उत्तरकाशी: भारतीय सेना में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के लाल श्रवण चौहान की अचानक तबीयत बिगड़ने से निधन हो गया. श्रवण के निधन की सूचना से उसके गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर है. श्रवण कुमार चौहान पुत्र शूरवीर चौहान भारतीय सेना की 14वीं बटालियन में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात थे.
लेह लद्दाख में माँ भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान जी के शहीद होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 19, 2024
ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।…
घटना के बाद पैतृक गांव में शोक की लहर: बृहस्पतिवार को अचानक श्रवण चौहान (25) का स्वास्थ्य खराब होने पर सेना ने उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उपचार के दौरान श्रवण का देहांत हो गया. श्रवण का पार्थिव शरीर शुक्रवार आज सुबह चंडीगढ़ पहुंचाया गया है. चंडीगढ़ से भारतीय सेना एंबुलेंस के जरिए सड़क मार्ग से मृतक जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सरनौल पहुंचेगा. श्रवण सिंह चौहान 5 भाई बहनों में से चौथे नंबर के थे, उनका एक बड़ा व छोटा भाई भी सेना में कार्यरत हैं. उक्त जानकारी क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य आनंद सिंह राणा ने दी, उन्होंने बताया कि बीते दिन सूचना मिलने पर गांव घर में मातम छाया हुआ है. परिजनों का रो-रो के बुरा हाल हो गया है. श्रवण चौहान की शादी नहीं हुई थी.
सीएम धामी ने जताया शोक: वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जवान के बलिदान होने पर शोक जताया. उन्होंने लिखा कि लेह लद्दाख में मां भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान जी के शहीद होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
पढ़ें-मंदाकिनी के घाट पर शहीद संजय सिंह पुष्वाण को दी गई अंतिम विदाई, 11 गढ़वाल राफल्स में थे तैनात