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असम में बाढ़ की स्थिति और भयावह, मृतकों की संख्या 35 हुई - ASSAM FLOOD 2024

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 2, 2024, 11:49 AM IST

ASSAM FLOOD 2024: असम में बाढ़ की स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है, भारी बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बाढ़ से 1275 गांवों के 644128 लोग प्रभावित हुए हैं. मरने वालों का आंकड़ा 35 हो गया है.

ASSAM FLOOD 2024
असम में बाढ़ की स्थिति और खराब (ETV Bharat)

गुवाहाटी : असम में हाल ही में आई बाढ़ ने भयावह रूप ले लिया है. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. इस साल अब तक बाढ़ में 35 लोगों की मौत हो चुकी है. कई गांव अभी भी जलमग्न हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य के 19 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. आंकड़ों के अनुसार राज्य के 19 जिलों के 1275 गांवों का विशाल क्षेत्र बाढ़ में डूबा हुआ है. इस बाढ़ से अब तक कई लोग प्रभावित हुए हैं.

एक और मौत, मृतकों की संख्या 35 हुई
इस बाढ़ में एक और व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक तिनसुकिया जिले का रहने वाला बताया जा रहा है. कुल मिलाकर राज्य में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है.

19 जिलों के 64 राजस्व क्षेत्र प्रभावित
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार मौजूदा बाढ़ में 1275 गांवों के 644128 लोग प्रभावित हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार, इस बाढ़ में कई हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है. बाढ़ प्रभावित लोग अभी भी राज्य के कई आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. गौरतलब है कि बाढ़ के बाद कई संक्रामक बीमारियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है. कई जगहों पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों आदि के कारण यातायात बाधित हो गया है.

अरुणाचल प्रदेश और भूटान में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, ब्रह्मपुत्र और उसकी सभी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. बढ़ते जलस्तर के कारण कई और जिले भी बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. बता दें, हाफलोंग और शिलांग में बाढ़ आ गई है, जिससे हाफलोंग और शिलांग के बीच संपर्क टूट गया है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का एक बड़ा इलाका भी बाढ़ से प्रभावित है. राष्ट्रीय उद्यान के 223 वन शिविरों में से 61 में बाढ़ आ गई है और जानवरों ने ऊंचे स्थानों पर शरण ली है.

असम में बाढ़ की स्थिति भयावह है और केंद्र और राज्य सरकारें लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी सीएम डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा को फोन किया है और उन्हें बाढ़ पीड़ितों को बचाने और उनकी सहायता करने के लिए कार्रवाई करने की सलाह दी है.

असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की चेतावनी
ASDMA ने बारपेटा, नलबाड़ी, बंगागांव, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, चारीदेव, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. प्रशासन इन जिलों में अतिरिक्त राहत शिविर लगाने की भी तैयारी कर रहा है, क्योंकि अगले पांच दिनों में भारी बारिश की आशंका है. इस अपदा को देखते हुए वेस्ट कार्बी आंगलोंग और दीमा हसाओ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है.

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गुवाहाटी : असम में हाल ही में आई बाढ़ ने भयावह रूप ले लिया है. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. इस साल अब तक बाढ़ में 35 लोगों की मौत हो चुकी है. कई गांव अभी भी जलमग्न हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य के 19 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. आंकड़ों के अनुसार राज्य के 19 जिलों के 1275 गांवों का विशाल क्षेत्र बाढ़ में डूबा हुआ है. इस बाढ़ से अब तक कई लोग प्रभावित हुए हैं.

एक और मौत, मृतकों की संख्या 35 हुई
इस बाढ़ में एक और व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक तिनसुकिया जिले का रहने वाला बताया जा रहा है. कुल मिलाकर राज्य में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है.

19 जिलों के 64 राजस्व क्षेत्र प्रभावित
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार मौजूदा बाढ़ में 1275 गांवों के 644128 लोग प्रभावित हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार, इस बाढ़ में कई हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है. बाढ़ प्रभावित लोग अभी भी राज्य के कई आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. गौरतलब है कि बाढ़ के बाद कई संक्रामक बीमारियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है. कई जगहों पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों आदि के कारण यातायात बाधित हो गया है.

अरुणाचल प्रदेश और भूटान में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, ब्रह्मपुत्र और उसकी सभी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. बढ़ते जलस्तर के कारण कई और जिले भी बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. बता दें, हाफलोंग और शिलांग में बाढ़ आ गई है, जिससे हाफलोंग और शिलांग के बीच संपर्क टूट गया है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का एक बड़ा इलाका भी बाढ़ से प्रभावित है. राष्ट्रीय उद्यान के 223 वन शिविरों में से 61 में बाढ़ आ गई है और जानवरों ने ऊंचे स्थानों पर शरण ली है.

असम में बाढ़ की स्थिति भयावह है और केंद्र और राज्य सरकारें लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी सीएम डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा को फोन किया है और उन्हें बाढ़ पीड़ितों को बचाने और उनकी सहायता करने के लिए कार्रवाई करने की सलाह दी है.

असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की चेतावनी
ASDMA ने बारपेटा, नलबाड़ी, बंगागांव, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, चारीदेव, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. प्रशासन इन जिलों में अतिरिक्त राहत शिविर लगाने की भी तैयारी कर रहा है, क्योंकि अगले पांच दिनों में भारी बारिश की आशंका है. इस अपदा को देखते हुए वेस्ट कार्बी आंगलोंग और दीमा हसाओ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है.

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