नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान में सबसे वीआईपी सीट वाराणसी है और उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले की सीट गोरखपुर है, जिसके लिए भाजपा ने चरणबद्ध तरीके से तैयारी की है. खासतौर पर पीएम नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में प्रवासी कार्यकर्ताओं का पार्टी ने जमावड़ा लगा दिया है, कमोबेश यही तस्वीर गोरखपुर मंडल की भी है.
भाजपा ने वाराणसी में पूरे देश से प्रवासी कार्यकर्ताओं को बुलाया है. सांगठनिक पदाधिकारी, सांसद और मंत्री वाराणसी मंडल में प्रवासी कार्यकर्ता बनाए गए हैं. जिन राज्यों में चुनाव संपन्न हो चुका है, वहां से सांसद, विधायक और मंत्री प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में वाराणसी क्षेत्र में भेजे जा रहे हैं. इन प्रवासी कार्यकर्ताओं का चयन उनके अनुभवों को आधार पर किया गया हैं. इनमें से कोई सांगठनिक पदाधिकारी है तो कोई मंत्री या फिर सांसद. जिन क्षेत्रों में चुनाव संपन्न हो चुके हैं उन क्षेत्रों के कई प्रत्याशियों को भी पार्टी हेडक्वार्टर से वाराणसी पहुंचाने का फरमान मिल चुका है.
कई बड़े नेता वाराणसी पहुंच भी चुके हैं. इनमें से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को वाराणसी के बनारस क्लब में एक बड़ी सभा को संबोधित किया. इसके अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी वाराणसी में पीएम मोदी के लिए चुनावी सभाएं कीं. इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोमवार शाम को चुनाव प्रचार किया. सीएम योगी आदित्यनाथ भी जल्दी ही यहां डेरा डालेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के बाकी हिस्सों में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं और पार्टी के बड़े नेता देश में हुए विकास कार्य, काशी में हुए विकास कार्यों, काशी कॉरिडोर और प्रधानमंत्री के नाम पर वोट मांग रहे हैं. पार्टी का एक विशेष प्रतिनिधिमंडल बूथ-बूथ पर जाकर लोगों के वोटर आईडी कार्ड और उनकी वोट संबंधी समस्याओं के समाधान में भी लगा हुआ है.
बीजेपी के एक राष्ट्रीय प्रवक्ता ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि पीएम मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में इतना काम हुआ है कि यदि वहां वोट नहीं भी मांगे जाएं तो भी वहां की जनता पीएम के कार्यों से अभिभूत है और वो इस बार 10 लाख से भी ज्यादा मतों से उन्हें जिताएगी. उन्होंने दावा किया कि बाकी पार्टियों के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त होगी और पीएम मोदी रिकॉर्ड मत से जीतेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि अभी तो वहां भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता डेरा डालेंगे. पीएम के खुद भी वहां आने की संभावना है और पार्टी जीत का रिकॉर्ड बनाने में कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहती है.
ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव: आखिरी चरण की लड़ाई अहम, बदले समीकरण BJP के लिए चुनौती, जानें कौन किस पर भारी