मैसूर: दशहरा हाथी जंबो 'अश्वत्थामा' नागरहोल टाइगर रिजर्व में भीमनकट्टे में अपने शिविर में मृत पाया गया. सौर बाड़ के संपर्क में आने के बाद करंट लगने से जंबो की मौत हो गई. वन अधिकारियों ने बताया कि नागरहोल टाइगर रिजर्व के अंतर्गत भीमनकट्टे हाथी शिविर में मौजूद 38 वर्षीय अश्वत्थामा हाथी को खेत के बाड़े में बांध दिया गया था. जब कर्मचारी मंगलवार सुबह 5:30 बजे हाथी को जगाने गए तो पता चला कि हाथी मर चुका है. गहन निरीक्षण के बाद पता चला कि हाथी की मौत सोलर तार के उसकी पीठ पर गिरने के कारण बिजली के झटके से हुई है.
इसे 2017 में हासन जिले के सकलेशपुर के पास एक वन क्षेत्र में पकड़ा गया था. 4 साल तक पालतू बनाए जाने के बाद 2021 और 2022 में इस हाथी ने मैसूर दशहरा जंबूसावरी में कदम रखा. वन विभाग ने एक पूर्व विज्ञप्ति में कहा कि, घटना के संबंध में हाथी का नमूना एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
सीएम सिद्धारमैया ने जताया शोक: सीएम सिद्धारमैया ने मैसूरु दशहरा में भाग लेने वाले और लाखों लोगों के आराध्य हाथी अश्वत्थामा की मौत पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, 'मैसूर दशहरा में भाग लेने वाले और लाखों लोगों की प्रशंसा जीतने वाले हाथी अश्वत्थामा की मृत्यु दुखद है. अपने शांत स्वभाव और गंभीरता के कारण वह जल्द ही मां चामुंडेश्वरी की सेवा करते हुए विश्व प्रसिद्ध दशहरा का हिस्सा बन गया. अश्वत्थामा की याद हमेशा हमारे दिलों में रहेगी'.
जांच के आदेश: वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने विश्व प्रसिद्ध मैसूर दशहरा उत्सव के मुख्य आकर्षण जंबूसावरी में भाग लेने वाले हाथी अश्वत्थामा की मौत पर शोक व्यक्त किया है. नगरहोल वन रेंज के भीमनकट्टे शिविर में सौर विद्युत बाड़ की चपेट में आने से अश्वत्थामा की मौत हो गई. मंत्री ने कहा कि इस आकस्मिक मृत्यु के संबंध में उचित जांच करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है.
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