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केजरीवाल ने खाली किया विवादों से सुर्खियों में रहा आवास - Kejriwal vacate Official Residence

2013 में केजरीवाल सीएम बने थे, तब आईटीओ के पास तिलक लेन में रहे. फिर 2015 में इसी सरकारी आवास में रहे.

अरविंद केजरीवाल ने खाली किया सरकारी आवास
अरविंद केजरीवाल ने खाली किया सरकारी आवास (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 4, 2024, 11:37 AM IST

Updated : Oct 4, 2024, 1:23 PM IST

नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने आज अपना सरकारी आवास खाली कर दिया. राजनीति में आने से पहले दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अरविंद केजरीवाल परिवार के संग रहते थे. जब वे पहली बार 2013 में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे, तब आईटीओ के समीप तिलक लेन के सरकारी फ्लैट मैं कुछ समय तक रहे. दोबारा वर्ष 2015 में जब पूर्ण बहुमत से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तब से लेकर अभी तक अरविंद केजरीवाल सिविल लाइंस स्थित इसी सरकारी आवास में रह रहे थे.

शुरुआत में सब कुछ सामान्य रहा. इसी आवास के एक हिस्से में मुख्यमंत्री कार्यालय भी चल रहा था. लेकिन वर्ष 2020 में जब तीसरी बार केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तब इस सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण का फैसला लिया गया. उसके बाद से यह सरकारी आवास विवादों के चलते सुर्खियों में आ गया. विपक्ष ने इसे शीशमहल का नाम दिया. इसके सौंदर्यीकरण पर करोड़ों रुपए खर्च हुए और तब से आम आदमी पार्टी में केजरीवाल के करीबी नेताओं को ही इस आवास में एंट्री थी. बाहर से आए आगंतुकों के लिए एक क्षेत्र विशेष तक ही सीमित रखा गया था. आज आखिरकार यह आवास छोड़कर अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के सांसद अशोक मित्तल को नई दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित बंगला नंबर 5 में परिवार संग शिफ्ट हो रहे हैं.

केजरीवाल और उनके परिवार का नए आवास पर हुआ स्वागत (SOURCE: ETV BHARAT)

सरकारी आवास के रेनोवेशन में 45 करोड़ खर्च, हो रही है जांच
सिविल लाइंस 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित इस सरकारी आवास में रेनोवेशन के नाम पर करीब 45 करोड़ खर्च हुए हैं. कांग्रेस नेता अजय माकन और बीजेपी नेता मनोज तिवारी, रामवीर सिंह बिधूड़ी ने इसकी शिकायत की तब उपराज्यपाल ने इस मामले की अनियमितता की जांच दी. सरकारी आवास में हुए रेनोवेशन के संबंध में एलजी ने तत्कालीन मुख्य सचिव से विस्तृत जानकारी मांगी थी और इससे संबंधित सभी दस्तावेज सुरक्षित रखने को कहा था.

सुनीता केजरीवाल ने सौंपी घर की चाबियां
सुनीता केजरीवाल ने सौंपी घर की चाबियां (SOURCE: ETV BHARAT)

दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह सौंदर्यीकरण नहीं था पुराने ढांचे के स्थान पर एक नया घर बनाया गया और वहां उनका कैंप ऑफिस भी है. खर्च लगभग 45 करोड़ रुपये हुए हैं. लोक निर्माण विभाग ने ऑडिट के बाद इसके जीर्णोद्धार की रिपोर्ट दी थी. पुराने ढांचे के स्थान पर एक नया ढांचा बनाया गया है. दस्तावेज के अनुसार निर्माण पर 43.70 करोड़ की स्वीकृति राशि के मुकाबले कुल 44.78 करोड़ रुपये सिविल लाइंस में के 6 फ्लैग स्टाफ रोड पर केजरीवाल के सरकारी आवास पर खर्च हुए हैं. लोक निर्माण विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार 1970 के आसपास इस घर का निर्माण हुआ था और यह घर दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी को रहने के लिए बनाया गया था.

अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा मुख्यमंत्री आवास
अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा मुख्यमंत्री आवास (SOURCE: ETV BHARAT)
सरकारी आवास के आंतरिक साज-सज्जा पर करोड़ों खर्चउपराज्यपाल को सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण पर पानी की तरह करोड़ों खर्च करने की दी गई शिकायत में कहा गया है कि ऐसा आलीशान बंगला जिसमें लाखों रुपए के कालीन और करोड़ों रुपए के पर्दे, पत्थर जो सीधे वियतनाम से मंगवाए गए हैं, स्विमिंग पूल ऐसा की दिल्ली में गिने-चुने ऐसे स्विमिंग पूल होंगे. दस्तावेज के अनुसार मुख्यमंत्री के नाम आवंटित सरकारी आवास के निर्माण कार्य के लिए 9 सितंबर 2020 से जून 2022 में जारी की गई. कुल खर्च में 11.30 करोड़ों के आंतरिक साज-सज्जा में, 6.02 करोड़ रुपये पत्थर और मार्बल लगाने के इस्तेमाल पर, एक करोड़ रुपये इंटीरियर कंसल्टेंसी के लिए, 2.58 करोड़ रुपये बिजली संबंधित फीटिंग और उपकरणों पर खर्च किए गए, 2.85 करोड़ रुपए अग्निशमन प्रणाली लगाने पर और 1.41 करोड़ रुपये वार्डरोब एसेसरीज सेटिंग पर खर्च किए गए. केजरीवाल के बंगले में दो किचन हैं जिसके निर्माण में 1.1 करोड़ रुपये खर्च शामिल है.
स्टाफ से बात करती हुईं सुनीता केजरीवाल
स्टाफ से बात करती हुईं सुनीता केजरीवाल (SOURCE: ETV BHARAT)

अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास खाली करने पर राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने एक्स पर लिखा है कि, "एक थे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम, जिन्होंने महल छोड़ वन में 14 साल गुज़ारे. नारी सम्मान के लिए रावण जैसे शक्तिशाली राक्षस से युद्ध किया. आज कल जो लोग अपनी तुलना प्रभु श्री राम से करवाते हैं, महा त्याग बताकर एक महल छोड़ दूसरे महल में रहने जाते हैं. माया के पीछे आदर्श भूल जाते हैं. नारी पर वार करने वाले को बचाते हैं, इसी में सुकून पाते हैं." हे राम!

माता-पिता, पत्नी के साथ अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा सीएम आवास
माता-पिता, पत्नी के साथ अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा सीएम आवास (SOURCE: ETV BHARAT)

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नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने आज अपना सरकारी आवास खाली कर दिया. राजनीति में आने से पहले दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अरविंद केजरीवाल परिवार के संग रहते थे. जब वे पहली बार 2013 में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे, तब आईटीओ के समीप तिलक लेन के सरकारी फ्लैट मैं कुछ समय तक रहे. दोबारा वर्ष 2015 में जब पूर्ण बहुमत से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तब से लेकर अभी तक अरविंद केजरीवाल सिविल लाइंस स्थित इसी सरकारी आवास में रह रहे थे.

शुरुआत में सब कुछ सामान्य रहा. इसी आवास के एक हिस्से में मुख्यमंत्री कार्यालय भी चल रहा था. लेकिन वर्ष 2020 में जब तीसरी बार केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तब इस सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण का फैसला लिया गया. उसके बाद से यह सरकारी आवास विवादों के चलते सुर्खियों में आ गया. विपक्ष ने इसे शीशमहल का नाम दिया. इसके सौंदर्यीकरण पर करोड़ों रुपए खर्च हुए और तब से आम आदमी पार्टी में केजरीवाल के करीबी नेताओं को ही इस आवास में एंट्री थी. बाहर से आए आगंतुकों के लिए एक क्षेत्र विशेष तक ही सीमित रखा गया था. आज आखिरकार यह आवास छोड़कर अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के सांसद अशोक मित्तल को नई दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित बंगला नंबर 5 में परिवार संग शिफ्ट हो रहे हैं.

केजरीवाल और उनके परिवार का नए आवास पर हुआ स्वागत (SOURCE: ETV BHARAT)

सरकारी आवास के रेनोवेशन में 45 करोड़ खर्च, हो रही है जांच
सिविल लाइंस 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित इस सरकारी आवास में रेनोवेशन के नाम पर करीब 45 करोड़ खर्च हुए हैं. कांग्रेस नेता अजय माकन और बीजेपी नेता मनोज तिवारी, रामवीर सिंह बिधूड़ी ने इसकी शिकायत की तब उपराज्यपाल ने इस मामले की अनियमितता की जांच दी. सरकारी आवास में हुए रेनोवेशन के संबंध में एलजी ने तत्कालीन मुख्य सचिव से विस्तृत जानकारी मांगी थी और इससे संबंधित सभी दस्तावेज सुरक्षित रखने को कहा था.

सुनीता केजरीवाल ने सौंपी घर की चाबियां
सुनीता केजरीवाल ने सौंपी घर की चाबियां (SOURCE: ETV BHARAT)

दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह सौंदर्यीकरण नहीं था पुराने ढांचे के स्थान पर एक नया घर बनाया गया और वहां उनका कैंप ऑफिस भी है. खर्च लगभग 45 करोड़ रुपये हुए हैं. लोक निर्माण विभाग ने ऑडिट के बाद इसके जीर्णोद्धार की रिपोर्ट दी थी. पुराने ढांचे के स्थान पर एक नया ढांचा बनाया गया है. दस्तावेज के अनुसार निर्माण पर 43.70 करोड़ की स्वीकृति राशि के मुकाबले कुल 44.78 करोड़ रुपये सिविल लाइंस में के 6 फ्लैग स्टाफ रोड पर केजरीवाल के सरकारी आवास पर खर्च हुए हैं. लोक निर्माण विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार 1970 के आसपास इस घर का निर्माण हुआ था और यह घर दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी को रहने के लिए बनाया गया था.

अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा मुख्यमंत्री आवास
अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा मुख्यमंत्री आवास (SOURCE: ETV BHARAT)
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स्टाफ से बात करती हुईं सुनीता केजरीवाल
स्टाफ से बात करती हुईं सुनीता केजरीवाल (SOURCE: ETV BHARAT)

अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास खाली करने पर राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने एक्स पर लिखा है कि, "एक थे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम, जिन्होंने महल छोड़ वन में 14 साल गुज़ारे. नारी सम्मान के लिए रावण जैसे शक्तिशाली राक्षस से युद्ध किया. आज कल जो लोग अपनी तुलना प्रभु श्री राम से करवाते हैं, महा त्याग बताकर एक महल छोड़ दूसरे महल में रहने जाते हैं. माया के पीछे आदर्श भूल जाते हैं. नारी पर वार करने वाले को बचाते हैं, इसी में सुकून पाते हैं." हे राम!

माता-पिता, पत्नी के साथ अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा सीएम आवास
माता-पिता, पत्नी के साथ अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा सीएम आवास (SOURCE: ETV BHARAT)

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Last Updated : Oct 4, 2024, 1:23 PM IST
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