गुवाहाटी: असम में बाढ़ का कहर जारी है. राज्य के 29 जिलों के 107 राजस्व सर्किलों के 3,208 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं. बाढ़ से बच्चों और महिलाओं समेत 21.13 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. 57,018 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ के पानी में डूबी हुई है. गुरुवार को बाढ़ से छह लोगों की मौत हो गई.
अब तक बाढ़ में मरने वालों की संख्या 52 हो गई है. हाल ही में 763 लाख बाढ़ पीड़ित आश्रय शिविरों और अस्थायी राहत केंद्रों में शरण ले रहे हैं. राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन कई इलाकों में स्थिति अभी भी जस की तस बनी हुई है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन की मदद से विभिन्न स्थानों पर बचाव अभियान जारी है. बाढ़ पीड़ितों के लिए विभिन्न जिलों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की टीमें तैनात हैं.
इस बीच, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के 223 वन शिविरों में से 141 अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। राष्ट्रीय उद्यान में अब तक 17 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है, जबकि 72 जंगली जानवरों को बाढ़ की चपेट से बचाया गया है. बाढ़ के कारण राज्य के कई हिस्सों में वन्यजीवों के वन क्षेत्र में प्रवेश करने की घटनाएं हुई हैं. केंद्रीय जल आयोग द्वारा गुरुवार दोपहर जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की 10 नदियां 16 स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
वहीं, पांच नदियां चेतावनी के निशान से ऊपर हैं, लेकिन खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. गुवाहाटी स्थित मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा 8 जुलाई तक दिए गए मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, इस अवधि के दौरान असम समेत पूर्वोत्तर के सातों राज्यों में मध्यम बारिश जारी रहेगी. कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. पिछले 24 घंटों में राज्य में सबसे अधिक 64 मिमी बारिश डिब्रूगढ़ में हुई.
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