जोधपुर. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को जोधपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला. गहलोत ने कहा कि वह जिस तरीके से अपने भाषण में भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उस पर चुनाव आयोग को तुरंत प्रभाव से पीएम के चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए. अगर चुनाव आयोग ऐसा करता है, तो ही उसकी निष्पक्षता का पता चलेगा. गुरुवार को जोधपुर में जब उनसे पूछा गया कि आपके पूर्व ओएसडी की ओर से पेपर लीक सहित अन्य मामलों में कई आरोप लगाए हैं और खुलासे किए हैं. इस पर गहलोत ने कहा कि "देश में अभी जो माहौल चल रहा है, उसमें पता नहीं चल रहा है, कौन व्यक्ति किस पार्टी में कब जा रहा है. ऐसे माहौल में कोई कुछ बोले, तो उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए. उस ऑडियो में दम है, जिसमें शेखावत साहब हमारी सरकार गिरा रहे थे, जिसमें अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान शामिल थे. उसका वॉयस सैंपल लेने के लिए एसीबी वाले घूम रहे थे, जो अभी तक नहीं दिया है." गहलोत ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए हथकंडे अपनाए जाते हैं. हम उसकी परवाह नहीं करते हैं. सच्चाई क्या है, वो अलग बात है.
पीएम के पास प्रूफ है क्या ? : पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से अशोक गहलोत सरकार पर पेपर लीक में शामिल होने के आरोप पर पूर्व सीएम ने कहा कि "अगर प्रधानमंत्री के पास इसका प्रूफ है, तो बताएं. बिना प्रूफ के प्राइम मिनिस्टर बोलते रहते हैं. इसमें कोई दम नहीं है. नाम तो किसी का भी ले सकते हैं. पेपर लीक तो गुजरात और यूपी में भी हुए हैं. उन पर प्रधानमंत्री का क्या कहना है ?. गहलोत ने कहा कि अगर पेपर लीक में किसी का हाथ है, तो एक सही व्यवहार होना चाहिए. हमने कार्रवाई की है. लोगों को सस्पेंड किया है, जिनको रिकमेंड किया जाता है, हम उनको ही पॉइंट करते हैं. अगर वह गलती करते हैं, तो हमे उन पर कार्रवाई तो करनी पड़ेगी और हमने की भी है. प्रधानमंत्री बुरी तरह से घबराए हुए हैं. चिंतित हैं. उनसे कुछ भी बुलाया जा सकता है. लाल डायरी भी इसका एक उदाहरण था."
यह आरोप लगाए लोकेश शर्मा ने : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तत्कालीन विशेष अधिकारी (ओएसडी) रहे लोकेश शर्मा ने बुधवार को जयपुर में प्रेस वार्ता कर फोन टैपिंग के ऑडियो को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. लोकेश शर्मा ने इशारों-इशारों में बता दिया कि वे जांच एजेंसियों का सामना करने के लिए भी तैयार हैं. इसके अलावा लोकेश शर्मा ने पेपर लीक, ग्रामीण और शहरी ओलंपिक, कोरोना में मेडिकल संसाधन खरीने में हुए भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए. लोकेश शर्मा ने आरोप लगाया कि इस मामले में वह लगातार हो रही पूछताछ और टॉर्चर से परेशान हो गए थे. उन्हें किसी तरह का सहयोग नहीं मिल रहा था. इसके चलते उन्हें आज मामले की हकीकत बतानी पड़ी.