नई दिल्ली: भारतीय एयरलाइन्स को बम से उड़ाने की धमकियों की श्रृंखला के जवाब में नागरिक विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
नायडू ने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को निशाना बनाते हुए इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के 'शरारती और गैरकानूनी' कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है. इस मुद्दे को हल करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.
नायडू ने सुरक्षा उपाय बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया तथा तीन उड़ानों को धमकी देने के लिए जिम्मेदार एक नाबालिग को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई पुलिस की प्रशंसा की. उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा कहा कि सभी जिम्मेदार व्यक्तियों पर मुकदमा चलाया जाएगा.
इन धमकियों के जवाब में, नायडू ने 14 अक्टूबर को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) और गृह मंत्रालय के प्रमुख अधिकारी शामिल थे. कानून प्रवर्तन सक्रिय रूप से घटनाओं की जांच कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए.
नायडू ने एक बयान में कहा कि हम भारतीय हवाई वाहकों को हाल ही में मिली बम धमकियों की कड़ी निंदा करते हैं. हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि ऐसी कार्रवाइयों के खिलाफ हर जरूरी कदम उठाया जाए. हम उच्चतम सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
कई घटनाओं के बाद विमानन क्षेत्र हाई अलर्ट पर है, जिसमें दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की उड़ान पर सुरक्षा अलर्ट शामिल है, जिसे बम की धमकी के कारण वापस डायवर्ट कर दिया गया था. उड़ान में सवार यात्रियों को उतार दिया गया और विमान को मंजूरी देने से पहले पूरी तरह से सुरक्षा जांच से गुजारा गया.
यह घटना एक बड़े चलन का हिस्सा है, जिसमें थोड़े समय में कई उड़ानों को बम की धमकियां मिली हैं, जिससे व्यापक चिंता पैदा हुई है. सरकार ने जनता को आश्वासन दिया है कि कानून प्रवर्तन सक्रिय रूप से धमकियों की जांच कर रहा है. मुंबई पुलिस ने पहले ही एक घटना के सिलसिले में एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इन गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए जांच जारी है.
नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा से समझौता किए बिना विमानन उद्योग में सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. एहतियाती उपाय के तौर पर, देश भर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच तेज कर दी गई है, साथ ही विमानन अधिकारियों और वैश्विक सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत किया जा रहा है. नायडू द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति से भविष्य के खतरों को रोकने और उद्योग में विभिन्न हितधारकों के बीच निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक रणनीतियों पर मार्गदर्शन प्रदान करने की उम्मीद है.