कोटा. सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे लोकसभा चुनाव प्रचार में केवल बारां -झालावाड़ लोकसभा सीट तक ही सीमित रहीं. पहले चरण का चुनाव प्रचार बुधवार को थम गया. राजे ने बारां और झालावाड़ जिले के अलावा अन्य किसी भी जिले में चुनाव प्रचार नहीं किया, जबकि राजे भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल हैं. भारतीय जनता पार्टी ने उनके बेटे को बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट से पांचवीं बार प्रत्याशी बनाया है. दुष्यंत चार बार चुनाव जीत भी चुके हैं. इस दौरान वसुंधरा राजे बारां-झालावाड़ के अलावा मध्य प्रदेश के दतिया और जयपुर में जरूर रहीं, लेकिन चुनाव प्रचार में शामिल नहीं हुईं. उन्होंने केवल अपने बेटे दुष्यंत सिंह के लिए ही चुनाव प्रचार किया. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के 24 और प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं. इनमें से 2 प्रत्याशियों की अग्नि परीक्षा शुक्रवार 19 अप्रैल को है, जबकि शेष 13 प्रत्याशियों का चुनाव 26 अप्रैल को है.
बारां में करना पड़ा प्रचार : पूर्व मुखमंत्री वसुंधरा राजे 13 और 14 अप्रैल को बारां जिले के दौरे पर रहीं, जहां उन्होंने 13 अपैल को देवरी, कस्बाथाना, समरानियां, व नाहरगढ़ में कार्यकर्ताओं की बैठक ली. इसके बाद 14 अप्रैल को बारां शहर, अटरू, कवाई व गऊघाट में कार्यक्रताओं की बैठक ली. राजे शुक्रवार 19 अप्रैल को अंता और 20 अप्रैल को छबड़ा के दौरे पर रहेंगी.
जेपी नड्डा के साथ की थी रैली : बारां-झालावाड़ सीट से भाजपा प्रत्याशी दुष्यंत सिंह ने अपना नामांकन 2 अप्रैल को दाखिल किया था. इसके बाद 3 अप्रैल को उनकी नामांकन रैली आयोजित की गई थी. इस सभा में जेपी नड्डा के साथ वसुंधरा राजे ने भी आमजन को संबोधित किया था. हालांकि, इसके अलावा उन्होंने झालावाड़ में प्रचार नहीं किया. केवल अलग-अलग बैठक ही कार्यकर्ताओं और कई वर्गों के साथ की हैं.
झालावाड़ में भी नहीं किया प्रचार : वसुंधरा राजे 28 मार्च को झालावाड़ सड़क मार्ग से पहुंची थी. इसके बाद वे 4 अप्रैल तक झालावाड़ में रही और इस दौरान अलग-अलग वर्गों से उन्होंने मुलाकात की थी, लेकिन झालावाड़ में चुनाव प्रचार करने नहीं गईं. इसके बाद 14 अप्रैल को राजे झालावाड़ पहुंची थी और 15 अप्रैल को भाजपा के संकल्प पत्र को लेकर पत्रकारों के साथ उन्होंने चर्चा की थी.