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क्वाड में भारत को अग्रणी मानता है अमेरिका, पीएम मोदी की यात्रा से पहले USA ने की भारत की तारीफ - America - AMERICA

USA Praise India: पूर्वी एशिया और ओशिनिया के लिए व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की वरिष्ठ निदेशक ने कहा कि भारत क्वाड के भीतर एक नेता है.

पीएम मोदी और जो बाइडेन
पीएम मोदी और जो बाइडेन (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 20, 2024, 3:23 PM IST

नई दिल्ली: व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की वरिष्ठ निदेशक मीरा रैप हूपर ने शनिवार 21 सितंबर को पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले बड़ा बयान दिया है. पूर्वी एशिया और ओशिनिया के लिए व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की वरिष्ठ निदेशक ने कहा कि भारत क्वाड के भीतर एक नेता है और चार देशों के समूह में नई दिल्ली की भूमिका के लिए आभारी है.

उन्होंने कहा, "जब बात उस भूमिका की आती है, जिसकी हम भारत से अपेक्षा करते हैं, तो हम उम्मीद करते हैं और वास्तव में भारत को क्वाड के भीतर एक नेता के रूप में देखते हैं." हूपर ने गुरुवार को कहा कि भारत की भूमिका के बारे में अमेरिका जिस तरह सोचता है, उसका सबसे अच्छा चित्रण वाशिंगटन की हिंद-प्रशांत रणनीति में मिलता है.

फरवरी 2022 में इंडो-पैसिफिक रणनीति जारी होने के बाद से अमेरिका ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जो स्वतंत्र और ओपन, कनेक्टेड, समृद्ध, सुरक्षित और लचीला है. हूपर ने कहा, "...हम कहते हैं कि संयुक्त राज्य अमेरिका एक ऐसे भारत की तलाश कर रहा है जो इस क्षेत्र में तेजी से अग्रणी हो और संयुक्त राज्य अमेरिका का भागीदार बन सके."

दक्षिण एशिया में परियोजनाओं पर काम जारी
उन्होंने कहा, "क्वाड के माध्यम से हम दक्षिण एशिया में परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रहे हैं, जो निश्चित रूप से दिल्ली में सरकार के लिए एक बड़ी रणनीतिक प्राथमिकता है और हम भारत के नेतृत्व के लिए आभारी हैं."

रैप हूपर ने कहा, "क्वाड एक आदर्श स्थल रहा है जिसके माध्यम से, बल्कि, हम एक साथ काम कर सकते हैं क्योंकि यह न केवल रणनीतिक विचारों के महत्वपूर्ण आदान-प्रदान की अनुमति देता है. यह न केवल संयुक्त राज्य अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे उसके पारंपरिक संधि सहयोगियों के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है."

पीएम मोदी की यूएस यात्रा
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे. इस यात्रा में कई पहलू शामिल हैं. पीएम मोदी की यात्रा को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने गुरुवार को कहा कि इसका एक बहुत ही महत्वपूर्ण द्विपक्षीय पहलू और एक समान रूप से महत्वपूर्ण बहुपक्षीय पहलू है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्तर पर विभिन्न विदेशी पार्टनर्स के साथ बातचीत होगी. वह अमेरिका में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों और कई व्यापारिक और उद्योग जगत के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे. प्रधानमंत्री का पहला पड़ाव डेलावेयर में विलमिंगटन होगा, जो राष्ट्रपति जो बाइडेन का गृहनगर है. यहां छठा क्वाड शिखर सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा.

दुनिभर के नेताओं को करेंगे संबोधित
विलमिंगटन से प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में समिट ऑफ द फ्यूचर (SOTF) में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क जाएंगे. प्रधानमंत्री विश्व नेताओं की इस सभा को संबोधित करेंगे. इन तीन दिनों में उनके कई अन्य कार्यक्रम होंगे.

क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान इस बार एक बहुत ही खास कार्यक्रम कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम होगा. 22 सितंबर को प्रधानमंत्री भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करेंगे. इसका आयोजन लॉन्ग आइलैंड न्यूयॉर्क में समुदाय द्वारा किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें- वर्धा में पीएम मोदी बोले- कांग्रेस को विश्वकर्मा बंधुओं की परवाह नहीं

नई दिल्ली: व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की वरिष्ठ निदेशक मीरा रैप हूपर ने शनिवार 21 सितंबर को पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले बड़ा बयान दिया है. पूर्वी एशिया और ओशिनिया के लिए व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की वरिष्ठ निदेशक ने कहा कि भारत क्वाड के भीतर एक नेता है और चार देशों के समूह में नई दिल्ली की भूमिका के लिए आभारी है.

उन्होंने कहा, "जब बात उस भूमिका की आती है, जिसकी हम भारत से अपेक्षा करते हैं, तो हम उम्मीद करते हैं और वास्तव में भारत को क्वाड के भीतर एक नेता के रूप में देखते हैं." हूपर ने गुरुवार को कहा कि भारत की भूमिका के बारे में अमेरिका जिस तरह सोचता है, उसका सबसे अच्छा चित्रण वाशिंगटन की हिंद-प्रशांत रणनीति में मिलता है.

फरवरी 2022 में इंडो-पैसिफिक रणनीति जारी होने के बाद से अमेरिका ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जो स्वतंत्र और ओपन, कनेक्टेड, समृद्ध, सुरक्षित और लचीला है. हूपर ने कहा, "...हम कहते हैं कि संयुक्त राज्य अमेरिका एक ऐसे भारत की तलाश कर रहा है जो इस क्षेत्र में तेजी से अग्रणी हो और संयुक्त राज्य अमेरिका का भागीदार बन सके."

दक्षिण एशिया में परियोजनाओं पर काम जारी
उन्होंने कहा, "क्वाड के माध्यम से हम दक्षिण एशिया में परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रहे हैं, जो निश्चित रूप से दिल्ली में सरकार के लिए एक बड़ी रणनीतिक प्राथमिकता है और हम भारत के नेतृत्व के लिए आभारी हैं."

रैप हूपर ने कहा, "क्वाड एक आदर्श स्थल रहा है जिसके माध्यम से, बल्कि, हम एक साथ काम कर सकते हैं क्योंकि यह न केवल रणनीतिक विचारों के महत्वपूर्ण आदान-प्रदान की अनुमति देता है. यह न केवल संयुक्त राज्य अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे उसके पारंपरिक संधि सहयोगियों के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है."

पीएम मोदी की यूएस यात्रा
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे. इस यात्रा में कई पहलू शामिल हैं. पीएम मोदी की यात्रा को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने गुरुवार को कहा कि इसका एक बहुत ही महत्वपूर्ण द्विपक्षीय पहलू और एक समान रूप से महत्वपूर्ण बहुपक्षीय पहलू है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्तर पर विभिन्न विदेशी पार्टनर्स के साथ बातचीत होगी. वह अमेरिका में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों और कई व्यापारिक और उद्योग जगत के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे. प्रधानमंत्री का पहला पड़ाव डेलावेयर में विलमिंगटन होगा, जो राष्ट्रपति जो बाइडेन का गृहनगर है. यहां छठा क्वाड शिखर सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा.

दुनिभर के नेताओं को करेंगे संबोधित
विलमिंगटन से प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में समिट ऑफ द फ्यूचर (SOTF) में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क जाएंगे. प्रधानमंत्री विश्व नेताओं की इस सभा को संबोधित करेंगे. इन तीन दिनों में उनके कई अन्य कार्यक्रम होंगे.

क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान इस बार एक बहुत ही खास कार्यक्रम कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम होगा. 22 सितंबर को प्रधानमंत्री भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करेंगे. इसका आयोजन लॉन्ग आइलैंड न्यूयॉर्क में समुदाय द्वारा किया जा रहा है.

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