हैदराबाद: भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कृष्णा एल को अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ से प्रतिष्ठित डीन मेडल से सम्मानित किया गया. उन्हें सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में उत्कृष्ट कार्य के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस महीने की 22 तारीख को डॉ. कृष्णा एल को बाल्टीमोर के मैरीलैंड में आयोजित ब्लूमबर्ग स्कूल दीक्षांत समारोह में डीन का मेडल प्रदान किया गया.
डॉ. कृष्णा एला ने कहा कि यह भारत में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की पहचान है. उन्होंने घोषणा की कि यह पदक भारत और उसके वैज्ञानिकों को समर्पित किया जा रहा है. डॉ. कृष्णा एला के नेतृत्व में भारत बायोटेक इंटरनेशनल जैव प्रौद्योगिकी और वैक्सीन खोज के क्षेत्र में सबसे एक्टिव कंपनी बन गई है. कंपनी टाइफाइड कंजुगेट वैक्सीन- टाइपबार टीसीवी, रोटावायरस वैक्सीन - रोटावैक और जापानी एन्सेफलाइटिस वैक्सीन - जेनवैक सहित 19 टीकों का उत्पादन कर रही है. ये दुनिया का पहला आविष्कार है.
इसने अब तक विभिन्न देशों को टीकों की 900 करोड़ खुराक की आपूर्ति की है. सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनी कोविड-19 के खतरे से निपटने के लिए सबसे कम समय में कोवैक्सिन टीका लेकर आई. इस टीके का इस्तेमाल सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के कई देशों में किया जाता है. वर्तमान में भारत बायोटेक इंटरनेशनल हैजा, मलेरिया, टीबी, चिकनगुनिया, जीका और अन्य बीमारियों के लिए टीके विकसित करने पर काम कर रहा है. इस कंपनी के पास 145 पेटेंट हैं.