अंबाला: हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने दावा किया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें मारने की साजिश रची गई. प्रशासन ने उन्हें हराने की कोशिश की. कुछ नेताओं ने चुनाव के दौरान बगावत की. ताकि उन्हें (अनिल विज) को हराया जा सके. अनिल विज ने एक बागी बीजेपी नेता का नाम सार्वजनिक भी किया और दावा किया कि उनके (अनिल विज) पास उनकी बगावत करने वालों के सबूत हैं. जिसके आधार पर अब कार्रवाई की जाएगी.
अनिल विज को जान से मारने की साजिश? अंबाला में बीजेपी कार्यकर्ताओं के धन्यवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनिल विज ने कहा "हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 कई मायनों में अलग रहा. कुछ लोगों ने गद्दारी कर, हमें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की. वो दस-दस साल मंत्री बनकर रहे. मौका आया तो कूद कर दूसरी तरफ चले गए. मैंने तो अपनी पहली मीटिंग में कह दिया था कि जिसने जाना है जाओ. मंडी लगी हुई है. दाम भी अच्छे मिल रहे हैं.
अनिल विज को चुनाव हराने की कोशिश? ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने उनकी बगावत करने वाले बीजेपी नेताओं को कहा "चुनाव के दौरान दल बदलने वाले नेताओं को मैंने कहा था कि मैं किसी को मनाने नहीं जाऊंगा. बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता किसी को मनाने नहीं जाएगा. मेरे साथ अगर दस सच्चे कार्यकर्ता भी रह जाएंगे, तो मैं ये चुनाव जीत कर दिखा दूंगा और हुआ भी यही. अनिल विज ने कहा कि बीजेपी नेताओं और अधिकारियों में मुझे हराने की भरपूर कोशिश की.
विज ने सावर्जनिक किया आशीष तायल का नाम: अनिल विज ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कई तरह के खेल खेले गए. मकसद था कि अनिल विज को हर हाल में हराना है. मंच से अनिल विज ने बीजेपी जिला कोषाध्यक्ष आशीष तायल का नाम लिया और दावा किया कि आशीष ने गली-गली में जाकर, बैठक कर, खूब कोशिश की कि उन्हें अपने कैंप में शामिल कर सके. मेरे पास सारे सबूत हैं. उसने क्यों किया. किसके कहने पर किया. मुढे नहीं पता.
बागियों को दी चेतावनी: कैबिनेट मंत्री ने कहा कि "मैंने उसका (आशीष तायल) फेसबुक अकाउंट देखा है. उसने हर पेज पर नायब सैनी के साथ फोटो डाला है. अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए कार्यकर्ताओं पर प्रभाव डालने के लिए. उसका क्या रिश्ता है. सीएम नायब सैनी से मैं इस मंच से कहना चाहता हूं कि जो तूने कर्म किया है. तुझे हमारे सीएम नायब सैनी के साथ फोटो लगाने का अधिकार नहीं है."
अधिकारियों पर भी आरोप: अनिल विज ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान मैंने प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी थी. इसके बावजूद भी वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे. वहीं कुछ लोगों को दो झंडे पकड़ाए हुए थे. एक कांग्रेस का और किसान मोर्चा का. ये लोग विरोध कर रहे थे. तब वहां मेरे समर्थकों ने मुझे बाहर निकाला. अगर वहां कुछ हो जाता, तो उसका जिम्मेदार कौन होता? प्रशासन ने भी मुझे हरवाने की कोशिश की."
अनिल विज की चेतावनी: अनिल विज ने उनकी बगावत करने वाले अधिकारियों और पार्टी नेताओं को मंच से चेतावनी देते हुए सख्त लहजे में कहा कि वो उनके कार्यक्रम में हिस्सा ना लें. अनिल विज ने कहा कि या तो ऐसे अधिकारी और बीजेपी कार्यकर्ता खुद चले जाए. नहीं मैं किसी दिन उन्हें सबूतों के साथ बाहर का रास्ता दिखाउंगा."
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