नई दिल्ली: कांग्रेस झारखंड में इंडिया ब्लॉक की जीत से खुश है. हालांकि महाराष्ट्र में गठबंधन के खराब प्रदर्शन से निराश भी है. इस बीच पार्टी 25 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में एनडीए के खिलाफ आक्रामक तरीके से हमले के लिए तैयार है.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी शनिवार को वरिष्ठ नेताओं के साथ आगामी सत्र के लिए रणनीति तैयार करेंगी, जहां समूह झारखंड और महाराष्ट्र चुनावों की भी समीक्षा करेगा.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी हैं जबकि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं. वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड उपचुनाव में रिकॉर्ड जीत के साथ संसद के निचले सदन में पदार्पण करने के लिए तैयार हैं. लोकसभा सांसद गौरव गोगोई लोकसभा में पार्टी के उपनेता हैं और झारखंड के समन्वयक थे.
झारखंड के प्रभारी एआईसीसी सचिव सप्तगिरि उलाका ने ईटीवी भारत से कहा, 'झारखंड में जीत से हम बहुत खुश हैं. महाराष्ट्र में परिणाम थोड़ा निराशाजनक रहा. यह हमारी उम्मीदों के विपरीत रहा लेकिन इससे संसद में हमारी आक्रामकता प्रभावित नहीं होगी. हम व्यवसायी गौतम अडाणी के अमेरिकी अभियोग, सेबी प्रमुख माधबी बुच को हटाने, मणिपुर में सांप्रदायिक संघर्ष सहित कई राष्ट्रीय मुद्दों पर एनडीए सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे.'
एआईसीसी पदाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय चुनावों के बाद हुए चार विधानसभा चुनावों में से इंडिया ब्लॉक ने जम्मू-कश्मीर और झारखंड में जीत हासिल की है, जबकि हरियाणा और महाराष्ट्र में उसे हार का सामना करना पड़ा है. उलका ने कहा, 'यह दो-दो का स्कोर है. यह ठीक है. अब हमें रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभानी होगी और संसद में एक दल के रूप में एकजुट होना होगा.'
विवादास्पद वक्फ संपत्ति संशोधन विधेयक इस सत्र में पेश किये जाने की संभावना है, जिसे विपक्ष के प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा. एआईसीसी पदाधिकारी के अनुसार इंडिया ब्लॉक के पक्ष में जाने वाले कारक के बारे में कहा कि जेएमएम नेता हेमंत सोरेन के रूप में एक स्पष्ट मुख्यमंत्री पद का चेहरा और सरकार की सामाजिक कल्याण योजनाएं और सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा समन्वित अभियान काफी सटीक रहा. उलाका ने कहा, 'भाजपा ने घुसपैठियों के मुद्दे के माध्यम से मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की, लेकिन वह विफल रही.'
झारखंड में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक 24 नवंबर को मिलेंगे और उसके बाद गठबंधन सरकार बनाने के लिए झामुमो को समर्थन पत्र जारी किया जाएगा, जिसमें यह पुरानी पार्टी भी शामिल होगी. गठबंधन द्वारा 160 से अधिक सीटें जीतने का दावा करने के एक दिन बाद एमवीए खेमे में माहौल उदास रहा.
महाराष्ट्र के प्रभारी एआईसीसी सचिव बीएम संदीप ने ईटीवी भारत से कहा, 'परिणाम हमारी उम्मीदों के विपरीत हैं. हमें इसके पीछे के कारणों पर गौर करने की जरूरत है. मतदान के दौरान बढ़त कैसे गलत हो सकती है? ऐसा लगता है कि कुछ हेरफेर किया गया है.'
एमवीए के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि मतदान के बाद ईवीएम के 99 प्रतिशत तक चार्ज होने की खबरें चौंकाने वाली हैं और इस पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि चौंकाने वाले नतीजों को समझाने के लिए गठबंधन सहयोगियों के बीच के मुद्दों को भी ध्यान में रखना होगा.