डिब्रूगढ़: असम के डिब्रूगढ़ शहर में अचानक आई बाढ़ से लोग परेशान हैं. गुरुवार सुबह भारी बारिश के बाद अधिकांश सड़कें जलमग्न हो गई हैं. ऊपरी असम के इस शहर के सबसे व्यस्ततम हिस्सों में से एक मनकोट्टा रोड पर अब घुटने भर पानी भर गया है. निवासियों ने आरोप लगाया कि ब्रह्मपुत्र के तट पर स्थित डिब्रूगढ़ में दशकों से अनियोजित जल निकासी व्यवस्था के कारण लगातार अचानक बाढ़ और जलभराव की समस्या बनी हुई है.
डिब्रूगढ़ के निवासी परिमल बनिक ने कहा, हर साल जलभराव मुख्य रूप से खराब जल निकासी व्यवस्था के कारण होता है. हालांकि संबंधित विभाग हर वार्ड में सड़कें बनाता है, लेकिन वे इन सड़कों से सटे नालों की खुदाई करने से बचते हैं. नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि, डिब्रूगढ़ टाउन प्रोटेक्शन (DTP) नाले के पास अतिक्रमण के कारण बारिश का पानी शहर से बाहर नहीं जा पाता है. इसके परिणामस्वरूप कई इलाकों में जलभराव हो जाता है.
सेवानिवृत्त प्रोफेसर इस्माइल अहमद ने कहा, 'हमें एक वैज्ञानिक जल निकासी प्रणाली की आवश्यकता है जो शहर से पानी को बाहर निकाल सके. डिब्रूगढ़ असम के सबसे पुराने शहरों में से एक है और बरसात के मौसम में सबसे ज्यादा प्रभावित होता है'. इस बीच, असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार जारी है, हालांकि बुधवार शाम तक सात जिलों में लगभग 1.4 लाख लोग अभी भी प्रभावित हैं.
कछार सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां लगभग 75,000 लोग प्रभावित हैं. इसके बाद करीमगंज में 56,500 से अधिक लोग और धेमाजी में लगभग 3,800 लोग बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं. इस साल की बाढ़, भूस्खलन और तूफान में अब तक राज्य में 41 लोगों की जान जा चुकी है.
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