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50 बार सांप ने काटा.. अब हो गई जहरीले सांपों से यारी, दिलचस्प है जानकी दीदी की कहानी - JANKI DEVI

INTERESTING STORY OF JANKI DEVI:जानकी देवी जहरीले सांप को पलक झपकते ही अपने काबू में कर लेती हैं. यहां तक कि जानकी देखते ही बता देती हैं कि सांप जहरीला है या फिर नहीं. अब तक हजारों सांपों का रेस्क्यू कर चुकी हैं. जानकी की इस कला को देख डिस्कवरी चैनल ने इन्हें नौकरी का ऑफर दिया था. एक रिपोर्ट

गुणों की खान हैं जानकी देवी
गुणों की खान हैं जानकी देवी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 26, 2024, 6:13 PM IST

बगहाः इंडो-नेपाल बॉर्डर के पास वाल्मीकिनगर के पास एक गांव है बिसाही. इसी गांव में रहती हैं जानकी देवी उर्फ जानकी दीदी. जानकी अनपढ़ होते हुए भी गुणों की खान हैं. सच कहें तो बिसाही गांव पिछले कई सालों से जानकी दीदी के कारण ही पूरे इलाके में मशहूर हो चुका है. पलक झपकते ही सांप को काबू कर लेने की खास कला ने जानकी देवी को एक नयी पहचान दी है.

हजारों सांपों का कर चुकी हैं रेस्क्यूः सांप कितना भी जहरीला वो जानकी देवी की पकड़ से नहीं बच सकता है. वो बिजली की तेजी से सांपों को अपने काबू में कर लेती हैं. जानकी देवी अभी तक हजारों सांपों का रेस्क्यू कर चुकी हैं. जानकी को देख सांप खुद ब खुद ठिठक जाते हैं और वो आसानी से सांपों को अपने कब्जे में कर लेती हैं.

बेहद दिलचस्प है जानकी दीदी की कहानी (ETV BHARAT)

50 बार काट चुके हैं सांपः जानकी देवी के तीन बेटे थे, लेकिन कोविडकाल में एक बेटे की मौत हो गयी. जानकी देवी के दोनों बेटे और उनका भाई भी सांप पकड़ने में बेहद ही माहिर हैं.जानकी देवी बताती हैं कि 12 वर्ष की उम्र से ही मैं सांप पकड़ते आ रही हूं. अब तक हजारों सांप पकड़कर मैंने वन विभाग को दिया है या जंगल में छोड़ा है. कोबरा, किंग कोबरा, अजगर या कोई भी सांप हो मुझे देखकर रुक जाता है और मेरे इर्द गिर्द आकर घूमने लगता है.

"अब तक मुझे 50 से ज्यादा बार सांप काटे होंगे लेकिन मुझपर कोई असर नहीं होता है.हफ्ते में यदि मंगलवार और रविवार के दिन मुझे सांप काट ले तो उसका थोड़ा सा असर मुझ पर पड़ता है और मुझे नशा छा जाता है."- जानकी देवी, स्नेक कैचर

डिस्कवरी चैनल से मिला था जॉब का ऑफरः सांपों को पकड़ने की जानकी देवी की इस खासियत की चर्चा पूरे इलाके के साथ-साथ डिस्कवरी चैनल वालों तक जा पहुंची थी और उनकी इस खूबी को देखते हुए डिस्कवरी चैनल से करीब 10 साल पहले उन्हें जॉब का ऑफर भी आया था. हालांकि उन्होंने अपने पति के कहने पर जॉब का ऑफर ठुकरा दिया.

समाजसेवा को समर्पित जानकी देवी का हुनर
समाजसेवा को समर्पित जानकी देवी का हुनर (ETV BHARAT GFX)

"मेरी इस खूबी के कारण ही डिस्कवरी से नौकरी का ऑफर मिला था लेकिन मेरे पति ने नहीं जाने दिया.पहले जब वन विभाग में सांप पकड़ने वाले एक्सपर्ट नहीं थे तो वन विभाग के लोग मुझे ही सांप पकड़ने के लिए बुलाते थे. अब तो दूर दराज से लोग सांप पकड़ने के लिए बुलाने आते हैं."-जानकी देवी, स्नेक कैचर

नॉर्मल डिलीवरी भी कराती हैं जानकी दीदीः ऐसा नहीं है कि जानकी दीदी सिर्फ सांपों को काबू करना ही जानती हैं, बल्कि वो महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी करवाने में भी माहिर हैं. मोहल्ले या दूसरे गांवों से भी लोग सांप पकड़वाने के अलावा महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी के लिए भी जानकी दीदी के पास आते हैं.

"जानकी दीदी को सांप पकड़ने के अलावा नॉर्मल डिलीवरी कराने में भी महारत हासिल है. मुहल्ले की किसी भी प्रेगनेंट महिला को प्रसव कराने के लिए अस्पताल नहीं जाना पड़ता है. बच्चा उल्टा हो या किसी भी तरह की समस्या हो, जानकी दीदी आराम से साधारण डिलीवरी करा देती हैं."- रिंकू देवी, जानकी देवी की पड़ोसन

दूसरे गांवों में भी है जानकी दीदी की मांगः वहीं पड़ोस के गांव से आई एक महिला बताती हैं कि मैं एक महिला की डिलीवरी के लिए दीदी को बुलाने आई हूं. दीदी काफी हिम्मत वाली हैं और किसी भी तरह के सांप को पकड़ लेती हैं. इतना ही नहीं नस संबंधित छोटी-मोटी बीमारियां भी जानकी दीदी ठीक कर देती हैं.

"कभी-कभी दीदी खुद साइकिल चलाकर लोगों के यहां पहुंच जाती है. एक बार दीदी ने विशालकाय किंग कोबरा को पकड़ा था. हाल हीं में मेरे घर भी एक गेंहुअन (ब्लैक कोबरा) निकला था तो मैंने दीदी को बुलाया और उन्होंने उसे पकड़कर जंगल में छोड़ दिया."-ताजमून खातून, पड़ोसी गांव की महिला

समाजसेवा को समर्पित जानकी देवी का हुनरः सबसे बड़ी बात कि जानकी देवी अपने हुनर का इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए नहीं करती हैं. वो सांप पकड़ने या नॉर्मल डिलीवरी कराने के लिए कोई फीस नहीं लेती. वो अपने हुनर का उपयोग विशुद्ध रूप से समाजसेवा के लिए करती हैं. यही वजह है की इनकी प्रसिद्धि सिर्फ बगहा और आसपास के इलाकों तक पहुंच चुकी है. सारे लोग इन्हें जानकी दीदी के नाम से पुकारते हैं.

ये भी पढ़ेंःकुछ मिनटों में कर देता है काम तमाम, बगहा के एक घर से मिला दुनिया का जहरीला सांप - russell viper IN west champaran

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बगहा का 'रेड कॉरिडोर' बना 'अस्पतालों का गांव', एक डॉक्टर ने बदल दी इलाके की फिजा - Village Of Hospitals

बगहाः इंडो-नेपाल बॉर्डर के पास वाल्मीकिनगर के पास एक गांव है बिसाही. इसी गांव में रहती हैं जानकी देवी उर्फ जानकी दीदी. जानकी अनपढ़ होते हुए भी गुणों की खान हैं. सच कहें तो बिसाही गांव पिछले कई सालों से जानकी दीदी के कारण ही पूरे इलाके में मशहूर हो चुका है. पलक झपकते ही सांप को काबू कर लेने की खास कला ने जानकी देवी को एक नयी पहचान दी है.

हजारों सांपों का कर चुकी हैं रेस्क्यूः सांप कितना भी जहरीला वो जानकी देवी की पकड़ से नहीं बच सकता है. वो बिजली की तेजी से सांपों को अपने काबू में कर लेती हैं. जानकी देवी अभी तक हजारों सांपों का रेस्क्यू कर चुकी हैं. जानकी को देख सांप खुद ब खुद ठिठक जाते हैं और वो आसानी से सांपों को अपने कब्जे में कर लेती हैं.

बेहद दिलचस्प है जानकी दीदी की कहानी (ETV BHARAT)

50 बार काट चुके हैं सांपः जानकी देवी के तीन बेटे थे, लेकिन कोविडकाल में एक बेटे की मौत हो गयी. जानकी देवी के दोनों बेटे और उनका भाई भी सांप पकड़ने में बेहद ही माहिर हैं.जानकी देवी बताती हैं कि 12 वर्ष की उम्र से ही मैं सांप पकड़ते आ रही हूं. अब तक हजारों सांप पकड़कर मैंने वन विभाग को दिया है या जंगल में छोड़ा है. कोबरा, किंग कोबरा, अजगर या कोई भी सांप हो मुझे देखकर रुक जाता है और मेरे इर्द गिर्द आकर घूमने लगता है.

"अब तक मुझे 50 से ज्यादा बार सांप काटे होंगे लेकिन मुझपर कोई असर नहीं होता है.हफ्ते में यदि मंगलवार और रविवार के दिन मुझे सांप काट ले तो उसका थोड़ा सा असर मुझ पर पड़ता है और मुझे नशा छा जाता है."- जानकी देवी, स्नेक कैचर

डिस्कवरी चैनल से मिला था जॉब का ऑफरः सांपों को पकड़ने की जानकी देवी की इस खासियत की चर्चा पूरे इलाके के साथ-साथ डिस्कवरी चैनल वालों तक जा पहुंची थी और उनकी इस खूबी को देखते हुए डिस्कवरी चैनल से करीब 10 साल पहले उन्हें जॉब का ऑफर भी आया था. हालांकि उन्होंने अपने पति के कहने पर जॉब का ऑफर ठुकरा दिया.

समाजसेवा को समर्पित जानकी देवी का हुनर
समाजसेवा को समर्पित जानकी देवी का हुनर (ETV BHARAT GFX)

"मेरी इस खूबी के कारण ही डिस्कवरी से नौकरी का ऑफर मिला था लेकिन मेरे पति ने नहीं जाने दिया.पहले जब वन विभाग में सांप पकड़ने वाले एक्सपर्ट नहीं थे तो वन विभाग के लोग मुझे ही सांप पकड़ने के लिए बुलाते थे. अब तो दूर दराज से लोग सांप पकड़ने के लिए बुलाने आते हैं."-जानकी देवी, स्नेक कैचर

नॉर्मल डिलीवरी भी कराती हैं जानकी दीदीः ऐसा नहीं है कि जानकी दीदी सिर्फ सांपों को काबू करना ही जानती हैं, बल्कि वो महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी करवाने में भी माहिर हैं. मोहल्ले या दूसरे गांवों से भी लोग सांप पकड़वाने के अलावा महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी के लिए भी जानकी दीदी के पास आते हैं.

"जानकी दीदी को सांप पकड़ने के अलावा नॉर्मल डिलीवरी कराने में भी महारत हासिल है. मुहल्ले की किसी भी प्रेगनेंट महिला को प्रसव कराने के लिए अस्पताल नहीं जाना पड़ता है. बच्चा उल्टा हो या किसी भी तरह की समस्या हो, जानकी दीदी आराम से साधारण डिलीवरी करा देती हैं."- रिंकू देवी, जानकी देवी की पड़ोसन

दूसरे गांवों में भी है जानकी दीदी की मांगः वहीं पड़ोस के गांव से आई एक महिला बताती हैं कि मैं एक महिला की डिलीवरी के लिए दीदी को बुलाने आई हूं. दीदी काफी हिम्मत वाली हैं और किसी भी तरह के सांप को पकड़ लेती हैं. इतना ही नहीं नस संबंधित छोटी-मोटी बीमारियां भी जानकी दीदी ठीक कर देती हैं.

"कभी-कभी दीदी खुद साइकिल चलाकर लोगों के यहां पहुंच जाती है. एक बार दीदी ने विशालकाय किंग कोबरा को पकड़ा था. हाल हीं में मेरे घर भी एक गेंहुअन (ब्लैक कोबरा) निकला था तो मैंने दीदी को बुलाया और उन्होंने उसे पकड़कर जंगल में छोड़ दिया."-ताजमून खातून, पड़ोसी गांव की महिला

समाजसेवा को समर्पित जानकी देवी का हुनरः सबसे बड़ी बात कि जानकी देवी अपने हुनर का इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए नहीं करती हैं. वो सांप पकड़ने या नॉर्मल डिलीवरी कराने के लिए कोई फीस नहीं लेती. वो अपने हुनर का उपयोग विशुद्ध रूप से समाजसेवा के लिए करती हैं. यही वजह है की इनकी प्रसिद्धि सिर्फ बगहा और आसपास के इलाकों तक पहुंच चुकी है. सारे लोग इन्हें जानकी दीदी के नाम से पुकारते हैं.

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