पटना : बिहार में पांच चरण के चुनाव हो चुके हैं. शेष बचे दो चरणों में 16 सीटों पर मतदान होंगे. ये सभी सीटें एनडीए की सीट हैं. ऐसे में पीएम मोदी ने सभी सीटों को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. महागठबंधन को किसी सीट पर बढ़त ना मिले इसे लेकर कार्यकर्ताओं को भी मोटिवेट किया गया है.
एनडीए की अग्नि परीक्षा : अंतिम दो चरण का चुनाव एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा की तरह है. एनडीए के स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी ने बिहार को प्रतिष्ठा का विषय बनाया हुआ है. पीएम आधे दर्जन चुनावी सभा कर चुके हैं. राजधानी पटना में पहली बार रोड शो भी हुआ. यही नहीं जिस दिन पांचवें चरण का चुनाव हो रहा था उसी दिन प्रधानमंत्री बिहार भाजपा कार्यालय पहुंच गए और कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया.
छठे चरण का रण : छठे चरण के चुनाव में नीतीश कुमार की अग्नि परीक्षा है. बचे हुए दो चरणों में जदयू अपनी जीती हुई 6 सीटों के लिए जद्दोजहद करेगी. कुल मिलाकर 16 लोकसभा सीट पर चुनाव होने हैं. छठे चरण का चुनाव 25 मई को होना है जबकि सातवें चरण का चुनाव 1 जून को संपन्न होना है. छठे चरण के चुनाव की बात कर लें तो सभी सीट एनडीए के खाते में है.
छठे चरण के दिग्गज : छठे चरण में मुख्य रूप से डॉक्टर संजय जयसवाल, राधा मोहन सिंह, हिना शहाब और लवली आनंद के भाग्य का फैसला होना है. छठे चरण में कुल मिलाकर 89 उम्मीदवार चुनाव के मैदान में है. पूर्व कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार किए हैं. राधा मोहन सिंह पूर्वी चंपारण से भाग्य आजमा रहे हैं.
राधामोहन सिंह Vs राजेश कुशवाहा : राधा मोहन सिंह पिछले तीन टर्म से चुनाव जीत रहे हैं और इस बार भी पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है. राधा मोहन सिंह का मुकाबला विकासशील इंसान पार्टी उम्मीदवार राजेश कुशवाहा से है. राजेश कुशवाहा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और महागठबंधन नेताओं को कुशवाहा वोट पर भरोसा है.
संजय जायसवाल Vs मदन मोहन तिवारी : पश्चिमी चंपारण से भाजपा ने डॉक्टर संजय जायसवाल को फिर से मैदान में उतारा है. डॉक्टर संजय जयसवाल पिछले तीन टर्म से चुनाव जीते आ रहे हैं और पार्टी ने उन्हें चौथी बार मैदान में उतारा है. संजय जायसवाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में डॉक्टर संजय जायसवाल को 293906 वोटों से जीत हासिल हुई थी. संजय जायसवाल का मुकाबला कांग्रेस पार्टी के नेता मदन मोहन तिवारी से है.
लवली आनंद Vs रितु जायसवाल : शिवहर लोकसभा सीट पर दो महिला के बीच मुकाबला है. जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद उम्मीदवार हैं, तो राष्ट्रीय जनता दल ने बनिया समुदाय से आने वाली नेत्री रितु जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है. रितु जायसवाल पूर्व नौकरशाह की पत्नी हैं और मुखिया का चुनाव जीत कर चर्चा में आई थीं.
वीणा देवी Vs मुन्ना शुक्ला : वैशाली लोकसभा सीट पर भी सबकी निगाहें टिकी हैं. लालू प्रसाद यादव ने बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है. लालू को भूमिहार वोट बैंक में सेंध मारी की उम्मीद है, तो लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर वीणा देवी को उम्मीदवार बनाया गया है. वीणा देवी वर्तमान में सांसद हैं और बीच में पशुपति पारस के साथ चली गई थीं, लेकिन फिर से पाला बदलकर चिराग पासवान के साथ आ गईं.
हिना शहाब Vs विजयलक्ष्मी देवी : सिवान लोकसभा सीट हॉट सीट बनी हुई है. सिवान लोकसभा सीट पर भी दो महिला मजबूती से डटी हैं. जदयू के टिकट पर विजयलक्ष्मी देवी मैदान में हैं तो राष्ट्रीय जनता दल ने अवध बिहारी चौधरी को उतारा है. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही हैं.
जनार्दन सिंह सिग्रीवाल Vs आकाश कुमार : महाराजगंज लोकसभा सीट पर भाजपा नेता और वर्तमान सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल मैदान में हैं. वह तीसरी बार मैदान में है और उनका मुकाबला इस बार कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र आकाश कुमार से है. आकाश कुमार भूमिहार जाति से हैं और वह दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
आलोक सुमन Vs चंचल पासवान : गोपालगंज लोकसभा सीट पर जदयू की ओर से डॉक्टर आलोक सुमन को उम्मीदवार बनाया गया है. 2019 के चुनाव में आलोक सुमन चुनाव जीते थे. 286000 से अधिक वोटों से आलोक सुमन को जीत हासिल हुई थी. इस बार आलोक की मां का मुकाबला विकासशील इंसान पार्टी के चंचल पासवान के साथ है चंचल पासवान पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
सुनील कुशवाहा Vs दीपक यादव : बाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर किसी भी गठबंधन ने बड़े चेहरे को उम्मीदवार नहीं बनाया है. जनता दल यूनाइटेड की ओर से जहां सुनील कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है, सुनील कुशवाहा जदयू के पूर्व सांसद बैद्यनाथ महतो के पुत्र हैं और उनके निधन के बाद उपचुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई थी. वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने दीपक यादव को मैदान में उतारा है.
सातवें चरण का रण : सातवें चरण की अगर बात कर लें तो इस चरण में भी आठ लोकसभा सीट पर मतदान होने हैं. इस चरण में मुख्य रूप से केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, मीसा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और पवन सिंह के भाग्य का फैसला होना है. सातवें चरण में कुल मिलाकर 138 उम्मीदवार मैदान में हैं.
आरके सिंह Vs सुदामा प्रसाद : आरा लोकसभा सीट की अगर बात कर लें तो भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार आरके सिंह को मैदान में उतारा है. आरके सिंह मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं और दो बार लगातार आरा लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं. 2019 में सभी विधानसभा क्षेत्र में आरके सिंह को बढ़त हासिल हुई थी. इस बार महागठबंधन की ओर से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के टिकट पर सुदामा प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है.
रामकृपाल Vs मीसा भारती : पाटलिपुत्र लोक सभा सीट पर चाचा और भतीजी के बीच मुकाबला है. तीसरी बार दोनों आमने-सामने हैं. भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान सांसद रामकृपाल यादव को मैदान में उतारा है, तो राष्ट्रीय जनता दल की ओर से लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती मैदान में हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में रामकृपाल यादव 39000 से अधिक वोटों से चुनाव जीते थे. लालू प्रसाद यादव ने तीसरी बार अपनी बेटी को रामकृपाल यादव से मुकाबले के लिए मैदान में उतारा है.
रविशंकर प्रसाद Vs अंशुल अभिजीत : पटना साहिब लोकसभा सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद मैदान में हैं. पार्टी ने दूसरी बार रविशंकर प्रसाद को मौका दिया है. इस बार रविशंकर प्रसाद के सामने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अंशुल अभिजीत हैं. अंशुल अभिजीत पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के पुत्र हैं और यह कोईरी जाति से आते हैं. पटना साहिब लोकसभा सीट कायस्थ डोमिनेंट माना जाता है.
उपेन्द्र कुशवाहा Vs पवन सिंह : काराकाट लोक सभा सीट इन दिनों सुर्खियों में है. भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने काराकाट लोकसभा सीट को चर्चा में ला दिया है. काराकाट लोकसभा सीट पर उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए ने मैदान में उतारा है. तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले की ओर से राजाराम सिंह मैदान में हैं. पवन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. काराकाट लोकसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणात्मक हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काराकाट लोकसभा सीट पर उपेंद्र कुशवाहा के लिए चुनाव प्रचार करने वाले हैं.
मिथिलेश तिवारी Vs सुधाकर सिंह : बक्सर लोकसभा सीट पर संग्राम छिड़ा है. दोनों निर्दलीय उम्मीदवार मजबूती से चुनाव के मैदान में हैं. भाजपा ने पार्टी के प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी को मैदान में उतारा है, तो राष्ट्रीय जनता दल की ओर से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह को मौका दिया है. इन दोनों उम्मीदवारों के लिए ददन पहलवान और आनंद मिश्रा चुनौती बनकर सामने खड़े हैं. इस बार बक्सर लोकसभा सीट पर चारों उम्मीदवार ऐसे हैं जो संसद नहीं बन पाए हैं.
शिवेश राम Vs मनोज राम : सासाराम लोकसभा सीट पर एनडीए और महागठबंधन के बीच आमने-सामने की लड़ाई है. भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश महामंत्री शिवेश राम को मैदान में उतारा है. कांग्रेस पार्टी की ओर से मनोज राम उम्मीदवार बनाए गए हैं. दोनों पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिसकी भी जीत होगी वह पहली बार सांसद भी बनेंगे.
चंद्रेश्वर चंद्रवंशी Vs सुरेंद्र यादव : जहानाबाद लोकसभा सीट बचाने की एनडीए के समक्ष चुनौती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने चंद्रवंशी उम्मीदवार को उतार कर प्रयोग किया था. हालांकि बहुत कम मतों के अंतर से चंदेश्वर चंद्रवंशी चुनाव जीते थे, इस बार उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व मंत्री सुरेंद्र यादव से है. पूर्व सांसद अरुण कुमार भी ताल ठोक रहे हैं और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उन्होंने नामांकन का पर्चा दाखिल किया है.
कौशलेंद्र कुमार Vs संदीप सौरभ : नालंदा लोकसभा सीट नीतीश कुमार के लिए मजबूत किला माना जाता है. नीतीश कुमार ने इस बार फिर से कौशलेंद्र कुमार को मैदान में उतारा है. कौशलेंद्र तीन बार सांसद रह चुके हैं. इस बार उनका मुकाबला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले उम्मीदवार और विधायक संदीप सौरभ से है. राष्ट्रीय जनता दल प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि एनडीए नेता घबरा गए हैं. तेजस्वी यादव के पक्ष में युवा उतर आए हैं. बड़ी संख्या में युवाओं का समर्थन महागठबंधन को मिल रहा है. आने वाले दो चरण में युवाओं के बदौलत हम ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब होंगे.
अपने अपने दावे : बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल के दावों को खोखला करार दिया है. उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि 4 तारीख का इंतजार कीजिए, बिहार के सभी 40 सीटों पर हमारी जीत होगी. आने वाले दो चरणों में शत प्रतिशत सीट हमारे पक्ष में होगी.
'40 सीट जीतेंगे' : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से उत्साहित हैं. सम्राट चौधरी ने कहा है कि पीएम के भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच आने से सकारात्मक संदेश गया है. कार्यकर्ता उत्साहित हैं और कार्यकर्ताओं की बदौलत हम 40 सीट पर जीत हासिल करेंगे.
राजनीतिक विश्लेषक डॉक्टर संजय कुमार का मानना है कि ''नरेंद्र मोदी का बिहार आना योजना का हिस्सा है. वह जनता के बीच जा रहे हैं और अपनी उपलब्धियों को बता रहे हैं. जनता से बार-बार कनेक्ट होने का फायदा तो राजनीतिक दलों को मिलता है. कार्यकर्ताओं से भी प्रधानमंत्री ने मुलाकात की, इससे भी कार्यकर्ता उत्साहित हुए हैं.''
अंतिम दो चरणों की 16 सीटों पर टक्कर : आने वाले दो चरण में 16 सीटों पर चुनाव होना है. 16 सीट को जीतकर पीएम मोदी मिशन 40 को मूर्त रूप देने की कोशिश करेंगे. देखना होगा की जनता प्रधानमंत्री की गारंटी को किस तरीके से लेती है.