कानपुर : शहर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से गिरकर एक महिला चिकित्सक की मौत हो गई. वह बरेली की रहने वाली थी. साल 2018 में उसने एमबीबीएस में दाखिला लिया था. इसी साल पढ़ाई पूरी हुई थी. जल्द ही मेरठ मेडिकल कॉलेज में ज्वाइनिंग थी. वह किसी कार्य से मेडिकल कॉलेज पहुंची थी. चिकित्सक को किसी ने बिल्डिंग से गिराया या वह खुद ही गिर गई, पुलिस इन दोनों एंगलों पर जांच कर रही है.
बरेली जिले की रहने वाली दीक्षा तिवारी ने कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी. उसके पिता प्रदीप तिवारी का प्रिटिंग प्रेस है. भाई प्राइवेट कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहा है. दीक्षा को मेरठ मेडिकल कॉलेज में नौकरी भी मिल गई थी. एक दिन पहले कानपुर मेडिकल कॉलेज आई थी. इस दौरान गुरुवार की सुबह वह मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से गिर गई. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई.
मार्च में ही दीक्षा ने पूरी की थी पढ़ाई : डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि दीक्षा को लेकर उसके साथी अस्पताल पहुंचे थे. यहां उसकी मौत हो गई. रास्ते में उसे सीपीआर देने की भी कोशिश की गई थी, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. वहीं इस समय प्राचार्य डॉ. संजय काला 30 जून तक छुट्टी पर हैं. प्राचार्य का कार्यभार देख रहीं सीनियर प्रोफेसर डॉ. रिचा गिरी ने बताया कि दीक्षा ने मार्च में ही अपनी पढ़ाई मेडिकल कॉलेज से पूरी कर ली थी.
सीसीटीवी फुटेज से खुलेगा मौत का राज : दीक्षा नीट पीजी की परीक्षा देने कानपुर आई थी. वह मेडिकल कॉलेज में दोस्तों के पास रुकी थी. वहीं कयास है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच में मौत की वजह से पर्दा उठ सकता है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन आज ही इसका खुलासा कर सकता है. हालांकि पुलिस अफसरों का दावा है कि चिकित्सक की मौत हादसे में हुई है. जबकि परिवार के लोग हत्या की बात कह रहे हैं. पुलिस दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
चिकित्सक की मौत से पहले हुई थी पार्टी : पुलिस की जांच में पता चला है कि बुधवार देर रात दीक्षा अपने 2 दोस्तों के साथ मेडिकल कॉलेज की छत पर गई थी. वहां पार्टी हुई थी. इस दौरान ही दीक्षा छत से गिरी. पुलिस चिकित्सक के 2 साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पता चला है कि चिकित्सक के छत से गिरने के बाद दोनों दोस्त ही उसे लेकर अस्पताल पहुंचे थे. परिजन में रात में मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे. गुरुवार की सुबह दीक्षा के पिता प्रदीप तिवारी भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि बेटी की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए.
मामले में डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि पुलिस सभी तथ्यों की जांच कर रही है. अभी तक परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है. जांच में जो भी निकल कर आएगा, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.
मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार बोले-अनाधिकृत रूप से दीक्षा ने ली थी कैंपस में एंट्री
इस मामले में मेडिकल कालेज के जिम्मेदारों ने भी सामने आकर अपना पक्ष रखा है. प्राचार्य का कार्यभार संभाल रहीं सीनियर प्रोफेसर रिचा गिरी ने कहा कि दीक्षा कैम्पस में अनाधिकृत रूप से रह रही थीं. वह बुधवार को भी अपने दोस्तों के साथ अनाधिकृत तौर से कैम्पस में पहुंची थीं. दीक्षा व उसके दोस्तों की किसी भी तरह की कोई जानकारी जीएसवीेएम मेडिकल कालेज प्रशासन के पास नहीं है. दीक्षा 2018 बैच की छात्रा थीं और 2024 में अपनी पढ़ाई पूरी करके कैम्पस से जा चुकी हैं. उन्होंने यह भी कहा, कि अब मेडिकल कालेज प्रशासन भी इस मामले की जांच करेगा.
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