ETV Bharat / bharat

मोहन यादव सरकार ने कलेक्टर का किया तबादला नाराज हुए असदुद्दीन ओवैसी, बोले गजब मिसाल है - Asaduddin Owaisi Vidisa DM Transfer

विदिशा के विजय सूर्य मंदिर को लेकर सुर्खियों में आए कलेक्टर बुद्धेश वैद्य का तबादला कर दिया गया था. अब विदिशा कलेक्टर के ट्रांसफर पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए हैं. ओवैसी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्यों कानून का पालन पर उन्हें हटा दिया गया?

Asaduddin Owaisi Vidisa DM Transfer
विदिशा कलेक्टर के तबादले पर भड़के ओवैसी (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 14, 2024, 4:51 PM IST

Updated : Aug 14, 2024, 5:45 PM IST

भोपाल: मध्य प्रदेश के विदिशा स्थित प्राचीन स्मारक बीजामंडल को लेकर छिड़े विवाद के बीच स्थानीय कलेक्टर का तबादला किए जाने के मामले में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा है कि 'विदिशा कलेक्टर को इसीलिए हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने कानून का पालन किया है. उन्होंने कहा कि संघ के संगठनों ने मस्जिद में पूजा करने की इजाजत मांगी, लेकिन जिला कलेक्टर ने एएसआई सर्वे का हवाला देते हुए इसे मस्जिद बताया था.' विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को 3 दिन पहले तबादला कर गृह विभाग में उप सचिव बनाया गया.

ओवैसी बोले कानून का पालन किया, तो कलेक्टर को हटाया

असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि 'कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने कानून का पालन किया. यही वक्फ संशोधन बिल का खतरा है. सरकार कलेक्टर को बहुत ज्यादा अधिकार देना चाहती है. अगर ऐसा कोई कहता है कि मस्जिद मस्जिद नहीं है तो कलेक्टर को भीड़ की मांग माननी होगी, या फिर उसका तबादला कर दिया जाएगा. कोई भी सबूत पर्याप्त नहीं होगा.'

इसलिए गरमाया मुद्दा

मध्य प्रदेश के विदिशा में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित प्राचीन स्मारक प्राचीन विजय सूर्य मंदिर है. इसका प्रबंधन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण करता है. एएसआई के एक पत्र से यह विवाद गरमा गया. दरअसल, इस धार्मिक स्थल के बाहर सालों से नाग पंचमी पर धार्मिक अनुष्ठान का कार्यक्रम किया जाता रहा है, लेकिन इस बार कुछ संगठनों ने इस परिसर के अंदर जाने और धार्मिक अनुष्ठान की मांग की. विदिशा कलेक्टर बुद्धेश वैद्य ने संगठनों के मांग पत्र का हवाला देते हुए एएसआई को पत्र भेजा.

ASADUDDIN OWAISI Angry
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर जताई नाराजगी (ASADUDDIN OWAISI X Post)

इस पत्र का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने जो जवाब दिया, उससे विवाद की स्थिति पैदा हो गई. एएसआई ने 1951 के गजट नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए इस स्थल को बीजामंडल मस्जिद के रूप में वर्गीकृत किया. इसके बाद कलेक्टर ने संरक्षित स्थल पर प्रवेश पर अनुमति नहीं दी.

यहां पढ़ें...

अचानक हटाए गए विदिशा कलेक्टर, बीजा मंडल विवाद के बाद आए थे सुर्खियों में

विदिशा का बीजा मंडल पुलिस छावनी में तब्दील, नागपंचमी पर ताला खुलेगा या बाहर से ही होगी पूजा

हिंदू संगठनों द्वारा जताया जा रहा है विरोध

उधर भारतीय पुरातत्व सर्वे के इस पत्र का हिंदु संगठनों द्वारा विरोध जताया जा रहा है. उनका कहना है कि इस स्थल पर 1972 से पूजा की जाती रही है. विदिशा से बीजेपी विधायक मुकेश टंडन अब इसके सर्वेक्षण की मांग कर रहे हैं.

भोपाल: मध्य प्रदेश के विदिशा स्थित प्राचीन स्मारक बीजामंडल को लेकर छिड़े विवाद के बीच स्थानीय कलेक्टर का तबादला किए जाने के मामले में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा है कि 'विदिशा कलेक्टर को इसीलिए हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने कानून का पालन किया है. उन्होंने कहा कि संघ के संगठनों ने मस्जिद में पूजा करने की इजाजत मांगी, लेकिन जिला कलेक्टर ने एएसआई सर्वे का हवाला देते हुए इसे मस्जिद बताया था.' विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को 3 दिन पहले तबादला कर गृह विभाग में उप सचिव बनाया गया.

ओवैसी बोले कानून का पालन किया, तो कलेक्टर को हटाया

असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि 'कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने कानून का पालन किया. यही वक्फ संशोधन बिल का खतरा है. सरकार कलेक्टर को बहुत ज्यादा अधिकार देना चाहती है. अगर ऐसा कोई कहता है कि मस्जिद मस्जिद नहीं है तो कलेक्टर को भीड़ की मांग माननी होगी, या फिर उसका तबादला कर दिया जाएगा. कोई भी सबूत पर्याप्त नहीं होगा.'

इसलिए गरमाया मुद्दा

मध्य प्रदेश के विदिशा में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित प्राचीन स्मारक प्राचीन विजय सूर्य मंदिर है. इसका प्रबंधन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण करता है. एएसआई के एक पत्र से यह विवाद गरमा गया. दरअसल, इस धार्मिक स्थल के बाहर सालों से नाग पंचमी पर धार्मिक अनुष्ठान का कार्यक्रम किया जाता रहा है, लेकिन इस बार कुछ संगठनों ने इस परिसर के अंदर जाने और धार्मिक अनुष्ठान की मांग की. विदिशा कलेक्टर बुद्धेश वैद्य ने संगठनों के मांग पत्र का हवाला देते हुए एएसआई को पत्र भेजा.

ASADUDDIN OWAISI Angry
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर जताई नाराजगी (ASADUDDIN OWAISI X Post)

इस पत्र का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने जो जवाब दिया, उससे विवाद की स्थिति पैदा हो गई. एएसआई ने 1951 के गजट नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए इस स्थल को बीजामंडल मस्जिद के रूप में वर्गीकृत किया. इसके बाद कलेक्टर ने संरक्षित स्थल पर प्रवेश पर अनुमति नहीं दी.

यहां पढ़ें...

अचानक हटाए गए विदिशा कलेक्टर, बीजा मंडल विवाद के बाद आए थे सुर्खियों में

विदिशा का बीजा मंडल पुलिस छावनी में तब्दील, नागपंचमी पर ताला खुलेगा या बाहर से ही होगी पूजा

हिंदू संगठनों द्वारा जताया जा रहा है विरोध

उधर भारतीय पुरातत्व सर्वे के इस पत्र का हिंदु संगठनों द्वारा विरोध जताया जा रहा है. उनका कहना है कि इस स्थल पर 1972 से पूजा की जाती रही है. विदिशा से बीजेपी विधायक मुकेश टंडन अब इसके सर्वेक्षण की मांग कर रहे हैं.

Last Updated : Aug 14, 2024, 5:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.