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भोपाल ड्रग्स फैक्ट्री की इनसाइड स्टोरी, जेल से बाहर निकलकर ड्रग्स माफिया बनने रची ये साजिश - Bhopal MD Drug Factory Inside Story

भोपाल में अपने दोस्त के साथ मिलकर फैक्ट्री चलाने वाले मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है. रोज 25 किलो एमडी ड्रग्स तैयार करता था.

BHOPAL MD DRUG FACTORY INSIDE STORY
भोपाल ड्रग्स फैक्ट्री की इनसाइड स्टोरी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 6, 2024, 10:40 PM IST

भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री के मास्टरमाइंड और उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया गया है. एनसीबी और गुजरात एटीएस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया और कोर्ट से दोनों को 8 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है. ड्रग्स फैक्ट्री शुरू करने वाला मास्टरमाइंड हाल ही में 5 साल जेल की सजा काट कर आया है. बता दें कि एनसीबी और गुजरात एटीएस ने भोपाल के बगरौदा इंडस्ट्रियल एरिया पर रविवार की सुबह छापामार कार्रवाई करते हुए 1814 करोड़ का मादक पदार्थ जब्त किया था. भोपाल की इस फैक्ट्री में बेहद नशीला माना जाने वाला एमडी ड्रग यानी मेफेड्रोन को बनाया जा रहा था.

15 दिनों से पुलिस रख रही थी नजर

गुजरात एटीएस के डीएसपी एसएल चौधरी ने बताया कि "मामले में गिरफ्तार किया गया नासिक महाराष्ट्र का सान्याल बाने 2017 में एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था और 5 साल जेल में रहा है. जेल से बाहर आने के बाद आरोपी ने भोपाल निवासी अपने दोस्त अमित चतुर्वेदी से संपर्क किया और फिर दोनों ने मिलकर भोपाल के बगरौदा में एमडी ड्रग्स बनाने के लिए 6 माह पहले फैक्ट्री किराए पर ली थी."आरोपियों को भनक ही नहीं लगी कि वे गुजरात एटीएस के निशाने पर आ चुके हैं. दरअलस पिछले दिनों गुजरात एटीएस के हत्थे एक ड्रग्स का डीलर चढ़ा था जिससे पूछताछ में भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री की जानकारी लगी थी. इसके बाद गुजरात एटीएस की टीम ने भोपाल में डेरा डाल लिया था. गुजरात एटीएस आरोपियों की पिछले करीबन 15 दिनों से निगरानी कर रहे थे. गुजरात एटीएस को जब यह पुख्ता हो गया कि फैक्ट्री में एमडी बनाई जा रही है, तो उन्होंने इसकी सूचना दिल्ली एनसीबी को दी और फिर दोनों ने संयुक्त छापामार कार्रवाई कर दोनों को मौके से दबोच लिया.

एनसीबी और गुजरात एटीएस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया (ETV Bharat)

हर रोज बनाई जा रही थी 25 किलो एमडी

एनसीबी और गुजरात एटीएस की टीम ने छापामार कार्रवाई कर फैक्ट्री में दाखिल हुई तो यहां बड़ी मात्रा में नशीला पदार्थ बनाने का सामान मिला. टीम को यहां से 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन मिला. इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीबन 1814.18 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसके अलावा मेफेड्रोन बनाने में उपयोग होने वाली 5 हजार किलोग्राम कच्चा माल और उपकरण मिले हैं. टीम ने फैक्ट्र्री को जब्त कर लिया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस फैक्ट्री से हर रोज करीबन 25 किलो एमडी बनाई जा रही थी.

ये भी पढ़ें:

भोपाल में ड्रग्स की फैक्ट्री, गुजरात ATS और NCB ने 1814 करोड़ की एमडी जब्त की

भोपाल पुलिस ने पूरा इंडस्ट्रियल एरिया किया सील

भोपाल पुलिस के डीसीपी संजय कुमार अग्रवाल के बताया कि "इस फैक्ट्री में रासायनिक खाद बनाए जाने की जानकारी दी गई थी. एनसीबी की इस कार्रवाई के बाद अब पुलिस ने पूरा इंडस्ट्रियल एरिया सील कर दिया है और अब सभी फैक्ट्रियों की जांच की जाएगी. देखा जाएगा कि इनमें किसके लिए अनुमति है और क्या निर्माण किया जा रहा है."

भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री के मास्टरमाइंड और उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया गया है. एनसीबी और गुजरात एटीएस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया और कोर्ट से दोनों को 8 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है. ड्रग्स फैक्ट्री शुरू करने वाला मास्टरमाइंड हाल ही में 5 साल जेल की सजा काट कर आया है. बता दें कि एनसीबी और गुजरात एटीएस ने भोपाल के बगरौदा इंडस्ट्रियल एरिया पर रविवार की सुबह छापामार कार्रवाई करते हुए 1814 करोड़ का मादक पदार्थ जब्त किया था. भोपाल की इस फैक्ट्री में बेहद नशीला माना जाने वाला एमडी ड्रग यानी मेफेड्रोन को बनाया जा रहा था.

15 दिनों से पुलिस रख रही थी नजर

गुजरात एटीएस के डीएसपी एसएल चौधरी ने बताया कि "मामले में गिरफ्तार किया गया नासिक महाराष्ट्र का सान्याल बाने 2017 में एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था और 5 साल जेल में रहा है. जेल से बाहर आने के बाद आरोपी ने भोपाल निवासी अपने दोस्त अमित चतुर्वेदी से संपर्क किया और फिर दोनों ने मिलकर भोपाल के बगरौदा में एमडी ड्रग्स बनाने के लिए 6 माह पहले फैक्ट्री किराए पर ली थी."आरोपियों को भनक ही नहीं लगी कि वे गुजरात एटीएस के निशाने पर आ चुके हैं. दरअलस पिछले दिनों गुजरात एटीएस के हत्थे एक ड्रग्स का डीलर चढ़ा था जिससे पूछताछ में भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री की जानकारी लगी थी. इसके बाद गुजरात एटीएस की टीम ने भोपाल में डेरा डाल लिया था. गुजरात एटीएस आरोपियों की पिछले करीबन 15 दिनों से निगरानी कर रहे थे. गुजरात एटीएस को जब यह पुख्ता हो गया कि फैक्ट्री में एमडी बनाई जा रही है, तो उन्होंने इसकी सूचना दिल्ली एनसीबी को दी और फिर दोनों ने संयुक्त छापामार कार्रवाई कर दोनों को मौके से दबोच लिया.

एनसीबी और गुजरात एटीएस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया (ETV Bharat)

हर रोज बनाई जा रही थी 25 किलो एमडी

एनसीबी और गुजरात एटीएस की टीम ने छापामार कार्रवाई कर फैक्ट्री में दाखिल हुई तो यहां बड़ी मात्रा में नशीला पदार्थ बनाने का सामान मिला. टीम को यहां से 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन मिला. इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीबन 1814.18 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसके अलावा मेफेड्रोन बनाने में उपयोग होने वाली 5 हजार किलोग्राम कच्चा माल और उपकरण मिले हैं. टीम ने फैक्ट्र्री को जब्त कर लिया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस फैक्ट्री से हर रोज करीबन 25 किलो एमडी बनाई जा रही थी.

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भोपाल पुलिस ने पूरा इंडस्ट्रियल एरिया किया सील

भोपाल पुलिस के डीसीपी संजय कुमार अग्रवाल के बताया कि "इस फैक्ट्री में रासायनिक खाद बनाए जाने की जानकारी दी गई थी. एनसीबी की इस कार्रवाई के बाद अब पुलिस ने पूरा इंडस्ट्रियल एरिया सील कर दिया है और अब सभी फैक्ट्रियों की जांच की जाएगी. देखा जाएगा कि इनमें किसके लिए अनुमति है और क्या निर्माण किया जा रहा है."

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