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मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, असमिया, मराठी, पाली, प्राकृत और बंगाली को दिया 'क्लासिकल भाषा' का दर्जा - Five new classical languages

Five new classical languages: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केंद्रीय कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने हमेशा भारतीय भाषाओं पर ध्यान केंद्रित किया है. आज 5 भाषाओं मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मंजूरी दी गई है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 3 hours ago

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मोदी कैबिनेट (फाइल फोटो) (ANI)

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं पर बड़ा फैसला लेते हुए पांच और भाषाओं को शास्त्रीय भाषा (Classical Languages) के रूप में मंजूरी दी है. मोदी सरकार ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में स्वीकृति दे दी है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "अब तक तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओडिया अधिसूचित शास्त्रीय भाषाएं थीं... सरकार शास्त्रीय भाषाओं के संरक्षण और संवर्धन तथा इन भाषाओं की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने के लिए कई कदम उठा रही है..."

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "पीएम मोदी ने हमेशा भारतीय भाषाओं पर ध्यान केंद्रित किया है.आज 5 भाषाओं मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मंजूरी दी गई है."

पीएम मोदी ने 'एक्स' पोस्ट पर कहा, पाली और प्राकृत भारत की संस्कृति की जड़ हैं. ये आध्यात्मिकता, ज्ञान और दर्शन की भाषाएं हैं. वे अपनी साहित्यिक परंपराओं के लिए भी जानी जाती हैं. शास्त्रीय भाषाओं के रूप में उनकी मान्यता भारतीय विचार, संस्कृति और इतिहास पर उनके कालातीत प्रभाव का सम्मान करती है.

पीएम ने कहा, "मुझे विश्वास है कि उन्हें शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मान्यता देने के कैबिनेट के फैसले के बाद, अधिक लोग उनके बारे में जानने के लिए प्रेरित होंगे। यह वास्तव में एक खुशी का क्षण है!

पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, मराठी भारत का गौरव है...इस अभूतपूर्व भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर बधाई. यह सम्मान हमारे देश के इतिहास में मराठी के समृद्ध सांस्कृतिक योगदान को मान्यता देता है. मराठी हमेशा से भारतीय विरासत की आधारशिला रही है.मुझे यकीन है कि शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने से और भी कई लोग इसे सीखने के लिए प्रेरित होंगे.

केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा...
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बंगाली (4 अन्य भाषाओं के साथ) को शास्त्रीय भाषा के रूप में मंजूरी दिए जाने पर केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा, "आज एक ऐतिहासिक दिन है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बंगाली समेत कुल 5 भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। यह बंगाली संस्कृति और बंगाली भाषा के बारे में प्रधानमंत्री की उच्च सोच को दर्शाता है. प्रत्येक बंगाली और पश्चिम बंगाल के लोगों की ओर से मैं प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पूरी कैबिनेट को धन्यवाद देता हूं..."

ये भी पढ़ें: मोदी सरकार का दिवाली गिफ्ट! रेलवे कर्मचारियों के लिए बोनस स्कीम को मंजूरी, किसानों के लिए नई योजान

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं पर बड़ा फैसला लेते हुए पांच और भाषाओं को शास्त्रीय भाषा (Classical Languages) के रूप में मंजूरी दी है. मोदी सरकार ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में स्वीकृति दे दी है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "अब तक तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओडिया अधिसूचित शास्त्रीय भाषाएं थीं... सरकार शास्त्रीय भाषाओं के संरक्षण और संवर्धन तथा इन भाषाओं की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने के लिए कई कदम उठा रही है..."

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "पीएम मोदी ने हमेशा भारतीय भाषाओं पर ध्यान केंद्रित किया है.आज 5 भाषाओं मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मंजूरी दी गई है."

पीएम मोदी ने 'एक्स' पोस्ट पर कहा, पाली और प्राकृत भारत की संस्कृति की जड़ हैं. ये आध्यात्मिकता, ज्ञान और दर्शन की भाषाएं हैं. वे अपनी साहित्यिक परंपराओं के लिए भी जानी जाती हैं. शास्त्रीय भाषाओं के रूप में उनकी मान्यता भारतीय विचार, संस्कृति और इतिहास पर उनके कालातीत प्रभाव का सम्मान करती है.

पीएम ने कहा, "मुझे विश्वास है कि उन्हें शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मान्यता देने के कैबिनेट के फैसले के बाद, अधिक लोग उनके बारे में जानने के लिए प्रेरित होंगे। यह वास्तव में एक खुशी का क्षण है!

पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, मराठी भारत का गौरव है...इस अभूतपूर्व भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर बधाई. यह सम्मान हमारे देश के इतिहास में मराठी के समृद्ध सांस्कृतिक योगदान को मान्यता देता है. मराठी हमेशा से भारतीय विरासत की आधारशिला रही है.मुझे यकीन है कि शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने से और भी कई लोग इसे सीखने के लिए प्रेरित होंगे.

केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा...
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बंगाली (4 अन्य भाषाओं के साथ) को शास्त्रीय भाषा के रूप में मंजूरी दिए जाने पर केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा, "आज एक ऐतिहासिक दिन है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बंगाली समेत कुल 5 भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। यह बंगाली संस्कृति और बंगाली भाषा के बारे में प्रधानमंत्री की उच्च सोच को दर्शाता है. प्रत्येक बंगाली और पश्चिम बंगाल के लोगों की ओर से मैं प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पूरी कैबिनेट को धन्यवाद देता हूं..."

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