नई दिल्ली: एस्ट्राजेनेका ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन (कोविशील्ड) को दुनिभर से वापस लेने का ऐलान किया है. कंपनी ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब बीते फरवरी में उसने ब्रिटेन की कोर्ट में यह बात मानी की उसकी वैक्सीन का डोज लेने वालों को गंभीर बीमारी हो सकती है.
बता दें कि ब्रिटेन की हाईकोर्ट में 51 से अधिक पीड़ितों और उनके परिजनों ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ केस किया है, जिसमें कंपनी से 1000 करोड़ रुपये हर्जाने की मांग की गई है. मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट में दावा किया गया है ब्रिटेन में कथित तौर पर इस टीके को लगवाने के बाद 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोगों को इसके साइड इफेक्ट हुए हैं.
भारत में दर्ज हुआ केस
गौरतलब है कि भारत में करोड़ों लोगों ने कोविशील्ड का टीका लगवाया था.कंपनी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी मामला चल रहा है. हालांकि, मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के लिए तारीख तय नहीं की. याचिकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से वैक्सीन के साइड इफेक्ट और अन्य संभावित जोखिमों की जांच के लिए विशेषज्ञ पैनल बनाने की मांग की है.
कंपनी ने माना वैक्सीन से हो सकते हैं साइड इफेक्ट
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार एंग्लो-स्वीडिश दवा निर्माता ने हाल ही में यह स्वीकार किया था कि वैक्सीन रक्त के थक्के और कम रक्त प्लेटलेट गिनती जैसे दुष्प्रभाव डाल सकती है. यूनाइटेड किंग्डम (UK) की फार्मास्युटिकल कंपनी ने माना था उसकी वैक्सीन में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) के साथ-साथ थ्रोम्बोसिस हो सकता है, जिससे हार्ट अटैक हो सकता है.
कंपनी का दावा व्यावसायिक कारणों से वापस ले रही है वैक्सीन
कंपनी ने दावा किया है कि वह व्यावसायिक कारणों से वैक्सीन को वापस ले रही है. हालांकि, कंपनी ब्रिटेन में गंभीर आरोपों का सामना कर रही है. कंपनी का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद से बाजार में कई वैक्सीन आ चुकी हैं, जिसके चलते उसकी वैक्सीन की डिमांड कम हो गई है.