रायबरेली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह के पक्ष में वोट मांगने रविवार को रायबरेली के जीआईसी मैदान पहुंचे. अमित शाह ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला, कहा कि सोनिया गांधी तो बीमार थीं, इसलिए वह 5 साल तक रायबरेली नहीं आ पाईं, लेकिन क्या राहुल-प्रियंका गांधी रायबरेली जनता के सुख-दुख में आए. अब जनता को तय करना है कि उनके घर सांसद आए या आपको दिल्ली जाना पड़े. अमित शाह ने राहुल गांधी से पांच सवाल पूछे, जिसमें ट्रिपल तलाक, कॉमन सिविल कोड, सर्जिकल स्ट्राइक, राम मंदिर व धारा 370 पर राहुल गांधी को अपना स्टैंड क्लियर करने को कहा. अमित शाह ने राहुल गांधी को इन पांच सवालों के माध्यम से घेरने की कोशिश की.
अबकी बार 400 पर का नारा देते हुए अमित शाह ने गांधी परिवार पर हमला बोला. कहा कि तेलंगाना में 15 हजार हर महिला को देने की बात कहे थे, आज तक 15 सौ रुपये नहीं मिले, उनके सभी वादे झूठे हैं. अगर कोई विकास कर सकता है तो वह दिनेश प्रताप सिंह हैं. अगर आप लोग रायबरेली में कमल खिला देंगे तो रायबरेली को यूपी में नंबर वन मैं बनाऊंगा.
शाह ने कहा- इन 5 मुद्दों पर अपना स्टैंड क्लियर करें राहुल
अमित शाह ने शहर के जीआईसी मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- गांधी परिवार जो वोट मांगने आया है, वह 5 सालों में कितनी बार आपके पास आया? राहुल या प्रियंका आए हैं क्या? रायबरेली के अंदर अनेक दुर्घटनाएं हुईं, एनटीपीसी ब्वॉयलर फटा, बछरावां में ट्रेन दुर्घटना हुई, गरीब महिलाएं जलकर मरीं, कोई गया क्या वहां? कोई गया तो हमारे दिनेश. शाह ने लोगों से सवाल किया कि सांसद निधि से क्या मिला आपको?उन्होंने कभी पूरी सांसद निधि खर्च नहीं की. 70 फीसदी सांसद राशि माइनॉरिटी में खर्च की. विकास को रायबरेली नहीं आने दिया. अगर आप यहां से कमल खिलाओगे तो रायबरेली को यूपी में नंबर वन बनाऊंगा. शाह ने कहा कि ट्रिपल तलाक, कॉमन सिविल कोड, सर्जिकल स्ट्राइक, राम मंदिर व धारा 370 पर राहुल गांधी को अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए.
धारा 370 पर घेरा, कहा-पहले आलिया, मालिया, जमालिया कश्मीर में घुस जाते थे
शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर हमला बोला. कहा खड़गे महराज कहते हैं उत्तर प्रदेश, राजस्थान को कश्मीर से क्या लेना देना. पाक अधिकृत कश्मीर भारत का था और रहेगा. कांग्रेस 70 सालों से धारा 370 को नहीं हटा पाई लेकिन पीएम मोदी ने समाप्त किया. जब 370 का बिल लेकर मैं खड़ा हुआ तो राहुल बाबा ने कहा कि मत हटाओ, वरना खून की नदियां बह जाएंगी. खून तो छोड़ो कंकड़ तक नहीं चला. आए दिन बम धमाके होते थे. आलिया, मालिया, जमालिया कश्मीर में घुस जाते थे. कोई कुछ नहीं कर पाता था. पुलवामा में हमला किया. हमने उसके जवाब में 10 दिन के अंदर सर्जिकल स्ट्राइक की और पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों का सफाया कर दिया.
70 साल से अटका कर रखा राम मंदिर का मसला
अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का मसला कांग्रेस ने 70 साल से अटका कर रखा था. मोदी ने पांचवें साल में कोर्ट से केस जीता, भूमि पूजन किया और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी. अब आप लोगों को राहुल बाबा और दिनेश का भविष्य तय करना है. राहुल राम मंदिर इसलिए नहीं गए क्याोंकि वह अपने वोट बैंक से डरते हैं.
आरक्षण हटा देने की बात झूठ
शाह ने कहा कि गांधी परिवार झूठ बोलने में माहिर है. उन्होंने तेलंगाना में कहा था कि हम जीतेंगे तो हर महिला को 15 हजार देंगे, लेकिन अभी तक 1500 भी नहीं दिए. किसानों की कर्ज माफी नहीं की, इनका झूठ है कि मोदी को 400 सीट दोगे तो आरक्षण हटा देंगे. 10 साल मोदी प्रधानमंत्री रहे तो क्या आरक्षण हटाया गया? जब तक एक भी सदस्य हमारा संसद में होगा, आरक्षण नहीं हटेगा. मणि शंकर अय्यर पीओके छोड़ने की बात कहते हैं. कहते है पाकिस्तान के पास एटम बम है. फारुख डराते हैं, अय्यर डराते हैं, तो क्या हम एटम बम से डरते हैं, बिल्कुल नहीं डरते.
योगी ने माफिया, अपराधियों को उलटा लटकाया
भाजपा नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी ने भूमाफिया और अपराधियों को उल्टा लटकाने का काम किया है. निराश्रित महिलाओं को पेंशन, शौचालय, गैस कनेक्शन, आवास आदि देने का काम मोदी सरकार ने किया है. रायबरेली से विधायक अदिति सिंह हैं, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी और देश में मोदी हैं. बस एक सांसद कम है. आप लोग दिनेश को जिताइए और एक सांसद रायबरेली से दे दीजिए.
अमित शाह ने की सपा के बागी विधायक मनोज पांडे के की मुलाकात
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सभा के बाद भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह के साथ ऊंचाहार से समाजवादी पार्टी के बागी विधायक मनोज कुमार पांडे के घर पहुंचे. यहां मनोज पांडे ने गर्मजोशी से अमित शाह का स्वागत किया. बुके देकर उनके पांव छूए हुए. उसके बाद दोनों के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई. इस दौरान मनोज पांडे ने अमित शाह से अपने परिवार के सदस्यों की मुलाकात करवाई. गौरतलब है कि इस साल फरवरी में राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के बीच मनोज कुमार पांडे ने मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद क्रॉस वोटिंग भी की थी. मनोज की गिनती अखिलेश यादव के करीबियों नेताओं में होती थी.