श्रीनगर: बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार के दौरान भाषण में पाकिस्तान का जिक्र करने पर नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है. भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगवाया है. कुलगाम जिले के रहने वाले भाजपा कार्यकर्ता शीराज अहमद लोन ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) से फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ शिकायत की है और उनके व उनकी पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख अब्दुल्ला ने 19 मई को पुंछ के मेहदार इलाके में अनंतनाग-राजौरी सीट से पार्टी उम्मीदवार मियां अल्ताफ के समर्थन में चुनावी रैली में की थी. इस दौरान फारूक ने कहा था कि पाकिस्तान को कश्मीर में आतंकवाद फैलाना बंद करना चाहिए. इसके बाद भारत-पाकिस्तान अपने मुद्दों के समाधान के लिए फिर से बातचीत कर सकते हैं.
उन्होंने यह भी कहा था कि अगर भारत सरकार जांच के आदेश नहीं देती है तो दक्षिण कश्मीर में पूर्व सरपंच की हत्या की जांच अंतरराष्ट्रीय समिति को करनी चाहिए. फारूक अब्दुल्ला ने यह टिप्पणी शोपियां में भाजपा के पूर्व सरपंच अजाज अहमद शेख की हत्या और पहलगाम में पर्यटकों पर हमले को लेकर की थी. पहलगाम हमले में दो पर्यटक घायल हुए थे.
शीराज ने उनके इस बयान को लेकर अपनी शिकायत में कहा है कि फारूक अब्दुल्ला ने भारत की संप्रभुता के खिलाफ बात की है और कश्मीर में चुनावी प्रक्रिया में पाकिस्तान को एक पक्ष बनाया है.
ईटीवी भारत के पास उपलब्ध लोन के शिकायत पत्र की कॉपी में कहा गया है कि फारूक अब्दुल्ला मतदाताओं को लामबंद करने और भारत की चुनावी प्रक्रिया पर विदेशी प्रभाव को वैध बनाने की कोशिश कर रहे हैं. पाकिस्तान की कश्मीर नीति और वर्षों से उसकी हरकतों के संदर्भ में ऐसा सार्वजनिक बयान काफी संदिग्ध है क्योंकि यह पाकिस्तान की नीति और कश्मीर से संबंधित पाकिस्तानी हितों का पूर्ण या आंशिक समर्थन है.
उन्होंने आगे कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने उस शपथ का उल्लंघन किया है जो उन्होंने और उनकी पार्टी के उम्मीदवार ने भारत की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने और उसकी रक्षा का प्रण लिया था. पाकिस्तान को खुले तौर पर चुनाव प्रचार का हिस्सा बनाना भी संदेह के घेरे में हैं क्योंकि यह पाकिस्तान को एक प्रकार से आभास दिलाने जैसा है कि उसके हितों को न केवल भारत के भीतर से समर्थन किया जाएगा बल्कि इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग भारतीय कानूनी प्रणाली की खुली अवहेलना...
भाजपा कार्यकर्ता ने कहना है कि अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग करना भारतीय संवैधानिक और कानूनी प्रणाली की खुली अवहेलना और अस्वीकृति है, जैसा कि फारूक अब्दुल्ला और उनकी पार्टी की स्थिति है और यह घोषणा करने के समान है कि अगर सर्वोच्च संवैधानिक न्याय प्राधिकरण का फैसला उसकी इच्छा के अनुसार नहीं होता है, तो वह विदेशी शक्तियों से निवारण की मांग करके भारत सरकार को अस्वीकार कर देगा.
अनंतनाग-राजौरी सीट पर 25 मई को मतदान होना है. एनसी उम्मीदवार मियां अल्ताफ का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के जफर इकबाल मन्हास से है. 20 उम्मीदवार मैदान में हैं और 19 लाख से अधिक मतदाता वोट डालने के लिए पंजीकृत हैं. 2022 के परिसीमन के बाद यह निर्वाचन क्षेत्र कश्मीर के अनंतनाग से लेकर जम्मू संभाग के पुंछ तक फैल गया है.
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