गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश से आतंकवाद को खत्म करने के अपने प्रयास जारी रखेगी. मुख्यमंत्री का यह बयान बुधवार को असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा धुबरी में आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) के दो शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी के एक दिन बाद आया है.
ट्विटर अभी एक्स पर असम पुलिस पोस्ट के एक पोस्ट का जवाब देते हुए और पोस्ट को रीट्वीट करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि 'माननीय प्रधान मंत्री @नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम कट्टरपंथियों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और अपने देश की धरती से आतंकवाद को खत्म करेंगे. धन्यवाद, @assampolice'.
गौरतलब है कि असम पुलिस की एसटीएफ ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के दो शीर्ष स्तर के आतंकवादी को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने खुलासा किया कि दो नेताओं की पहचान हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारुखी, जो भारत में आईएसआईएस का प्रमुख है और उसका सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान से की हैं.
बता दें देहरादून का रहने वाला हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारुखी भारत में आईएसआईएस का प्रमुख है. उसका सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान हरियाणा के पानीपत का रहने वाला है. जानकारी के अनुसार उसकी पत्नी बांग्लादेशी नागरिक है और उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है. पुलिस के अनुसार वे भारत भर में कई जगहों पर भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकी वारदातों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे.
पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ)पार्थसारथी महंत और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) कल्याण कुमार पाठक के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) के नेतृत्व में एसटीएफ टीम द्वारा विशेष अभियान चलाया गया था. रिपोर्टों के अनुसार, एसटीएफ को पूर्व सूचना मिली थी कि भारत में आईएसआईएस के दो शीर्ष स्तरीय नेता, जो पड़ोसी बांग्लादेश में डेरा डाले हुए थे, देश में तोड़फोड़ की गतिविधियों को अंजाम देने के मिशन के साथ धुबरी सीमा के माध्यम से भारत में प्रवेश करेंगे.
रिपोर्टों के अनुसार, एसटीएफ को पूर्व सूचना मिली थी कि भारत में आईएसआईएस के दो शीर्ष स्तरीय नेता, जो पड़ोसी बांग्लादेश में डेरा डाले हुए थे, देश में तोड़फोड़ की गतिविधियों को अंजाम देने के मिशन के साथ धुबरी सीमा के माध्यम से भारत में प्रवेश करेंगे.
बता दें विश्वसनीय इनपुट के आधार पर एसटीएफ टीम को धुबरी में तैनात किया गया था और उन्होंने 19 मार्च की रात को एक तलाशी अभियान चलाया और आखिरकार 20 मार्च की सुबह धुबरी के धर्मशाला इलाके में उन नेताओं को पकड़ने में कामयाब रहे, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर चुके थे. इसके बाद दोनों को पकड़कर गुवाहाटी स्थित एसटीएफ कार्यालय लाया गया. पुलिस के मुताबिक इन दोनों को एनआईए को सौंपा जाएगा जो इन दोनों का पीछा कर रही थी.