नई दिल्ली: दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास को सील कर दिया गया. लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने बुधवार को सरकारी आवास में अवैध निर्माण और आवास खाली करने की प्रक्रिया ठीक से पूरी नहीं करने पर यह कार्रवाई की है. सरकारी आवास के मेन गेट पर दो ताले भी लगा दिए गए हैं. वहीं, सतर्कता विभाग ने भी अधिकारी प्रवेश रंजन झा सहित तीन अधिकारियों को नोटिस देकर जवाब मांगा है.
PTI के अनुसार, सीएमओ ने बुधवार को बयान जारी कर आरोप लगाया कि सिविल लाइंस में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित 'दिल्ली के मुख्यमंत्री का आवास' भाजपा के इशारे पर जबरन खाली कराया गया, क्योंकि उपराज्यपाल वीके सक्सेना इसे भाजपा के किसी नेता को आवंटित करना चाहते हैं. बयान में कहा गया है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का सामान भी आवास से हटा दिया गया, जहां पहले उनके पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल रहते थे. हालांकि, इन आरोपों पर एलजी कार्यालय या भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
AAP ने LG पर साधा निशानाः इस कार्रवाई पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने उपराज्यपाल पर निशाना साधा है. AAP ने कहा कि उपराज्यपाल के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने यह कार्रवाई की है. आतिशी का सारा सामान बाहर निकाल दिया गया है. इससे पहले AAP ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों के दबाव में आकर आतिशी को सरकारी बंगला आवंटित नहीं किया जा रहा है, जबकि केजरीवाल यह बंगला कब का खाली कर चुके हैं. हम इस तरह की स्थिति को दिल्ली में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते.
VIDEO | " the l-g needs to understand that winning an election is the basic requirement for someone to stay at the cm's residence. however, he wants to allot the cm's residence to a bjp leader. it's been 27 years since the bjp came to power in delhi. they've tried everything to… pic.twitter.com/fIWzKWtRRo
— Press Trust of India (@PTI_News) October 9, 2024
#WATCH | Visuals from outside the residence of Delhi Chief Minister, 6-flag Staff Road, Civil Lines.
— ANI (@ANI) October 9, 2024
A team of PWD officials has reached here. Delhi CMO claims that Delhi LG got all the belongings of Chief Minister Atishi removed from the Chief Minister's residence. pic.twitter.com/L3ukGlWYLk
बता दें, अरविंद केजरीवाल पिछले नौ साल से सरकारी बंगले में रह रहे थे, लेकिन बीते दिनों उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उन्हें नियमों के अनुरूप इसे खाली करना पड़ा.
#WATCH | A vehicle of the Delhi government leaves from the residence of Delhi Chief Minister, 6-flag Staff Road, Civil Lines.
— ANI (@ANI) October 9, 2024
A team of PWD officials has reached here. Delhi CMO claims that Delhi LG got all the belongings of Chief Minister Atishi removed from the Chief… pic.twitter.com/dogR7f4Tnx
सत्य की जीत हुई असत्य की हार।
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) October 9, 2024
केजरीवाल के शीशमहल पर अवैध क़ब्ज़े पर कार्यवाही।
PWD ने 6,Flag Staff Rd पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल का आवास सील किया।
इसे पूरे प्रकरण की न्यायिक जाँच की माँग करते है। pic.twitter.com/t8ORWELApl
विधिवत विभागीय कार्रवाई के बाद आतिशी को मिलेगा बंगलाः उपराज्यपाल सचिवालय सूत्रों का कहना है कि इस घर का मालिक, अन्य सभी मुख्यमंत्रियों के आवास की तरह लोक निर्माण विभाग है. यह विभाग ही घर खाली होने पर उसका कब्जा लेता है, उसकी जांच कर फिर उसको विधिवत आवंटित करता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने घर खाली करने का नाटक तो किया पर पीडब्ल्यूडी को घर का कब्जा नहीं दिया. वे क्या छुपा रहे थे? ये घर मुख्यमंत्री आतिशी को अब तक आवंटित नहीं है. उनका आवंटित आवास अभी भी 17 AB मथुरा रोड है. दो घर कैसे आवंटित हो गए?
State President Shri @Virend_Sachdeva's Statement on Sealing Of 6 Flag Staff Road, SHEESHMAHAL Bungalow. pic.twitter.com/cYMhx4usSg
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) October 9, 2024
आतिशी ने बिना आवंटन के स्वयं अपना सामान उस घर में रखा और फिर खुद ही वहां से हटाया है. यह बंगला विधिवत विभागीय कार्रवाई कर लेने के बाद तत्काल मुख्यमंत्री को आवंटित कर दिया जाएगा. हालांकि सिविल लाइन्स स्थित यह फ्लैग स्टाफ का 6 नंबर बंगला मुख्यमंत्री आवास नहीं है.
"LG साहब मीडिया में प्लांट कर रहे हैं कि दिल्ली की CM आतिशी का सामान CM हाउस से इस लिए बाहर फेंका गया, क्योंकि उन्होंने CM हाउस की चाबी पीडब्ल्यूडी को नहीं दी थी. आतिशी जी का सामान बाहर फेंकने के बाद अब घर के अंदर की inventory ली जाएगी और उसके बाद उन्हें घर allot किया जाएगा. " -सौरभ भारद्वाज, मंत्री, दिल्ली सरकार
भाजपा ने आतिशी पर उठाये थे सवालः इससे पहले विपक्ष ने इस सरकारी आवास में मुख्यमंत्री आतिशी पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया था. विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि अभी अधिकृत रूप से वह सरकारी आवास अरविंद केजरीवाल ने खाली करके पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर नहीं किया है. केजरीवाल ने दिल्ली के पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को आवास की चाबी सौंपने के बजाय आतिशी को क्यों दी? आम आदमी पार्टी की सरकार के अधिकारी जानबूझकर इस गैरकानूनी कब्जे को संरक्षण दे रहे हैं.
"अरविंद केजरीवाल के 'शीश महल' को आखिरकार सील कर दिया गया है. वह 'शीश महल' में कैसे रह रहे थे, जिसे अधिकारियों से पूरा करने की मंजूरी नहीं मिली थी? वह चाहते थे कि उनकी सीएम (आतिशी) भी उस घर में रहें. उस घर के अंदर क्या छिपा है?" -वीरेंद्र सचदेवा, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा ने 6 अक्टूबर के पत्र हवाला देकर किया था दावाः भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 6 अक्टूबर को पीडब्ल्यूडी के पत्र को उजागर किया था. इसमें लिखा गया था कि सिविल लाइन्स के 6, फ्लैग स्टाफ रोड की चाबियां बिना किसी स्पष्ट कारण के पीडब्ल्यूडी को सौंपने के बजाय उनके निजी स्टाफ प्रवेश रंजन झा को सौंपी गई. इस पत्र में कहा गया है कि जैसा कि आपको पता है, 6, फ्लैग स्टाफ रोड पर स्थित आवास के निर्माण के संबंध में विजिलेंस की जांच चल रही है. लिहाजा पीडब्ल्यूडी के लिए घर का निरीक्षण करना और घर में मौजूद सामान की विस्तृत सूची तैयार करना आवश्यक है, इससे पहले कि घर को नए सिरे से आवंटित किया जाए. मुख्यमंत्री के विशेष सचिव प्रवेश रंजन झा, पीडब्ल्यूडी के लेटर के बाद अचानक से लापता हो गए. उन्होंने खुद को जानबूझकर अस्पताल में भर्ती करा लिया.
दो दिन से भाजपा थी हमलावरः आज सुबह भारतीय जनता पार्टी ने मांग की थी कि वह सरकारी आवास (शीश महल) जिसका निर्माण प्लान पास नहीं हुआ, उसमें आप (केजरीवाल) कैसे रह रहे थे. और आप तो रह रहे थे चोर दरवाजे से आप अपनी खड़ाऊं मुख्यमंत्री को घुसाना चाहते थे. उस बंगले के अंदर ऐसी कौन सी राज दफन है, जो नियमों का उल्लंघन कर बिना सरकारी विभाग को चाबी दिए उसमें घुसने का प्रयास किया.
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