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अमरावती लोकसभा चुनाव : नवनीत राणा या आनंदराव अडसुल, किसे मिलेगा टिकट? - Anandrao Adsul vs Navneet Rana

Amravati Lok Sabha elections: महाराष्ट्र के अमरावती से मौजूदा सांसद नवनीत राणा को एनडीए उम्मीदवार बना सकती है. हालांकि पूर्व सांसद आनंदराव इससे नाखुश बताए जा रहे हैं. ईटीवी भारत को इस मामले पर अभिजीत अडसुल की भी प्रतिक्रिया मिली है.

ANANDRAO ADSUL VS NAVNEET RANA
नवनीत राणा या आनंदराव अडसुल
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 23, 2024, 6:50 PM IST

अमरावती : अमरावती लोकसभा क्षेत्र में महाविकास अघाड़ी ने दरियापुर से कांग्रेस विधायक बलवंत वानखड़े को उम्मीदवार बनाया है, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में अमरावती लोकसभा सीट बीजेपी के लिए छोड़ दी गई है और मौजूदा सांसद नवनीत राणा और पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल में से बीजेपी किसे उम्मीदवार बनाएगी, इसका इंतजार चरम पर पहुंच गया है.

अमरावती शिवसेना का गढ़ है. आनंदराव अडसुल के बेटे अभिजीत अडसुल ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कि 'अमित शाह ने वादा किया है कि अमरावती लोकसभा क्षेत्र पर निर्णय आनंदराव अडसुल से परामर्श के बाद लिया जाएगा. हम अभी भी किले के लिए लड़ रहे हैं.'

अमरावती सीट है शिवसेना का गढ़: अभिजीत अडसुल ने संकल्प व्यक्त किया कि 'अमरावती लोकसभा क्षेत्र शिवसेना का गढ़ है. हम अभी भी इसके लिए लड़ रहे हैं. यदि आप शिवसेना के उम्मीदवार हैं, तो मतदाताओं को इसके बारे में सोचना होगा.'

यह स्पष्ट है कि अमरावती लोकसभा क्षेत्र में महा गठबंधन के उम्मीदवार अभी तक बच नहीं पाए हैं. साफ है कि अमरावती सीट बीजेपी और शिवसेना के लिए सिरदर्द बनेगी.

बावनकुले संपर्क में, हमें 'वरुण' का संदेश मिला' : अभिजीत अडसुल ने कहा कि 'हम अमरावती लोकसभा चुनाव लड़ने में रुचि रखते हैं. हमने वरिष्ठों को अपनी भावनाओं से अवगत करा दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले संपर्क में हैं. उन्होंने वरिष्ठों को हमारी उम्मीदवारी की दावेदारी के बारे में बता दिया है.'

'आनंदराव अडसुल से सलाह के बाद लिया जाएगा फैसला': यह लगभग तय है कि सांसद नवनीत राणा को अमरावती लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया जाएगा. हालांकि, बीजेपी को उनके जाति प्रमाणपत्र से बड़ी दिक्कत है. इसलिए बीजेपी नेता नवनीत राणा को उम्मीदवार बनाने में सतर्क रुख अपना रहे हैं. इस बीच अभिजीत अडसुल ने साफ कर दिया है कि 'वे हमारे बारे में सोचेंगे.' उन्होंने कहा कि 'अमित शाह ने हमसे वादा किया है कि अमरावती लोकसभा क्षेत्र में आनंदराव अडसूल ​​से परामर्श करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे. प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले भी हमारे संपर्क में हैं. अन्य भाजपा नेता भी हमारे संपर्क में हैं. हम दस साल से अमरावती में विधायक रवि राणा के उम्मीदवार के रूप में नवनीत राणा के लिए प्रचार कर रहे हैं.'

वहीं, रवि राणा ने दावा किया है कि नवनीत राणा इस बार एनडीए से उम्मीदवार होंगी. चूंकि आनंदराव अडसूल ​​स्थानीय नहीं हैं, इसलिए यह अफवाह है कि अगर उन्हें नामांकित किया गया तो यह एक झटका होगा.

इस पर बोलते हुए अभिजीत अडसुल ने जोरदार आवाज में कहा कि 'हम पिछले 10 वर्षों से अमरावती लोकसभा क्षेत्र में हैं. अमरावती के नागरिकों के साथ हमारे घनिष्ठ संबंध हैं. हमने यहां के लोगों से कभी संपर्क नहीं खोया है. इसलिए, इसमें कोई सवाल ही नहीं है कि हम स्थानीय नहीं हैं.'

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अमरावती : अमरावती लोकसभा क्षेत्र में महाविकास अघाड़ी ने दरियापुर से कांग्रेस विधायक बलवंत वानखड़े को उम्मीदवार बनाया है, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में अमरावती लोकसभा सीट बीजेपी के लिए छोड़ दी गई है और मौजूदा सांसद नवनीत राणा और पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल में से बीजेपी किसे उम्मीदवार बनाएगी, इसका इंतजार चरम पर पहुंच गया है.

अमरावती शिवसेना का गढ़ है. आनंदराव अडसुल के बेटे अभिजीत अडसुल ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कि 'अमित शाह ने वादा किया है कि अमरावती लोकसभा क्षेत्र पर निर्णय आनंदराव अडसुल से परामर्श के बाद लिया जाएगा. हम अभी भी किले के लिए लड़ रहे हैं.'

अमरावती सीट है शिवसेना का गढ़: अभिजीत अडसुल ने संकल्प व्यक्त किया कि 'अमरावती लोकसभा क्षेत्र शिवसेना का गढ़ है. हम अभी भी इसके लिए लड़ रहे हैं. यदि आप शिवसेना के उम्मीदवार हैं, तो मतदाताओं को इसके बारे में सोचना होगा.'

यह स्पष्ट है कि अमरावती लोकसभा क्षेत्र में महा गठबंधन के उम्मीदवार अभी तक बच नहीं पाए हैं. साफ है कि अमरावती सीट बीजेपी और शिवसेना के लिए सिरदर्द बनेगी.

बावनकुले संपर्क में, हमें 'वरुण' का संदेश मिला' : अभिजीत अडसुल ने कहा कि 'हम अमरावती लोकसभा चुनाव लड़ने में रुचि रखते हैं. हमने वरिष्ठों को अपनी भावनाओं से अवगत करा दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले संपर्क में हैं. उन्होंने वरिष्ठों को हमारी उम्मीदवारी की दावेदारी के बारे में बता दिया है.'

'आनंदराव अडसुल से सलाह के बाद लिया जाएगा फैसला': यह लगभग तय है कि सांसद नवनीत राणा को अमरावती लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया जाएगा. हालांकि, बीजेपी को उनके जाति प्रमाणपत्र से बड़ी दिक्कत है. इसलिए बीजेपी नेता नवनीत राणा को उम्मीदवार बनाने में सतर्क रुख अपना रहे हैं. इस बीच अभिजीत अडसुल ने साफ कर दिया है कि 'वे हमारे बारे में सोचेंगे.' उन्होंने कहा कि 'अमित शाह ने हमसे वादा किया है कि अमरावती लोकसभा क्षेत्र में आनंदराव अडसूल ​​से परामर्श करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे. प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले भी हमारे संपर्क में हैं. अन्य भाजपा नेता भी हमारे संपर्क में हैं. हम दस साल से अमरावती में विधायक रवि राणा के उम्मीदवार के रूप में नवनीत राणा के लिए प्रचार कर रहे हैं.'

वहीं, रवि राणा ने दावा किया है कि नवनीत राणा इस बार एनडीए से उम्मीदवार होंगी. चूंकि आनंदराव अडसूल ​​स्थानीय नहीं हैं, इसलिए यह अफवाह है कि अगर उन्हें नामांकित किया गया तो यह एक झटका होगा.

इस पर बोलते हुए अभिजीत अडसुल ने जोरदार आवाज में कहा कि 'हम पिछले 10 वर्षों से अमरावती लोकसभा क्षेत्र में हैं. अमरावती के नागरिकों के साथ हमारे घनिष्ठ संबंध हैं. हमने यहां के लोगों से कभी संपर्क नहीं खोया है. इसलिए, इसमें कोई सवाल ही नहीं है कि हम स्थानीय नहीं हैं.'

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