पूर्णिया: आजकल जब इंसान को इंसान से प्यार करने का समय नहीं है तो पूर्णिया के रंजीत लोगों के लिए पक्षी प्रेम की मिसाल पेश कर रहे हैं. सदर थाना क्षेत्र के रामबाग निवासी रंजीत पासवान का पक्षी प्रेम अद्भुत है. अपने घर में अलग-अलग प्रजाति के पक्षी उन्होंने पाल रखे हैं. इस सभी की देखरेख भी वह खुद करते हैं. रंजीत की उम्र 45 वर्ष हो गई है और उन्होंने अभी तक शादी नहीं की है. उनका मानना है कि लाइफ पार्टनर आने के बाद पक्षियों से दूरी ना बन जाए इसलिए उन्होंने आज तक शादी नहीं की है.
बिहार के बर्ड मैन रंजीत बने मिसाल: रंजीत पासवान का कहना है कि उनके दादाजी और पिताजी पक्षी पालने के काफी शौकीन थे और उन्हीं को देखकर यह सीख उन से मिली. रंजीत सुबह उठकर पहले पक्षियों के पिंजरे की तरफ जाते हैं और उन्हें भोजन देते हैं. अधिकांश समय रंजीत का इन पक्षियों के बीच गुजरता है. रंजीत की आवाज एवं उनकी आहट को सुनकर पक्षी पिंजरे में सामने आ जाते हैं.
"पशु पक्षी से हमलोग बहुत प्यार करते हैं. हमारे घर के बच्चों को भी इनसे बहुत लगाव हैं. मेरे दिन की शुरुआत इन्हीं से होती है."- रंजीत पासवान, बर्ड मैन
'पक्षी करते रहते हैं इंतजार': रंजीत बताते हैं कि कभी किसी काम से अगर वह घर से बाहर या फिर बाजार जाते हैं और आने में उन्हें लेट होता है तो देर रात भी पक्षी उनके आने का इंतजार करते हैं. जैसे ही वह घर के दरवाजे के अंदर प्रवेश करते ही पक्षी आवाज देना शुरू कर देते हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि उन्हें भी रंजीत के घर आने का इंतजार रहता है. अभी रंजीत के पास लगभग 20 से 25 जोड़ियां बर्ड हैं. मोहल्ले के लोग रंजीत को बर्डमैन के नाम से जानते हैं.
कई प्रकार के पक्षी बने आकर्षण का केंद्र: रंजीत बताते हैं कि, उनके पास दर्जनों एग्जॉटिक बर्ड्स हैं. इनकी संख्या 50 के करीब हैं. इनमें मकाउ, काका तू, कार्डिनल लोरी, गाला काकातुआ पक्षी मोलूकन, चेटरिंग लोरी टूकेन, हाइसिंथ मकाउ, पाम काकातुआ और स्टैग बीटल शामिल हैं. रंजीत ने अपने घर में ही पक्षियों के लिए बड़े और आरामदायक पिंजरे लगाए गए हैं, जहां ये पक्षी बिल्कुल ठाठ से रहते हैं.
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