अयोध्या : पीएम नरेंद्र मोदी ने 4 साल पहले आज की ही तारीख में राम मंदिर की आधारशिला रखी थी. तब से लेकर अब तक लगातार राम मंदिर का निर्माण जारी है. इस अवधि में रामजन्मभूमि से लेकर पूरी अयोध्या की तस्वीर बदल चुकी है. अब राम मंदिर का निर्माण अंतिम दौर में है. अगले 5 महीने में मंदिर का शिखर भी बनकर तैयार हो जाएगा. इस पर भगवा ध्वज भी फहराने लगेगा. आज का दिन अहम होने के कारण रामलला आज भक्तों को दिव्य दर्शन देंगे.
साल 2020 में पीएम नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर निर्माण की आधारशिल रखी थी. यह तारीख रामनगरी के लिए बेहद अहम मानी जाती है. यहां के साधु-संत इस दिन को धार्मिक मुक्ति के रूप मनाते हैं. 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर को आम भक्तों के लिए खोल दिया गया. इस समय रोजाना लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.
राम मंदिर निर्माण का कार्य लगभग 80 प्रतिशत तक पूरा हो गया है. भूतल के बाद प्रथम तल और अब द्वितीय तल का निर्माण हो रहा है. यहां 161 फीट ऊंचाई वाले मंदिर के शिखर का निर्माण किया जाएगा. यह कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि इसमें कुछ महीने की देरी होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है.
मंदिर की सुरक्षा और दिव्यता के लिए 800 मीटर की परिधि में परकोटे का निर्माण किया जा रहा है. श्री राम जन्मभूमि परिसर में भगवान लक्ष्मण के शेषवतार और सप्त मंडपम का भी निर्माण कराया जा रहा है. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि आज का दिन अयोध्या के लिए बहुत ही ऐतिहासिक है. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया था.
इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. यह दिन अयोध्या के लिए स्वार्णिम दिन है. आज रामलला का विशेष श्रृंगार किया जाएगा. दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में दिव्य आरती का आयोजन कर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा. इस दौरान श्रद्धालुओं को प्रभु के अलौकिक दर्शन प्राप्त होंगे.
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि 5 अगस्त की तारीख 500 वर्षों की प्रतीक्षा और संघर्ष का नतीजा था. इसके बाद रामलला अपने जन्म स्थान पर विराजमान हुए. इस दिन को हम लोग एक धार्मिक मुक्ति दिवस के रूप में मना रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आज ही के दिन साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को भी हटाया गया था. ऐसे में आज का दिन काफी खास है.
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