विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश): आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य में बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 400 करोड़ रुपये का योगदान प्राप्त हुआ है. एक पखवाड़े के भीतर ही विभिन्न समुदायों के लोगों की ओर से सहायता का तांता लग गया. यह इस बात का सबूत है कि अगर शासक अच्छे काम करेंगे तो लोग भी सहयोग करेंगे.
राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावितों और किसानों को फसलों को हुए नुकसान के लिए 602 करोड़ रुपये का वित्तीय पैकेज प्रदान किया है. इसी प्रकार, 47 मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा जारी किया गया है. नायडू ने कहा कि बाढ़ के दौरान सभी लोग आंदोलन की भावना के साथ आगे बढ़े. उन्होंने बताया कि लगभग 18.7 लाख घर जलमग्न हो गए हैं और मुआवजे के रूप में 215 करोड़ रुपये दिए गए हैं. इसी प्रकार विजयवाड़ा में 78,558 घर जलमग्न हो गए और सरकार ने भूतल वाले घरों के लिए 25,000 रुपये की दर से 162 करोड़ रुपये जारी किए हैं.
वहीं मृत पशुओं के लिए 6.8 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए तथा 44,402 क्षतिग्रस्त दोपहिया वाहनों के लिए 3,000 रुपये प्रति वाहन की दर से 13.32 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए. इसके अलावा, 4,348 ऑटोरिक्शा को 10,000 रुपये प्रति की दर से 4.34 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई, तथा 1,243 वैन को 20,000 रुपये प्रति की दर से 2.48 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई. सीएम नायडू ने बताया कि लगभग 5,181 किराना दुकानों और होटलों को 12.97 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया. इसी प्रकार प्रभावित 2,500 लघु उद्योगों के लिए मुआवजा राशि 12.5 करोड़ रुपये, मध्यम उद्योगों के लिए 4.69 करोड़ रुपये तथा 197 बड़े उद्योगों के लिए 2.95 करोड़ रुपये निर्धारित की गई. जिन 8,347 उद्योगों को नुकसान हुआ, उन्हें 33.97 करोड़ रुपये मुआवजा दिया गया, जबकि 1.12 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में 22 प्रकार की फसलों के लिए 278 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए. साथ ही बागवानी क्षेत्र के लिए 32.67 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया.
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