदल यात्रा है. रात को बैराटखाई मे रुके थे. 15 साल से हम लोगों ने मन्नत मानी थी कि हम देव डोलियों के लेकर जाएंगे. उन्होंने बताया कि जुबिन रात को यहां बैराटखाई में आ गए थे. अब यहां से साथ में गांव तक पैदल चलेंगे.
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