ETV Bharat / bharat

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले सुरक्षा कड़ी, एजेंसियां ले रहीं एआई गैजेट की मदद

AI gadgets to help law enforcing agencies : सीमा पार से आए हथियारों और गोला-बारूद-ड्रोन की बरामदगी के बाद पंजाब-पाकिस्तान सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. भारत की प्रमुख आतंकवाद विरोधी एजेंसी एनआईए ने सभी संदिग्ध गतिविधियों पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

Weapons recovered near Pakistan border in Punjab
पंजाब में पाकिस्तान सीमा के पास बरामद हथियार
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 20, 2024, 4:43 PM IST

नई दिल्ली: राम मंदिर के 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान एक संदिग्ध सुरक्षा उल्लंघन के बारे में गृह मंत्रालय (एमएचए) से ताजा इनपुट के बाद अयोध्या में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) गैजेट्स से लैस एक एकीकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.

fff
बरामद हथियार

घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने शनिवार को ईटीवी भारत को बताया, ' हां, गृह मंत्रालय ने सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को 22 जनवरी के समारोह के दौरान किसी भी प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहने को कहा है.'

इस बीच, सीमा पार से उठाए गए हथियारों और गोला-बारूद-ड्रोन की बरामदगी के बाद पंजाब-पाकिस्तान सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश के साथ-साथ केंद्र की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​वास्तविक समय के आधार पर एक दूसरे के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के लिए एकीकृत नियंत्रण कक्ष के मंच के तहत एक साथ आई हैं.

सूत्रों ने कहा कि प्रत्येक कानून प्रवर्तन एजेंसियों से पुलिस अधीक्षक (एसपी) रैंक का एक वरिष्ठ स्तर का अधिकारी एकीकृत नियंत्रण कक्ष में अपनी टीमों का नेतृत्व करेगा.

गौरतलब है कि गृह मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए ताजा इनपुट के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या और उसके आसपास 12,000 कर्मियों को तैनात किया है. यह कहते हुए कि साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भी एकीकृत नियंत्रण कक्ष के सदस्य हैं, सूत्रों ने कहा कि साइबरस्पेस के दुरुपयोग के संबंध में लगातार इनपुट का मूल्यांकन किया जा रहा है और उसी के बाद अलर्ट जारी किया जा रहा है.

सूत्रों ने कहा कि 'साइबर विशेषज्ञ सोशल मीडिया के सभी घटकों पर नजर रखेंगे.' एआई इंटेलिजेंस के इस्तेमाल पर सूत्रों ने माना कि यह पहली बार होगा जब इतने बड़े आयोजन के दौरान एआई सर्विलांस सिस्टम का इस्तेमाल हो रहा है.

सूत्रों ने कहा कि 'एआई प्रणाली निश्चित रूप से संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने और संदिग्धों का पता लगाने में मदद करेगी.' गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस पहले ही अयोध्या और उसके आसपास करीब 10,000 सीसीटीवी कैमरे लगा चुकी है.

दिलचस्प बात यह है कि अपराधियों की पहचान और मिलान में एआई की सहायता के लिए यूपी पुलिस का आपराधिक डेटाबेस पहले से ही पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है. सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अपना समर्थन बढ़ाते हुए, भारत की प्रमुख आतंकवाद विरोधी एजेंसी एनआईए ने सभी संदिग्ध गतिविधियों पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है.

एनआईए खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियों पर भी नजर रख रही है जो प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान उपद्रवी बन सकते हैं. गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुवार को अयोध्या में संदिग्ध गतिविधियों में शामिल तीन खालिस्तानी समर्थकों को पकड़ा था. जांच के दौरान पता चला कि ये तीनों खालिस्तानी ग्रुप के लिए काम कर रहे थे और अयोध्या में किसी घटना के लिए रेकी कर रहे थे.

इस बीच, पाकिस्तान से लाए गए हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी के बाद पंजाब के विभिन्न स्थानों पर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है. बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, फिरोजपुर जिले के सीमावर्ती इलाके में 18-19 जनवरी की मध्यरात्रि के दौरान एक ड्रोन गतिविधि की जानकारी मिलने के बाद बीएसएफ जवानों द्वारा एक विस्तृत तलाशी अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ. एक एके-47 असॉल्ट राइफल (फोल्डिंग बट), दो एके-47 मैगजीन, 40 जिंदा राउंड (7.62 मिमी) और 40,000 रुपये की भारतीय मुद्रा बरामद की गई है.

ये भी पढ़ें

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह: 22 जनवरी को आधे दिन बंद रहेगा जामिया मिलिया इस्लामिया

नई दिल्ली: राम मंदिर के 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान एक संदिग्ध सुरक्षा उल्लंघन के बारे में गृह मंत्रालय (एमएचए) से ताजा इनपुट के बाद अयोध्या में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) गैजेट्स से लैस एक एकीकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.

fff
बरामद हथियार

घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने शनिवार को ईटीवी भारत को बताया, ' हां, गृह मंत्रालय ने सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को 22 जनवरी के समारोह के दौरान किसी भी प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहने को कहा है.'

इस बीच, सीमा पार से उठाए गए हथियारों और गोला-बारूद-ड्रोन की बरामदगी के बाद पंजाब-पाकिस्तान सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश के साथ-साथ केंद्र की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​वास्तविक समय के आधार पर एक दूसरे के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के लिए एकीकृत नियंत्रण कक्ष के मंच के तहत एक साथ आई हैं.

सूत्रों ने कहा कि प्रत्येक कानून प्रवर्तन एजेंसियों से पुलिस अधीक्षक (एसपी) रैंक का एक वरिष्ठ स्तर का अधिकारी एकीकृत नियंत्रण कक्ष में अपनी टीमों का नेतृत्व करेगा.

गौरतलब है कि गृह मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए ताजा इनपुट के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या और उसके आसपास 12,000 कर्मियों को तैनात किया है. यह कहते हुए कि साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भी एकीकृत नियंत्रण कक्ष के सदस्य हैं, सूत्रों ने कहा कि साइबरस्पेस के दुरुपयोग के संबंध में लगातार इनपुट का मूल्यांकन किया जा रहा है और उसी के बाद अलर्ट जारी किया जा रहा है.

सूत्रों ने कहा कि 'साइबर विशेषज्ञ सोशल मीडिया के सभी घटकों पर नजर रखेंगे.' एआई इंटेलिजेंस के इस्तेमाल पर सूत्रों ने माना कि यह पहली बार होगा जब इतने बड़े आयोजन के दौरान एआई सर्विलांस सिस्टम का इस्तेमाल हो रहा है.

सूत्रों ने कहा कि 'एआई प्रणाली निश्चित रूप से संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने और संदिग्धों का पता लगाने में मदद करेगी.' गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस पहले ही अयोध्या और उसके आसपास करीब 10,000 सीसीटीवी कैमरे लगा चुकी है.

दिलचस्प बात यह है कि अपराधियों की पहचान और मिलान में एआई की सहायता के लिए यूपी पुलिस का आपराधिक डेटाबेस पहले से ही पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है. सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अपना समर्थन बढ़ाते हुए, भारत की प्रमुख आतंकवाद विरोधी एजेंसी एनआईए ने सभी संदिग्ध गतिविधियों पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है.

एनआईए खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियों पर भी नजर रख रही है जो प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान उपद्रवी बन सकते हैं. गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुवार को अयोध्या में संदिग्ध गतिविधियों में शामिल तीन खालिस्तानी समर्थकों को पकड़ा था. जांच के दौरान पता चला कि ये तीनों खालिस्तानी ग्रुप के लिए काम कर रहे थे और अयोध्या में किसी घटना के लिए रेकी कर रहे थे.

इस बीच, पाकिस्तान से लाए गए हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी के बाद पंजाब के विभिन्न स्थानों पर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है. बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, फिरोजपुर जिले के सीमावर्ती इलाके में 18-19 जनवरी की मध्यरात्रि के दौरान एक ड्रोन गतिविधि की जानकारी मिलने के बाद बीएसएफ जवानों द्वारा एक विस्तृत तलाशी अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ. एक एके-47 असॉल्ट राइफल (फोल्डिंग बट), दो एके-47 मैगजीन, 40 जिंदा राउंड (7.62 मिमी) और 40,000 रुपये की भारतीय मुद्रा बरामद की गई है.

ये भी पढ़ें

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह: 22 जनवरी को आधे दिन बंद रहेगा जामिया मिलिया इस्लामिया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.