गुवाहाटी: राज्य में हाल ही में बाढ़ की स्थिति ने भयावह रूप ले लिया है. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इस साल अब तक बाढ़ में 27 लोगों की मौत हो चुकी है. कई गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य के 19 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. आंकड़ों के अनुसार राज्य के 19 जिलों के 1325 गांवों का बड़ा इलाका बाढ़ में डूबा हुआ है. बाढ़ से अब तक 390491 लोग प्रभावित हुए हैं.
मृतकों की संख्या 27 हुई
उदलगुड़ी में शुक्रवार को बाढ़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस साल बाढ़ में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है. गौरतलब है कि दोपहर में उदलगुड़ी जिले में बाढ़ में एक व्यक्ति बह गया था. स्थानीय लोगों ने उस व्यक्ति को बचाया और उसे पास के सिविल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
19 जिलों के 50 राजस्व क्षेत्र प्रभावित
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा बाढ़ में 1325 गांवों के 390491 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों में तामुलपुर, बोंगाईगांव, करीमगंज, लखीमपुर, उदलगुड़ी, दरांग, धेमाजी, नागांव, होजई, चिरांग, बारपेटा, बक्सा, नलबाड़ी, गोलपारा, दक्षिण सलमारा जिले आदि शामिल हैं.
करीमगंज जिला अब तक सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. करीमगंज जिले के 280 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार, कामरूप जिले के 296 गांव, बोंगाईगांव जिले के 139, दरांग जिले के 105 और गोलपारा जिले के 114 गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं.
बाढ़ में 4347.86 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त
इस बीच, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बाढ़ में अब तक 10,000 पशुधन को नुकसान पहुंचा है. करीमगंज जिले में सबसे अधिक पशुधन को नुकसान पहुंचा है. बाढ़ में 4347.86 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। इनमें से अधिकांश कृषि भूमि बोंगाईगांव जिले में है. बाढ़ प्रभावित लोग अब तक सरकार द्वारा व्यवस्थित 3998 आश्रय शिविरों में शरण ले रहे हैं. इनमें से अधिकांश आश्रय शिविर करीमगंज जिले में हैं.