पथानामथिट्टा: केरल के पथानामथिट्टा जिले के एलंथूर में ओडालिल परिवार के लिए एक बार फिर से कड़वाहट भरा पल आया. दरअसल, 56 साल पहले हिमाचल प्रदेश के रोहतांग पास पर वायुसेना का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस विमान में केरल के रहने वाले 22 साल के सेना के जवान थॉमस चेरियन उन लोगों में से थे, जो 1968 रोहतांग पास में वायुसेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लापता हो गए थे. अब केरल के इस परिवार को थॉमस चेरियन से जुड़ी बड़ी जानकारी मिली है.
ओडालिल परिवार के ओम थॉमस के पांच बच्चों में से चेरियन दूसरे नंबर के थे. वायु सेना से उनके लापता होने की सूचना मिलने के बाद परिवार ने दुख में 56 साल तक इंतजार किया. 30 सितंबर को परिवार को बताया गया कि उनके अवशेष बरामद कर लिए गए हैं.
उनके छोटे भाई थॉमस वर्गीस और भतीजे शैजू के मैथ्यू सहित परिवार के जीवित सदस्य अभी भी परिवार के घर में रहते हैं. वर्गीस, जो अपने भाई के लापता होने के समय केवल आठ वर्ष के थे, को वह दिन अच्छी तरह याद है, जब 7 फरवरी, 1968 को विमान के लापता होने की सूचना देने वाला टेलीग्राम आया था.
2003 में, अधिकारियों ने पुष्टि की कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और कुछ शव बरामद किए गए थे. जिसके बाद अरनमुला से स्थानीय पुलिस ने थॉमस चेरियन के बारे में विवरण सत्यापित करने के लिए उनके घर का दौरा किया, जहां उनका परिवार रहता है. भाई थॉमस वर्गीस को समझ नहीं आ रहा था कि, वह ऐसे समय क्या करें. हालांकि, उन्होंने दुख और राहत दोनों व्यक्त करते हुए कहा कि, यह उनके लिए दुखद भरा क्षण है लेकिन कब्र में दफनाने के लिए अपने भाई के अवशेषों को प्राप्त करने से कुछ शांति मिली है.
शैजू मैथ्यू ने कहा कि परिवार 56 वर्षों के बाद भी उनकी निरंतर खोज के लिए सरकार और सेना के प्रति आभार व्यक्त करता है. केरल के कई अन्य सैनिक भी AN12 विमान में सवार थे, जिनमें कोट्टायम के केपी पनिकर, केके राजपन और आर्मी सर्विस कोर के एस भास्करन पिल्लई शामिल थे. इन सैनिकों के शव अभी तक नहीं मिले हैं. सितंबर में रोहतांग दर्रे में चार और शव मिले थे, और इनमें से तीन की पहचान हो गई है, जिसमें थॉमस चेरियन का शव भी शामिल है. स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि चौथा शव रन्नी के एक सैनिक पीएस जोसेफ का हो सकता है, जो विमान में भी था.
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