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दिल्ली में चार बेटियों संग पिता ने की खुदकुशी, तीन दिन से कमरे में पड़े थे शव - 5 Family members Suicide in Delhi

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 3 hours ago

Updated : 50 minutes ago

दिल्ली में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. वसंत कुंज के रंगपुरी इलाके में एक पिता ने चार बेटियों के साथ सुसाइड कर लिया. घर के अंदर से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी. शव देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि सुसाइड दो से तीन दिन पहले किया गया है.

दिल्ली के रंगपुरी में चार बेटियों संग पिता ने किया सुसाइड
दिल्ली के रंगपुरी में चार बेटियों संग पिता ने किया सुसाइड (PHOTO- ANI)

नई दिल्लीः दिल्ली के रंगपुरी इलाके में एक पिता ने अपनी चार दिव्यांग बेटियों के साथ सुसाइड कर लिया. पांचों ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दी है. इन बच्चों की मां की पहले ही कैंसर से मौत हो चुकी थी. पुलिस ने शुक्रवार देर रात घर का ताला तोड़कर सभी शवों को बाहर निकाला. पूछताछ में पता चला है कि बेटियों के चल फिर न सकने की वजह से पिता ने यह कदम उठाया.

जानकारी के अनुसार, पिता की उम्र 50 साल के करीब थी, जो रंगपुरी गांव में किराए के मकान में रह रहे थे. मूल रूप से बिहार के छपरा जिले के रहने वाले थे. इनकी चार बेटियां थीं. वसंत कुंज इलाके के एक निजी अस्पताल में कारपेंटर का काम करते थे. शुक्रवार शाम उनके फ्लोर से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने इस घटना की जानकारी मकान मालिक को देने के साथ-साथ पुलिस को भी दी.

पुलिस ने फ्लोर का दरवाजा तोड़ा तो अंदर 5 शव मिले. आशंका यही जताई जा रही है कि सुसाइड की यह घटना दो से तीन दिन पहले हुई है. मृतक व्यक्ति तीन-चार दिनों से लोगों को दिखा भी नहीं था. उसके भाई को सूचना दे दी गई है. पुलिस को मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है. घटना के बाद से स्थानीय पुलिस के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम मौका मुआयना कर रही है. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

कारपेंटर के तौर पर करता था काम
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पिता आर्थिक रूप से और बच्चियों के पालन पोषण दोनों को ही लेकर परेशान था. काम पर जाने से पहले खाना खिलाकर जाता था. वापस लौटने पर फिर से उनकी देखभाल में लग जाता था. बच्चियां बिस्तर पर ही पड़ी रहती थीं. दिव्यांग होने की वजह से चल फिर नहीं सकती थीं. सबसे बड़ी बेटी की उम्र 18 साल, उससे छोटी की 15 साल, एक की 10 साल और चौथी सबसे छोटी बेटी की उम्र आठ साल थी.

इस फ्लैट में रहता था परिवार
इस फ्लैट में रहता था परिवार (ANI)

ऐसे मिली जानकारी
फ्लैट से दुर्गंध इस कदर फैल गई थी कि मकान के सामने सड़क की दूसरी बने मकान में रहने वाले लोगों ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस को फ्लैट के अंदर एक कमरे के बिस्तर पर पिता का जबकि दूसरे कमरे में बेड बाकी चारों बेटियों के शव मिले. जानकारी के मुताबिक, सभी ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी की है. फिलहाल, बेटियों का दिव्यांग होना और आर्थिक संकट ही सुसाइड का कारण माना जा रहा है.

किराये पर रहता था परिवार
मकान की चौथी मंजिल में यह परिवार किराये पर रहता था. परेशानियों से जूझने की वजह से लोगों के साथ कम ही घुलना मिलना था. पिता को आखिरी बार तीन दिन पहले 24 सितंबर को देखा गया था. उसके बाद से वो नजर नहीं आए. पुलिस के मुताबिक, सभी के शव सड़ने लगे थे. हर एंगल से जांच शुरू कर दी गई है.

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नई दिल्लीः दिल्ली के रंगपुरी इलाके में एक पिता ने अपनी चार दिव्यांग बेटियों के साथ सुसाइड कर लिया. पांचों ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दी है. इन बच्चों की मां की पहले ही कैंसर से मौत हो चुकी थी. पुलिस ने शुक्रवार देर रात घर का ताला तोड़कर सभी शवों को बाहर निकाला. पूछताछ में पता चला है कि बेटियों के चल फिर न सकने की वजह से पिता ने यह कदम उठाया.

जानकारी के अनुसार, पिता की उम्र 50 साल के करीब थी, जो रंगपुरी गांव में किराए के मकान में रह रहे थे. मूल रूप से बिहार के छपरा जिले के रहने वाले थे. इनकी चार बेटियां थीं. वसंत कुंज इलाके के एक निजी अस्पताल में कारपेंटर का काम करते थे. शुक्रवार शाम उनके फ्लोर से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने इस घटना की जानकारी मकान मालिक को देने के साथ-साथ पुलिस को भी दी.

पुलिस ने फ्लोर का दरवाजा तोड़ा तो अंदर 5 शव मिले. आशंका यही जताई जा रही है कि सुसाइड की यह घटना दो से तीन दिन पहले हुई है. मृतक व्यक्ति तीन-चार दिनों से लोगों को दिखा भी नहीं था. उसके भाई को सूचना दे दी गई है. पुलिस को मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है. घटना के बाद से स्थानीय पुलिस के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम मौका मुआयना कर रही है. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

कारपेंटर के तौर पर करता था काम
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पिता आर्थिक रूप से और बच्चियों के पालन पोषण दोनों को ही लेकर परेशान था. काम पर जाने से पहले खाना खिलाकर जाता था. वापस लौटने पर फिर से उनकी देखभाल में लग जाता था. बच्चियां बिस्तर पर ही पड़ी रहती थीं. दिव्यांग होने की वजह से चल फिर नहीं सकती थीं. सबसे बड़ी बेटी की उम्र 18 साल, उससे छोटी की 15 साल, एक की 10 साल और चौथी सबसे छोटी बेटी की उम्र आठ साल थी.

इस फ्लैट में रहता था परिवार
इस फ्लैट में रहता था परिवार (ANI)

ऐसे मिली जानकारी
फ्लैट से दुर्गंध इस कदर फैल गई थी कि मकान के सामने सड़क की दूसरी बने मकान में रहने वाले लोगों ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस को फ्लैट के अंदर एक कमरे के बिस्तर पर पिता का जबकि दूसरे कमरे में बेड बाकी चारों बेटियों के शव मिले. जानकारी के मुताबिक, सभी ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी की है. फिलहाल, बेटियों का दिव्यांग होना और आर्थिक संकट ही सुसाइड का कारण माना जा रहा है.

किराये पर रहता था परिवार
मकान की चौथी मंजिल में यह परिवार किराये पर रहता था. परेशानियों से जूझने की वजह से लोगों के साथ कम ही घुलना मिलना था. पिता को आखिरी बार तीन दिन पहले 24 सितंबर को देखा गया था. उसके बाद से वो नजर नहीं आए. पुलिस के मुताबिक, सभी के शव सड़ने लगे थे. हर एंगल से जांच शुरू कर दी गई है.

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