बाराबंकी : सांसद उपेन्द्र रावत ने वीडियो कांड के बाद लोकसभा चुनाव के बाराबंकी से मिला टिकट वापस कर दिया है. सांसद ने कहा है कि जब तक निर्दोष साबित नहीं होता, कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा. साथ ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से निवेदन किया है कि इस प्रकरण की जांच कराई जाए. कहा है कि वीडियो AI से बनाया गया है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए बाराबंकी से भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र सिंह रावत का नाम शनिवार को फाइनल हुआ था. ठीक इसके एक दिन बाद रविवार को एक विदेशी महिला का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि यह आपत्तिजनक वीडियो सांसद उपेंद्र सिंह रावत का है. सांसद के निजी सचिव ने इस वीडियो को एडिटेड बताते हुए आरोप लगाया है कि यह उपेंद्र रावत की छवि धूमिल करने की साजिश है. निजी सचिव दिनेश चंद्र रावत ने नगर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
शनिवार को जब पार्टी की ओर से जारी लिस्ट में उपेंद्र रावत का नाम आया तो उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह आ गया, लेकिन रविवार को इस पर पानी फिर गया. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पूरे जिले में हड़कम्प मच गया. फिलहाल इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि कोई नहीं कर रहा. सूत्रों के मुताबिक वीडियो वायरल होने के बाद उपेंद्र रावत दिल्ली तलब किए गए. जहां उनको पार्टी की ओर से टिकट वापस करने की हिदायत दी गई. बताते हैं कि उपेंद्र ने अपनी बात संगठन के सामने रखी है, लेकिन उनको टिकट वापस करना पड़ा. इससे पहले आसनसोल में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी भोजपुरी गायक पवन सिंह ने भी अपना टिकट वापस किया है.
सांसद के निजी सचिव दिनेश चंद्र रावत ने तब कहा था कि सोशल मीडिया पर सांसद के विरुद्ध कुछ आपत्तिजनक वीडियो वायरल किया जा रहा है, जो एडिटेड वीडियो है.दिनेश चंद्र ने तहरीर देकर कहा है कि वीडियो प्रचारित करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस बीच सांसद ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है.