हल्द्वानी: नैनीताल जिले के हल्द्वानी में बीती आठ फरवरी को भड़की हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसका बेटा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. वहीं दूसरी तरफ प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई भी शुरू कर दी है.
दरअसल, हिंसा में हल्द्वानी नगर निगम को करीब 2.65 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई के लिए हल्द्वानी नगर निगम से आरसी जारी की थी. आरसी जारी होने के बाद हल्द्वानी तहसील प्रशासन ने अब्दुल मलिक की चल-अचल संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
हल्द्वानी तहसीलदार सचिन कुमार ने बताया कि नगर निगम से अब्दुल मलिक की आरसी कटने के बाद राजस्व वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है. तहसीलदार की तरफ से अब्दुल मलिक को नोटिस भेजा गया है, जिसमें सात दिन का समय दिया गया है. यदि सात दिन में आरोपी अब्दुल मलिक की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया तो उसकी अचल संपत्ति भी कुर्क की जाएगी.
हल्द्वानी तहसीलदार सचिन कुमार के मुताबिक वसूली के लिए संपत्ति के ऊपर नोटिस चस्पे की कार्रवाई शनिवार को की जाएगी. इसमें चल-अचल संपत्ति की कुर्की के अलावा गिरफ्तारी भी की जा सकती है. बता दें कि बीती आठ फरवरी को हल्द्वानी नगर निगम और प्रशासन की टीम बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में मलिक का बगीचा इलाके में बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने गई थी. टीम ने जैसे ही अवैध मदरसे और नमाज स्थल को ध्वस्त किया, वहां हिंसा भड़क गई. लोगों ने हल्द्वानी नगर निगम की गाड़ियों पर पथराव करना शुरू कर दिया और कुछ वाहनों में आग भी लगा दी थी.
पुलिस हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे को बता रही है. पुलिस का आरोप है कि अवैध मदरसे और नमाज स्थल का संचालक अब्दुल मलिक ही था. हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक के खिलाफ कूटरचना कर सरकारी जमीन हड़पने, मरे हुए व्यक्ति के नाम से शपथ पत्र देने, न्यायालय में मरे हुए व्यक्ति के नाम से रिट डालने के मामले में नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने कोतवाली में तहरीर सौंपी है.
तहरीर के आधार पर पुलिस ने अब्दुल मलिक, उसकी पत्नी साफिया मलिक सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, आईपीसी 417 और 120 बी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अब्दुल मलिक और उसका बेटा अभी भी फरार चल रहा है. पुलिस की 6 टीमें हिंसा के मास्टरमाइंड पिता पुत्र को पकड़ने के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है लेकिन अभी भी पुलिस के पकड़ से बाहर है. हल्द्वानी हिंसा में पुलिस अभीतक 78 उपद्रवियों को जेल भेज चुकी है.
पढ़ें-