रांची: भारतीय जनता पार्टी अब झामुमो के घोषणा पत्र जारी नहीं किए जाने को लेकर तंज कस रही है. भाजपा नेता प्रदीप सिन्हा कहते हैं कि झामुमो राज्य की एक ऐसी पार्टी है जिसे जनमुद्दों से ज्यादा सरोकार नहीं रहता. उन्हें लगता है कि सत्ता में हैं तो वह स्वभाविक दावेदार हैं, लेकिन उन्हें पिछली बार की तरह इस बार भी जनता सबक सिखाएगी.
वहीं, झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. झामुमो राज्य की जनता के हितों और उम्मीदों के अनुकूल घोषणा पत्र लेकर आएगा. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को परेशान होने की जरूरत नहीं है, न सिर्फ झामुमो बल्कि I.N.D.I.A ब्लॉक की ओर से भी सामूहिक घोषणा पत्र जारी होगा.
गौरतबल हो कि दो प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा ने संकल्प पत्र और कांग्रेस ने पांच न्याय-25 गारंटी नाम से अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं. राजद और माले ने भी अपना चुनावी घोषणा पत्र जनता को समर्पित कर दिया है, लेकिन झारखंड में पांच लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे झामुमो की ओर से अभी तक घोषणा पत्र जारी नहीं किया गया है, जबकि उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
आपस में ही बंटी हुई है I.N.D.I.A , इनके न नेता तय है और न नीति-भाजपा
झारखंड भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रदीप सिन्हा कहते हैं कि बढ़िया तो यह होता कि INDIA ब्लॉक की ओर से एक साझा घोषणा पत्र निकाला जाता, ताकि देश की जनता यह जान पाती कि अगर INDIA सत्ता में आती है तो वह क्या क्या काम जनहित में करेगी. लेकिन यहां तो अलग-अलग दल अपना घोषणा पत्र निकाल रहे हैं. इससे साफ हो गया है कि न तो इनमें मुद्दों को एका नहीं है औरत ही नीतियों को लेकर. ऐसे में जनता समझ रही है कि अगर इनको सरकार बनाने का मौका दे दिया गया, तो फिर राजनीति का हाल क्या होगा?
हमारी सोच और झारखंडी विषयों के साथ आएगा घोषणा पत्र- झामुमो
अभी तक झामुमो की ओर से चुनावी घोषणा पत्र जारी नहीं करने पर भाजपा के तंज पर प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि जमशेदपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार के नाम की घोषणा के बाद जितना जल्द हो सकेगा झामुमो अपना घोषणा पत्र जारी कर देगा. मनोज पांडेय ने कहा कि झामुमो के घोषणा पत्र में वे सभी मुद्दे और उसके समाधान का जिक्र होगा जो राज्य के आदिवासी और मूलवासी के हितों से जुड़े हुए है. उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड, ओबीसी को 27% आरक्षण, 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, विस्थापन और पलायन जैसे मुद्दों और उसके समाधान का जिक्र झामुमो के घोषणा पत्र में होगा.
समय पर सभी काम होगा, भाजपा हताश न हो- राकेश सिन्हा
सहयोगी दल झामुमो की ओर से अभी तक चुनावी घोषणा पत्र जारी नहीं पाने को भाजपा द्वारा मुद्दा बनाये जाने पर कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी और महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा को परेशान होने की जरूरत नहीं है. राज्य की जनता के इच्छा के अनुरूप न सिर्फ झामुमो अपना घोषणा पत्र लाएगा, बल्कि INDIA अलायंस भी साझा घोषणा पत्र प्रस्तुत करेंगे. उन्होंने कहा कि हम भाजपा की तरह राज्य और देश की जनता के आंखों में धूल झोंकने का काम नहीं करेंगे.
2019 में निश्चय पत्र के रूप में जारी किया था झामुमो ने अपना घोषणा पत्र
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र जो निश्चय पत्र के रूप में जारी किया था. इस निश्चय पत्र में जल-जंगल-जमीन को बचाने, वन पट्टा देने की नीति को सरल बनाने, खनन एवं बिजली परियोजनाओं की समीक्षा, जंगल की अंधाधुंध कटाई पर रोक, विस्थापितों के लिए पुनर्वासन आयोग के गठन, रोजगार सृजन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, मध्यम वर्ग, महंगाई, गरीबी और सामाजिक न्याय से जुड़े निश्चय का जिक्र किया गया था.
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