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प.बंगाल: संदेशखाली जाने से रोका गया, भाजपा की केंद्रीय टीम ने राज्यपाल से मुलाकात की, कहा-अदालत जाएंगे - Sandeshkhali incident

Sandeshkhali TMC Vs BJP : पश्चिम बंगाल में संदेशखाली राजनीति का नया रणक्षेत्र बन गया है. टीएमसी नेताओं की ओर से गांव की महिलाओं पर कथित अत्याचार के मामले में सभी पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं.

Sandeshkhali TMC Vs BJP
प्रतिकात्मक तस्वीर
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By PTI

Published : Feb 16, 2024, 12:20 PM IST

Updated : Feb 16, 2024, 7:59 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल का संदेशखाली इन दिनों राजनीति का केंद्र बना हुआ है. यहां ग्रामीणों ने टीएमसी नेताओं पर महिलाओं से कथित रूप से अत्याचार का आरोप लगाया है. इसे लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कथित अत्याचारों को लेकर विरोध प्रदर्शनों से पूरा देश हिल गया है. यहां शुक्रवार को भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. भाजपा की केंद्रीय टीम और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का दौरा करने का कार्यक्रम था, लेकिन बीजेपी की टीम को रोक दिया गया. भाजपा की एक केंद्रीय टीम ने शुक्रवार शाम पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस से मुलाकात की और कहा कि पार्टी वहां जाने की अनुमति मांगने के लिए अदालत का रुख करेगी. केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की टीम को संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी.

संदेशखाली ब्लॉक के रास्ते में रामपुर गांव में रोके जाने के बाद भाजपा के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने धरना शुरू कर दिया. बाद में, वे कोलकाता लौट आए और बोस से मिलने राजभवन पहुंचे. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने संवाददाताओं से कहा, 'पुलिस ने हमें बेहद अलोकतांत्रिक तरीके से संदेशखाली जाने से रोका. हमने कहा कि हममें से केवल चार लोग जाएंगे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई. हमने राज्यपाल को सूचित कर दिया है और वह स्थिति को लेकर बहुत व्यथित हैं.' उन्होंने कहा, 'हम न्याय मांगने, संदेशखाली जाने के लिए अदालत का रुख करेंगे.'

बता दें, पुलिस इलाके में गश्त कर रही है. क्षेत्र में राजनीतिक नेताओं के दौरे को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए हैं, जिससे स्थिति खराब होने की आशंका है. पांच महिलाओं सहित छह भाजपा सांसद आज दोपहर उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा करेंगे. इन सांसदों का आरोप है कि संदेशखाली में कानून-व्यवस्था 'न के बराबर' है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संदेशखाली का दौरा करने के लिए पार्टी सांसदों की छह सदस्यीय समिति का गठन किया है.

इस समिति में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक, समिति की संयोजक अन्नपूर्णा देवी, सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृज लाल शामिल हैं. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पुलिस हमें इलाके में जाने से नहीं रोकेगी. राज्य सरकार सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रही है. संदेशखाली में जो हो रहा है वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि क्षेत्र में लोकतंत्र 'खतरे में' है और लोकतांत्रिक अधिकार 'छीने' जा रहे हैं. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि सत्तारूढ़ टीएमसी और उसके गुंडों ने इलाके में आतंक का राज फैला रखा है.

लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्य इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का भी आज दोपहर क्षेत्र का दौरा करने का कार्यक्रम है. इलाके की बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. पांच जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में तलाशी लेने गए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर कथित तौर पर उससे जुड़ी भीड़ ने हमला कर दिया था. जिसके बाद से शाजहान फरार हैं.

टीएमसी ने यात्राओं को ज्यादा महत्व देने से इनकार कर दिया. टीएमसी को ओर से कहा गया है कि ऐसी राजनीतिक यात्राएं 'स्थिति को और खराब करने के उद्देश्य से' होती हैं. टीएमसी नेता कुणाल घोष ने दावा किया कि भाजपा को उत्तर प्रदेश में टीमें भेजनी चाहिए, जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध बड़े पैमाने पर हैं. कांग्रेस पर हमला करते हुए टीएमसी की ओर से कहा गया कि बंगाल में यह भाजपा की बी-टीम है.

एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को रिपोर्ट सौंपी

टीएमसी समर्थकों द्वारा महिलाओं का कथित उत्पीड़न किए जाने के मामले की पड़ताल के लिए पश्चिम बंगाल के संदेशखालि का दौरा करने वाले राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर बलपूर्वक जमीन पर कब्जा करने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.

वे पिछले महीने कथित राशन घोटाले के सिलसिले में छापा मारने वाली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद से फरार शाहजहां को गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं. अधिकारियों ने बताया कि एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को संदेशखालि का दौरा किया और दिल्ली लौटने के बाद राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी.

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कोलकाता : पश्चिम बंगाल का संदेशखाली इन दिनों राजनीति का केंद्र बना हुआ है. यहां ग्रामीणों ने टीएमसी नेताओं पर महिलाओं से कथित रूप से अत्याचार का आरोप लगाया है. इसे लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कथित अत्याचारों को लेकर विरोध प्रदर्शनों से पूरा देश हिल गया है. यहां शुक्रवार को भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. भाजपा की केंद्रीय टीम और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का दौरा करने का कार्यक्रम था, लेकिन बीजेपी की टीम को रोक दिया गया. भाजपा की एक केंद्रीय टीम ने शुक्रवार शाम पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस से मुलाकात की और कहा कि पार्टी वहां जाने की अनुमति मांगने के लिए अदालत का रुख करेगी. केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की टीम को संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी.

संदेशखाली ब्लॉक के रास्ते में रामपुर गांव में रोके जाने के बाद भाजपा के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने धरना शुरू कर दिया. बाद में, वे कोलकाता लौट आए और बोस से मिलने राजभवन पहुंचे. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने संवाददाताओं से कहा, 'पुलिस ने हमें बेहद अलोकतांत्रिक तरीके से संदेशखाली जाने से रोका. हमने कहा कि हममें से केवल चार लोग जाएंगे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई. हमने राज्यपाल को सूचित कर दिया है और वह स्थिति को लेकर बहुत व्यथित हैं.' उन्होंने कहा, 'हम न्याय मांगने, संदेशखाली जाने के लिए अदालत का रुख करेंगे.'

बता दें, पुलिस इलाके में गश्त कर रही है. क्षेत्र में राजनीतिक नेताओं के दौरे को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए हैं, जिससे स्थिति खराब होने की आशंका है. पांच महिलाओं सहित छह भाजपा सांसद आज दोपहर उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा करेंगे. इन सांसदों का आरोप है कि संदेशखाली में कानून-व्यवस्था 'न के बराबर' है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संदेशखाली का दौरा करने के लिए पार्टी सांसदों की छह सदस्यीय समिति का गठन किया है.

इस समिति में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक, समिति की संयोजक अन्नपूर्णा देवी, सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृज लाल शामिल हैं. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पुलिस हमें इलाके में जाने से नहीं रोकेगी. राज्य सरकार सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रही है. संदेशखाली में जो हो रहा है वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि क्षेत्र में लोकतंत्र 'खतरे में' है और लोकतांत्रिक अधिकार 'छीने' जा रहे हैं. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि सत्तारूढ़ टीएमसी और उसके गुंडों ने इलाके में आतंक का राज फैला रखा है.

लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्य इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का भी आज दोपहर क्षेत्र का दौरा करने का कार्यक्रम है. इलाके की बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. पांच जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में तलाशी लेने गए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर कथित तौर पर उससे जुड़ी भीड़ ने हमला कर दिया था. जिसके बाद से शाजहान फरार हैं.

टीएमसी ने यात्राओं को ज्यादा महत्व देने से इनकार कर दिया. टीएमसी को ओर से कहा गया है कि ऐसी राजनीतिक यात्राएं 'स्थिति को और खराब करने के उद्देश्य से' होती हैं. टीएमसी नेता कुणाल घोष ने दावा किया कि भाजपा को उत्तर प्रदेश में टीमें भेजनी चाहिए, जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध बड़े पैमाने पर हैं. कांग्रेस पर हमला करते हुए टीएमसी की ओर से कहा गया कि बंगाल में यह भाजपा की बी-टीम है.

एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को रिपोर्ट सौंपी

टीएमसी समर्थकों द्वारा महिलाओं का कथित उत्पीड़न किए जाने के मामले की पड़ताल के लिए पश्चिम बंगाल के संदेशखालि का दौरा करने वाले राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर बलपूर्वक जमीन पर कब्जा करने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.

वे पिछले महीने कथित राशन घोटाले के सिलसिले में छापा मारने वाली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद से फरार शाहजहां को गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं. अधिकारियों ने बताया कि एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को संदेशखालि का दौरा किया और दिल्ली लौटने के बाद राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी.

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Last Updated : Feb 16, 2024, 7:59 PM IST
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