पटना: फिल्मी सितारे राष्ट्रीय राजनीति में तो धूम मचा रहे हैं, लेकिन वे बिहार में चुनावी मुकाबले में फिल्मी सितारे दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहे हैं. बिहार में फिल्मी सितारों पर इस बार किसी भी दल भरोसा नहीं जताया है. पर कई नाम की चर्चा जरूर हो रही थी, उसमें मनोज बाजपेई, नेहा शर्मा, पवन सिंह प्रमुख हैंं. पवन सिंह को भाजपा ने टिकट भी दिया तो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से, जिसपर उन्होंने लड़ने से इनकार कर दिया.
निर्दलीय लड़ रहे बिहार से एकमात्र भोजपुरी गायक: भोजपुरी स्टार पवन सिंह को बिहार से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. तो वहीं नवादा से भोजपुरी गायक गुंजन सिंह भी दलों से टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. बिहार से ऐसे पिछले कई चुनाव में फिल्मी सितारों को बीजेपी और कांग्रेस और अन्य दल से टिकट मिलता रहा है. पटना साहिब से अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ते और जीतते भी रहे. 2009 और 2014 में पटना साहिब से सांसद बने हालांकि जब बीजेपी से दूरी बढ़ी तो एक बार 2019 में कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव भी लड़ा लेकिन उनको हार मिली.
प्रकाश झा को हरबार मिली शिकस्त : कांग्रेस से ही बिहार के बॉलीवुड सितारे शेखर सुमन और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के महानायक कहे जाने वाले कुणाल सिंह भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. इनके अलावा राजनीति, अपहरण, गंगाजल जैसी सुपरहिट फिल्मों के निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा तीन बार लोकसभा चुनाव लड़े, पर उनको हार मिली. प्रकाश झा पहली बार 2004 में बेतिया से निर्दलीय जबकि 2009 में लोजपा और 2014 में जदयू के टिकट पर पश्चिम चंपारण से चुनाव लड़ा था. हर बार उनको हार का सामना करना पड़ा.
"बीजेपी सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर काम करती है और लोकसभा का चुनाव पूरे देश का चुनाव है. बीजेपी ने मनोज तिवारी, रवि किशन, हेमा मालिनी, निरहुआ जिसे कई फिल्मी सितारों को मैदान में उतारा है." -संजीव मिश्रा, प्रवक्ता भाजपा
फिल्मी सितारों पर भरोसा नहीं: इस बार भी कई सितारों को टिकट मिलने की उम्मीद थी. मनोज बाजपेई, नेहा शर्मा, खेसारी लाल यादव, पवन सिंह गुंजन सिंह सब ने प्रयास भी किया लालू यादव, नीतीश कुमार, राजनाथ सिंह जैसे बड़े नेताओं से कुछ ने मुलाकात भी कि लेकिन उसके बाद में किसी दल ने फिल्मी सितारों पर भरोसा इस बार नहीं जताते हैं. जब दलों से टिकट नहीं मिला तो कुछ फिल्मी सितारे और गायक निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतर गए हैं, उसमें पवन सिंह और गुंजन सिंह शामिल हैं.
"जदयू ने कभी भी फिल्मी सितारों को टिकट नहीं दिया है. प्रकाश झा को जरूर एक बार टिकट दिया है लेकिन वे फिल्म निर्माता हैं."-अरविंद निषाद, प्रवक्ता जदयू
सितारे चुनाव ही नहीं वोट भी मांगने पहुंचे रहे: बिहार में पिछले लोकसभा चुनावों में फिल्मी सितारे न सिर्फ चुनाव लड़ते रहे, बल्कि अपने पसंदीदा उम्मीदवारों के पक्ष में वोट मांगने भी पहुंचते रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस अपने स्टार पर प्रचारकों में फिल्मी सितारों को विशेष रूप से जगह देती रही है. भाजपा के स्टार प्रचारकों में ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी, धर्मेंद्र, सन्नी देओल, गोविंदा, शिल्पा शेट्टी, सोनाक्षी सिन्हा, चंकी पांडेय, कंगना रनौत, अरुण गोविल, भोजपुरी इंडस्ट्री के मनोज तिवारी, रवि किशन, पवन सिंह, दिनेश लाल यादव निरहुआ, खेसारी लाल यादव शामिल रहे.
"आरजेडी पार्टी ने वैसे उम्मीदवार को उतारा है जो जनता के बीच रहते हैं. जिनके जितने की उम्मीद है. हम लोग ग्लैमर की दुनिया में नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं के भरोसे चुनाव लड़ते हैं और जीते हैं. यह काम बीजेपी का है." -एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता
चुनाव में लंबे समय तक सितारे बिखेरी है चमक: कांग्रेस से सुनील दत्त, राजेश खन्ना, राज बब्बर, अभिनेत्री नगमा और सपा से जया बच्चन जैसे तमाम सितारों ने बिहार के चुनावी माहौल में अपनी चमक लंबे समय तक बिखेरी. लेकिन इस बार सभी चुनाव के परिदृश्य से बाहर हैं.ऐसे बीजेपी ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली सहित पूरे देश में कई फिल्मी सितारों को चुनाव मैदान में जरूर उतारी है, लेकिन बिहार में बीजेपी टिकट देने में चूक गई है. अब देखना है कुछ फिल्मी सितारे और गायक निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. उन्हें जनता स्वीकार करती है या नहीं.
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