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प.बंगाल संदेशखाली यौन उत्पीड़न मामला, भाजपा ने किया पैनल का गठन - Sandeshkhali sexual harassment

BJP panel Sandeshkhali incidents: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा और यौन उत्पीड़न की कथित घटनाओं को बीजेपी ने गंभीरता से लिया है. पार्टी ने कथित घटनाओं के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए 6 सदस्यीय पैनल का गठन किया है.

BJP forms 6-member panel to inquire Sandeshkhali sexual harassment incidents
भाजपा ने किया पैनल का गठन संदेशखाली यौन उत्पीड़न मामला
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By ANI

Published : Feb 15, 2024, 6:50 AM IST

नई दिल्ली: बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हिंसा और यौन उत्पीड़न की कथित घटनाओं के बारे में पता लगाने को लेकर एक पैनल का गठन किया है. इसमें केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के छह सदस्यों को शामिल किया गया है. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को उच्च स्तरीय समिति के संयोजक के रूप में नामित किया गया है.

पैनल के अन्य सदस्यों में प्रतिमा भौमिक, भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और बृजलाल शामिल हैं. उन्हें घटना स्थल का दौरा करने, स्थिति का जायजा लेने, पीड़ितों से बात करने और अपनी रिपोर्ट भाजपा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपने का निर्देश दिया गया है. अधिसूचना में नड्डा ने कहा कि कथित घटनाएं दिल दहला देने वाली हैं.

उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में महिला उत्पीड़न और गुंडागर्दी की घटनाएं लगातार हो रही हैं और वहां का प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. पूरे राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ राज्य पार्टी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उपखंड के संदेशखाली इलाके में तनाव फैल गया.

संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं. पुलिस लाठीचार्ज के दौरान मजूमदार को चोटें आईं क्योंकि पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. पश्चिम बंगाल सरकार ने संदेशखाली समेत सात ग्राम पंचायतों के 500 मीटर के क्षेत्र में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 फिर से लागू कर दी है.

संदेशखाली ब्लॉक में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा के आंदोलन के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 19 फरवरी तक क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दिया गया है. बंगाल के संदेशखाली की घटनाओं पर उठे राजनीतिक तूफान के कारण मंगलवार को राज्य के दूसरे हिस्से में हिंसा भड़क उठी. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बुधवार को संदेशखाली ब्लॉक में महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की और कहा कि सीएम ममता बनर्जी मूक दर्शक के रूप में काम कर रही हैं. यह चिंता का विषय है.

उन्होंने कहा,'जब अपराध का अपराधी टीएमसी का गुंडा होता है, तो राज्य की मुख्यमंत्री को राज्य की महिलाओं विशेष रूप से हिंदू महिलाओं की गरिमा को बनाए रखने की भी परवाह नहीं होती है, जिन्हें फरार शेख शाहजहां के गुंडों द्वारा निशाना बनाया जाता है.' मुख्यमंत्री पर बड़ा हमला करते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल बलात्कारियों की सरकार द्वारा संचालित राज्य में बदल गया है.

यह कहना गलत नहीं होगा कि पश्चिम बंगाल एक ऐसे राज्य में बदल गया है जहां बलात्कारी द्वारा, बलात्कारी के लिए, बलात्कारी के लिए चलाई जाने वाली सरकार है. भाटिया ने कहा, 'पीड़ितों के समर्थन में खड़े होने के बजाय, ममता बनर्जी बलात्कारी का समर्थन कर रही हैं.' भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, 'पश्चिम बंगाल पुलिस ने सभी हदें पार कर दी हैं.' उन्होंने आगे कहा कि पार्टी पश्चिम बंगाल में महिलाओं को ममता बनर्जी के आपराधिक सिंडिकेट के लिए वासना की वस्तु नहीं बनने देगी.

ये भी पढ़ें- संदेशखाली मामला : पुलिस की सख्ती के बाद हाईकोर्ट ने धारा 144 लगाने का आदेश किया रद्द

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नई दिल्ली: बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हिंसा और यौन उत्पीड़न की कथित घटनाओं के बारे में पता लगाने को लेकर एक पैनल का गठन किया है. इसमें केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के छह सदस्यों को शामिल किया गया है. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को उच्च स्तरीय समिति के संयोजक के रूप में नामित किया गया है.

पैनल के अन्य सदस्यों में प्रतिमा भौमिक, भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और बृजलाल शामिल हैं. उन्हें घटना स्थल का दौरा करने, स्थिति का जायजा लेने, पीड़ितों से बात करने और अपनी रिपोर्ट भाजपा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपने का निर्देश दिया गया है. अधिसूचना में नड्डा ने कहा कि कथित घटनाएं दिल दहला देने वाली हैं.

उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में महिला उत्पीड़न और गुंडागर्दी की घटनाएं लगातार हो रही हैं और वहां का प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. पूरे राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ राज्य पार्टी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उपखंड के संदेशखाली इलाके में तनाव फैल गया.

संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं. पुलिस लाठीचार्ज के दौरान मजूमदार को चोटें आईं क्योंकि पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. पश्चिम बंगाल सरकार ने संदेशखाली समेत सात ग्राम पंचायतों के 500 मीटर के क्षेत्र में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 फिर से लागू कर दी है.

संदेशखाली ब्लॉक में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा के आंदोलन के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 19 फरवरी तक क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दिया गया है. बंगाल के संदेशखाली की घटनाओं पर उठे राजनीतिक तूफान के कारण मंगलवार को राज्य के दूसरे हिस्से में हिंसा भड़क उठी. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बुधवार को संदेशखाली ब्लॉक में महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की और कहा कि सीएम ममता बनर्जी मूक दर्शक के रूप में काम कर रही हैं. यह चिंता का विषय है.

उन्होंने कहा,'जब अपराध का अपराधी टीएमसी का गुंडा होता है, तो राज्य की मुख्यमंत्री को राज्य की महिलाओं विशेष रूप से हिंदू महिलाओं की गरिमा को बनाए रखने की भी परवाह नहीं होती है, जिन्हें फरार शेख शाहजहां के गुंडों द्वारा निशाना बनाया जाता है.' मुख्यमंत्री पर बड़ा हमला करते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल बलात्कारियों की सरकार द्वारा संचालित राज्य में बदल गया है.

यह कहना गलत नहीं होगा कि पश्चिम बंगाल एक ऐसे राज्य में बदल गया है जहां बलात्कारी द्वारा, बलात्कारी के लिए, बलात्कारी के लिए चलाई जाने वाली सरकार है. भाटिया ने कहा, 'पीड़ितों के समर्थन में खड़े होने के बजाय, ममता बनर्जी बलात्कारी का समर्थन कर रही हैं.' भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, 'पश्चिम बंगाल पुलिस ने सभी हदें पार कर दी हैं.' उन्होंने आगे कहा कि पार्टी पश्चिम बंगाल में महिलाओं को ममता बनर्जी के आपराधिक सिंडिकेट के लिए वासना की वस्तु नहीं बनने देगी.

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