नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं पर बड़ा फैसला लेते हुए पांच और भाषाओं को शास्त्रीय भाषा (Classical Languages) के रूप में मंजूरी दी है. मोदी सरकार ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में स्वीकृति दे दी है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "अब तक तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओडिया अधिसूचित शास्त्रीय भाषाएं थीं... सरकार शास्त्रीय भाषाओं के संरक्षण और संवर्धन तथा इन भाषाओं की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने के लिए कई कदम उठा रही है..."
#WATCH | Union Minister Ashwini Vaishnaw says, " by now, we had tamil, sanskrit, telugu, kannada, malayalam and odia were the notified classical languages... the government is taking many steps to conserve and promote the classical languages and to preserve the rich heritage of… https://t.co/yHw0NamWvz pic.twitter.com/o1mMWugF9O
— ANI (@ANI) October 3, 2024
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "पीएम मोदी ने हमेशा भारतीय भाषाओं पर ध्यान केंद्रित किया है.आज 5 भाषाओं मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मंजूरी दी गई है."
Pali and Prakrit are at the root of India's culture. These are languages of spirituality, wisdom and philosophy. They are also known for their literary traditions. Their recognition as Classical Languages honours their timeless influence on Indian thought, culture and history.…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 3, 2024
पीएम मोदी ने 'एक्स' पोस्ट पर कहा, पाली और प्राकृत भारत की संस्कृति की जड़ हैं. ये आध्यात्मिकता, ज्ञान और दर्शन की भाषाएं हैं. वे अपनी साहित्यिक परंपराओं के लिए भी जानी जाती हैं. शास्त्रीय भाषाओं के रूप में उनकी मान्यता भारतीय विचार, संस्कृति और इतिहास पर उनके कालातीत प्रभाव का सम्मान करती है.
Marathi is India’s pride.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 3, 2024
Congratulations on this phenomenal language being accorded the status of a Classical Language. This honour acknowledges the rich cultural contribution of Marathi in our nation’s history. Marathi has always been a cornerstone of Indian heritage.
I am…
पीएम ने कहा, "मुझे विश्वास है कि उन्हें शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मान्यता देने के कैबिनेट के फैसले के बाद, अधिक लोग उनके बारे में जानने के लिए प्रेरित होंगे। यह वास्तव में एक खुशी का क्षण है!
पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, मराठी भारत का गौरव है...इस अभूतपूर्व भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर बधाई. यह सम्मान हमारे देश के इतिहास में मराठी के समृद्ध सांस्कृतिक योगदान को मान्यता देता है. मराठी हमेशा से भारतीय विरासत की आधारशिला रही है.मुझे यकीन है कि शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने से और भी कई लोग इसे सीखने के लिए प्रेरित होंगे.
#WATCH | On Union Cabinet approves Bengali (along with 4 other languages) as a classical language, Union Minister Sukanta Majumdar says, " today is a historic day when a total of 5 languages, including bengali, have been given the status of classical language in the union cabinet… pic.twitter.com/8YZKaI3qSX
— ANI (@ANI) October 3, 2024
केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा...
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बंगाली (4 अन्य भाषाओं के साथ) को शास्त्रीय भाषा के रूप में मंजूरी दिए जाने पर केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा, "आज एक ऐतिहासिक दिन है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बंगाली समेत कुल 5 भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। यह बंगाली संस्कृति और बंगाली भाषा के बारे में प्रधानमंत्री की उच्च सोच को दर्शाता है. प्रत्येक बंगाली और पश्चिम बंगाल के लोगों की ओर से मैं प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पूरी कैबिनेट को धन्यवाद देता हूं..."
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